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कब तक देखेंगे,नारी पर अत्याचार

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कब तक देखेंगे,         नारी तेरे पर अत्याचार दुर्गा के रूप को धर,      फिर कर उसका संहार। सच्छी होंगी निर्भया,       करेंगी सबका उपकार। दुष्ट दलन को लिया था,        जिसने अवतार। जागा सारा भारत पर,         नहीं जागी सरकार। इसीलिए हर दिन होता,         नारी का बलात्कार। उम्र न पूछो बलात्कारी की,     फांसी दे सरकार। कच्ची कलियों को भी तोड़े,      नाते रिश्ते तो बेकार। कौन रोकेगा इस धरती से,           नर पिशाचों के संस्कार। सबल बनाना होगा नारी,       सुरक्षा का अधिकार। मानवता की जंजीरों को,         तोड़ते कुसंस्कार। करना होगा बलात्कारियों, का अंतिम संस्कार।  कुचालों से नग्न नृत्य कर,        क्यों करते हो अत्याचार।  वे तो अपनी ही मां बहिना हैं    रक्षा सूत्रों से करती जो,         तुम्हारा उपकार। कब तक कैंडल जलाते रहें,       कब जागेगी सरकार। फांसी के फंदों पर डालो,      तब रुकेगा अत्याचार।

कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय द्वारा स्‍वतंत्र निदेशकों का डाटाबैंक शुरू

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पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाया गया है और उसके तीन आसान चरण हैं मंत्रालय की वेबसाइट पर यूजर अकाउंट के जरिए लॉग-इन करना लॉग-इन करने के बाद यूजर के लिए डाटा बैंकखुल जाएगा ई-लर्निंग और ई-प्रोफिशियंसी मूल्‍यांकन के लिए सब्सिक्रिप्‍शन प्‍लान चुनना होगा। कंपनी अधिनियम के तहत स्‍वतंत्र निदेशकों के कामकाज को मजबूत बनाने के उद्देश्‍य से कॉरपोरेट मंत्रालय ने कंपनी नियमों के मद्देनजर नई दिल्‍ली में स्‍वतंत्र निदेशकों का डाटाबैंक शुरू किया। कॉरपोरेट मंत्रालय के सचिव इंजेती श्रीनिवास द्वारा जारी डाटाबैंक को www.mca.gov.in  या  www.independentdirectorsdatabank.in  पर देखा जा सकता है। यह मंत्रालय द्वारा उठाया जाने वाला एक अभूतपूर्व कदम है, जिस पर मौजूदा स्‍वतंत्र निदेशकों तथा स्‍वतंत्र निदेशक बनने के आकांक्षियों को पंजीकरण कराने की सुविधा उपलब्‍ध होगी। इस डाटाबैंक के जरिए वे कंपनियां भी अपना पंजीकरण करा सकती हैं, जो सही कौशल रखने वाले व्‍यक्तियों को चुनने और उनसे जुड़ना चाहती हैं, ताकि उन व्‍यक्तियों को स्‍वतंत्र निदेशकों के रूप में नियुक्‍त किया जा सके। डाटाबैंक पोर्टल को भारतीय कॉरपोरेट कार्य संस्‍थ

ऑनलाइन स्टुडियो के साथ रचनाकारों को पैसे कमाने में मदद करेगा हबहॉपर

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हबहॉपर का लक्ष्य एक साल में 5,000 पॉडकास्टर को अपने प्लेटफार्म पर लाना है सामग्री निर्माता अब सिर्फ रिकॉर्डिंग और कुछ ही मिनट में लाइव होकर मुफ्त में अपने ऑडियो शो कर सकेंगे हबहॉपर स्टुडियो कम्युनिटी पैसे कमाने के नए रास्ते तलाशने में पॉडकास्टर्स की मदद करेगी नयी दिल्ली :   भारत के सबसे बड़े पॉडकास्टिंग और ऑडियो-ऑन-डिमांड प्लेटफॉर्म हबहॉपर ने भारत में ऑडियो-स्ट्रीमिंग परिदृश्य को बदलने वाला कदम उठाते हुए संभावित ऑडियो सामग्री रचनाकारों के लिए अपनी तरह का पहला हबहॉपर स्टूडियो ( Hubhopper Studio ) शुरू किया है। निर्माता अब अपनी ऑडियो सामग्री को मूल रूप से रिकॉर्ड करने के लिए प्लेटफ़ॉर्म के असाधारण फीचर्स का उपयोग कर सकते हैं, उन्हें हबहॉपर के वितरण नेटवर्क के माध्यम से मुफ्त में व्यापक रूप से प्रकाशित कर सकते हैं और सही ब्रांड्स के साथ जुड़कर उस रचना से पैसा भी कमा सकते हैं। हबहॉपर वर्तमान में भारत में अपनी तरह का सबसे बड़ा प्लेटफार्म है, जिसमें 12 भाषाओं में एक लाख घंटे से अधिक ऑडियो सामग्री है। पिछले कुछ वर्षों में ऑनलाइन मीडिया की खपत में जबरदस्त वृद्धि हुई है। आईएफपीआई की म्युजिक कंज

