एनसीईटी की स्थापना 17 अगस्त, 1995 को की गई थी। इसका उद्देश्य पूरे देश में अध्यापक शिक्षा प्रणाली को विकसित करना तथा संबंधित मानक और नियमों को बनाना था। एनसीटीई केंद्र और राज्य सरकरों के लिए एक परामर्शदात्री संस्था के रूप में कार्य करती है। नयी दिल्ली - केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक'ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन,'जर्नी ऑफ टीचर एजुकेशन: लोकल टू ग्लोबल'का उद्घाटन किया। इस दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के रजत जयंती समारोह के अंतर्गत किया गया है। भारत और अन्य देशों के 40 से अधिक विशेषज्ञ, अध्यापक शिक्षा की वर्तमाान स्थिति, शिक्षण में नवाचार, शिक्षण में सूचना और संचार प्रौ़द्योगिकी का समावेश, अध्यापक शिक्षा का अंतरराष्ट्रीयकरण जैसे विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे। स्कूली शिक्षा और साक्षरता के विभाग की सचिव सुश्री रीना रे, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव आर. सुब्रह्मण्यम, नीति आयोग के विशेष सचिव यदुवेन्द्र माथुर, एनसीटीई के चेयरपर्सन डॉ. सतबीर बेदी, एनसीटीई के सदस्य सचिव संजय अवस्थी जैसे नीति निर्माताओं