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त्याग और कर्मपथ से सबसे बड़ी जनसंख्या वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री तक

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विजय सिंह बिष्ट प्राचीन काल में जो लोग योग धारण करते थे कहते हैं  कि उन्हें एक बार अपने घर भिक्षाटन करने आना आवश्यक था तभी उनका योग सफल माना जाता है। किन्तु जिसको दाता ने सब कुछ दे दिया है वह घर की भिक्षा और अनुमति के बिना भी कर्मपथ पर आगे बढ़ कर राज सिंहासन प्राप्त कर सकता है। उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री इसके प्रतीक हैं। पौड़ी गढ़वाल में यमकेश्वर ब्लाक के एक छोटे से गांव पंचूर में आनंद सिंह बिष्ट सुपुत्र स्व0 जितिन सिंह बिष्ट के घर बालक अज्जू का जन्म हुआ। विद्यालय में अजय सिंह बिष्ट के नाम से आप ने यमकेश्वर से ग्यारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर बीएससी कोटद्वार और ऋषिकेश से सम्पन्न की। प्रखर बुद्धि और ओजस्वी व्यक्तित्व के धनी तो आप थे ही,यम यस सी के लिए गोरखपुर विश्वविद्यालय का चयन किया , किंतु कोटद्वार में कमरे से सारी सामग्री के साथ मूल प्रमाण पत्रों की चोरी हो जाने से प्रवेश नहीं हो पाया। गोरखपुर में रहकर आप अधिकांश गोरखनाथ मन्दिर जाया करते थे। क्योंकि भक्ति भावना आप में बचपन ही भरी हुई थी। वहां आपको मंदिर के महंत अवैद्यनाथ जी से मिलने का लगातार अवसर मिलता रहा। सुयोग्य बस महंत जी का जन्

पियर रेस्टोरेंट्स को अपनी सेवाएं मुफ्त देगा

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नयी दिल्ली : भारत में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर वेंचर कैटेलिस्ट पोर्टफोलियो कंपनी पियर टेक्नोलॉजी ने रेस्टोरेंट्स को मुफ्त में कॉन्टेक्टलेस डाइन-इन ऑर्डरिंग सुविधा देने की पेशकश की है। इस समय मुंबई स्थित डीप-टेक स्टार्टअप ने नए रेस्टोरेंट्स के लिए लिस्टिंग शुल्क भी माफ कर दिया है। सोशल डिस्टेंसिंग अब नया मानक बनते जा रहा है और पियर द्वारा की गई पहल से ग्राहक बिना किसी शारीरिक संपर्क के अपने पसंदीदा रेस्टोरेंट में ऑर्डर कर सकेंगे। इन फीचर के जरिये ग्राहक कंपनी के किसी भी पार्टनर रेस्टोरेंट में जा सकते हैं, टेबल पर क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं, 3डी ऑग्मेंटेड रियलिटी में मेनू देख सकते हैं, अपने फोन से कई कोर्स ऑर्डर कर सकते हैं और एक ही बार में बिल का भुगतान कर सकते हैं। इससे मेन टचप्वाइंट जैसे मेनू कार्ड और बिल बुक की जरूरत नहीं होगी और सर्वर स्टाफ के साथ बातचीत भी कम करनी होगी। एक यूनिक 3डी मेनू सुविधा से सुसज्जित, पियर उन्हें ऑर्डर देने से पहले डिश की 3डी तस्वीरें देखने की अनुमति देगा, जिससे ग्राहकों को अधिक सूचित निर्णय लेने में मदद मिलेगी। ग्राहक जोमैटो गोल्ड या डाइ

ट्रक मालिकों व ड्राइवरों के लिए व्हील्सआई की ऑनलाइन सूचना एवं सहायता केंद्र

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ट्रक मालिक व ड्राइवर कभी भी मदद के लिए कम्पनी की खास हेल्पलाइन +91 9990033455 पर कॉल कर सकते हैं। शुरू होने के सिर्फ 20 दिन केे भीतर ही पोर्टल को 20 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है जिसकी बदौलत 2 लाख से ज्यादा लोगों को फायदा मिला है। पोर्टल से मदद पाने वाले 90% से ज्यादा लोगों ने माना कि इस से उनकी चिंताओं व समस्याओं का हल मिला है। 95% से ज्यादा लोगों ने पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी को प्रासंगिकता और सहयोग के लिहाज़ से एकदम सटीक पाया। नयी दिल्ली - कोविद-19 महामारी और उसकी वजह से हुए देशव्यापी लोकडाउन को ध्यान में रखते हुए व्हील्सआई (ट्रक मालिकों को सशक्त करने की दिशा में तेज़ी से बढ़ता हुआ एक स्टार्टअप) आगे आकर देश के ट्रांसपोर्ट उद्योग के असली ज़मीनी हीरोज़ का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहा है। इसी के चलते व्हील्सआई ने 'ट्रक मालिक सहायता केंद्र' की शुरुआत की है। इस ऑनलाइन पोर्टल का मुख्य मकसद ट्रांसपोर्ट उद्योग की जरूरी खबरें और सरकारी घोषणाएं ट्रक मालिकों व ड्राइवरों तक पहुंचाना है। यह पोर्टल पूरी तरह से मुफ्त है और 8 भाषाओं में उपलब्ध है जिसमें अंग्रेज़ी व हिं