उपराष्ट्रपति "दिव्यांगजन अंतर्राष्ट्रीय दिवस" पर दिव्यांगों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे

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नयी दिल्ली - दिव्यांगजन अंतर्राष्ट्रीय दिवस अर्थात 3 दिसंबर के अवसर पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय का दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग प्रत्येक वर्ष दिव्यांगजन सशक्तिकरण की दिशा में अर्जित की गई उत्कृष्ट उपलब्धियों एवं किये गये कार्यों के लिए व्यक्तियों, संस्थानों, संगठनों और राज्य / जिला आदि को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करता है। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू विज्ञान भवन में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग द्वारा "दिव्यांगजन अंतर्राष्ट्रीय दिवस" मनाने के लिए आयोजित एक समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। वह दिव्यांगजन सशक्तिकरण की दिशा में अर्जित की गई उत्कृष्ट उपलब्धियों एवं किये गये कार्यों के लिए व्यक्तियों, संस्थानों, संगठनों और राज्य / जिला आदि को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत समारोह की अध्यक्षता करेंगे। सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर, श्री रामदास अठावले और श्री रतन लाल कटारिया भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। वर्ष 2019 के लिए दिव्यांगजन सशक्तीकरण के लि

यह सरकार नफ़रत की राजनीति कर रही है,बोली पीस पार्टी

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मानवीय रिश्तों पर आधारित "ये रिश्ता" का सफल मंचन

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पत्नी के देहांत के बाद वकील साहब की नियत मे फर्क आ जाता है वो लड़की भी अब जवान हो गई थी  वकील साहब की नज़रें अब उसे बेटी की दृष्टि से न देखकर साली की दृष्टि से देखने लगी थी अन्ततः वकील साहब  उसी लड़की से शादी कर लेते है जिसे कभी वो इस घर मे बेटी बना कर लाये थे।     नई दिल्ली ! अभिकल्प के  तत्वाधान मे नाटक " ये रिश्ता " का सी एस ओ आई  के सभागार मे सफलता पुर्वक मंचन  किया गया। मुंशी प्रेमचंद की कहानी भूत पर आधारित इस नाटक मे मानवीय रिश्तो की मर्यादा को बनाए रखने पर ताना बाना बुना गया है। अपने सशक्त अभिनय से  कलाकारों ने नाटक को जीवंत बना दिया।   नाटक मे दर्शाया गया है कि वकील सीता नाथ को चार बेटे हैं और बेटी न होने का ग़म है। बेटी की कमी को पूरा करने के इरादे से वो अपनी चार साल की छोटी सी साली को ही बेटी करके पालने का निश्चय करता है और उसे बहुत प्यार से पालता भी है किंतु समय बीतने के साथ और उसकी पत्नी के देहांत के बाद वकील साहब की नियत मे फर्क आ जाता है वो लड़की भी अब जवान हो गई थी  वकील साहब की नज़रें अब उसे बेटी की दृष्टि से न देखकर साली की दृष्टि से देखने लगी थी अन्ततः वकील स

कारवां फाऊंडेशन की 2 नई  "नेकी की दीवार" की शुरुआत

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नयी दिल्ली - कारवां फाऊंडेशन ने की 2 नई  " नेकी की दीवार " *मधु विहार के बाद जनकपुरी और पालम विधानसभा में भी हुई शुरुआत*इस मौक़े पर समाजिक कार्यकर्ता फरज़न्द खान और सगीर खान ने कहा कि "सर्दियों का मौसम शुरु हो रहा है और हमारे आसपास ऐसे काफी लोग रहते हैं जिनके पास सर्दियों के मौसम में खुद को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े मयस्सर नहीं हो पाते हैं। इनमें काफी लोग ऐसे भी होते हैं जो अपनी खुद्दारी की वजह से अपनी ज़रूरत तक दूसरों को नहीं बता पाते, और सर्दी में कपड़े ना होने की वजह से बीमार पड़ जाते हैं या बेरहम सर्दी की सर्द रातें बिना गर्म कपड़ों के गुज़ारने को मजबूर होते हैं। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुये हम लोगों ने इन नेकी की दीवारो की शुरुआत की है, जिससे ज़रुरतमंद लोगों को गर्म कपड़े मिल सकें।     कारवां फाऊंडेशन द्वारा हाल ही में दिल्ली के मधु विहार में नेकी की दीवार की शुरुआत के बाद,दो नई नेकी की दीवारों की शुरुआत की गई। जिसमें कारवां फाऊंडेशन व दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग सलाहकार समिति सदस्ये रईस अहमद ने क्षेत्र के अहम लोगों के साथ शिरकत की।   इस मोक़े पर रईस अहमद ने