ऐसे लोगों के लिए दिल्ली सरकार के पास क्या है

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कोविड-19 संकट से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए अंबुजा सीमेंट और एसीसी ने मिलाया हाथ

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नयी दिल्ली - वैश्विक समूह लाफार्ज-होल्सिम के सदस्य के तौर पर कार्यरत अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड और एसीसी लिमिटेड, देश में सीमेंट का निर्माण करने वाली दो प्रमुख कंपनियां हैं, जिन्होंने सम्मिलित रूप से तीन प्रतिष्ठित गैर-सरकारी संगठनों को 3.30 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है, ताकि दिहाड़ी मज़दूरों, प्रवासी मज़दूरों, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों तथा लॉकडाउन के कारण देश भर में फँसे बेघर व बेसहारा लोगों को सहायता प्रदान की जा सके।  अंबुजा सीमेंट और एसीसी साथ मिलकर देश में आपदा राहत कार्यों के लिए प्रसिद्ध तथा सामग्री प्रबंधन में विशेषज्ञता रखने वाले एनजीओ, गूँज को अपना सहयोग दे रहे हैं। साथ ही दोनों कंपनियों की ओर से प्रजा फाउंडेशन और मुंबई रोटी बैंक को भी सहायता राशि प्रदान की गई है, जो नोवल कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए पूरे देश में लागू किए गए लॉकडाउन की वजह से अपनी रोजी-रोटी खो चुके दिहाड़ी मज़दूरों एवं ज़रूरतमंद लोगों को बड़े पैमाने पर सहायता उपलब्ध कराने में जुटे हैं। इसके अलावा, ये दोनों संगठन देश के उन सभी इलाकों में इस बीमारी के चौतरफा रोकथाम और राहत प्रयासों में लगातार सहायता कर रहे ह

"भारतीय चेतना की अप्रतिम ऊर्जा है- वाल्मीकि का रचना संसार "

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सुरेखा शर्मा, लेखिका /समीक्षक पुस्तक --- वाल्मीकि का रचना संसार भाग-१ व भाग-२ लेखक - डाॅ• सत्यपाल शर्मा  प्रकाशक - समाज धर्म प्रकाशन (94,औद्योगिक क्षेत्र,                                                                      महतपुर-174315  जिला ऊना,हिमाचल प्रदेश ) प्रथम संस्करण : 2019.मूल्य -450/- रुपये मात्र    वाल्मीकि नारद से पूछते हैं कि इस लोक में कौन ऐसा महामानव है जिसे मैं अपने महाकाव्य का नायक बनाऊँ।इस पर नारद कहते हैं--              बहवो दुर्लभाश्चैव येत्वया कीर्तिता गुणा:।            मुने वक्ष्याम्ह्यं बुद्धवा तैर्युक्तः  श्रूयतां नरः।। अर्थात् उन दुर्लभ गुणों की खान एक महामानव का मैं विवरण देता हूँ जिनकी परिकल्पना आपने की है । इस प्रकार एक महामानव के रूप में श्रीराम   का आदर्श चरित्र रामायण का वर्ण्य है। रामायण में निबद्ध यह रामकथा इतनी अलौकिक सिद्ध हुई कि श्रीराम को परम पुरुष, ब्रह्म, घर --घर में व्यापी परमात्मा माना जाने  लगा ।  वरिष्ठ साहित्यकार डाक्टर सत्यपाल शर्मा साहित्यकारों व लेखकों की श्रेणी में शीर्ष स्थान रखते हैं। उन्होंने अपने बहुकृतिक साहित्य - सर्जन से जो दे

इतिहास लिख रहा है वर्तमान

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साहित्यकार / कवि अशोक लव  ●अवतरित हुआ  है मानवपिपासु बजा रहा है विश्व के कोने-कोने में  शोक संगीत, सोते जा रहे हैं चिरनिद्रा में  हज़ारों-हज़ार मानव ! ●युद्ध जारी है संघर्षरत है मानवता आशान्वित है मानवता  अंत होगा मानव से मानव को  संक्रमित करने वाले दानव का  विजयी होगी मानवता ! ●आते रहे हैं धरती पर  तारकासुर, महिषासुर, बकासुर, रक्तबीज, रावण  और न जाने कितने-कितने मायावी, करते रहे हैं संहार मानवता का  उन्होंने भी सुला दिया था  असंख्य मानवों को चिरनिद्रा में और इतिहास साक्षी है  हो गया था अंत उनका भी एक दिन ! ●वर्तमान भी रच रहा है इतिहास  संघर्षरत है वर्तमान मनावपिपासु कितना ही क्रूर है  रूप बदल-बदलकर डस रहा है  कर रहा है संहार  अंत इसका भी सुनिश्चित है  विजयी होगा मानव  विजयी होगी मानवता  अवश्यम्भावी ! अवश्यम्भावी !!●