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अपनी ट्रेडिंग यात्रा शुरू करने के लिए तैयार हैं तो आपको डीमैट खाते की आवश्यकता भी है

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जब से लॉकडाउन लागू हुआ है, शेयर बाजारों में लगभग 30% की गिरावट आई है। और, वे अभी भी नए स्तरों पर पहुंच  रहे हैं - इस बार, महीने-दर-महीने। आखिरकार, कारोबार कहां रुकने वाला है! फिर भी, ये बाजार अपनी वास्तविक क्षमता से बहुत पीछे हैं क्योंकि कोविड की वजह से प्रभावी लॉकडाउन लागू है। कोई भी अनुभवी निवेशक आपको बताएगा कि यह आपके लॉन्ग (या दीर्घकालिक निवेश) को बुक करने का सही समय है। नयी दिल्ली - हर निवेशक के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं अंतर्दृष्टि और अच्छा मूल्यांकन। खैर, यहां हम आपको एक पर्सनलाइज्ड इनसाइट दे रहे हैं। जब कोविड-19 का प्रकोप बढ़ा तब भारतीय शेयर बाजार हर तिमाही नए उच्च स्तर पर कारोबार कर रहे थे। जैसे-जैसे प्रकोप ने हमारे देश को जकड़ा, बेंचमार्क इंडेक्स लगभग ढह गए। 23 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा होने तक उनके मूल्य में 40% की कमी आ चुकी थी। अब, यहां हम वह जानकारी दे रहे हैं, जिसमें आपकी रुचि हो सकती है। हालांकि, इससे पहले कि आप अपनी आस्तीन चढ़ाएं और अपनी ट्रेडिंग यात्रा शुरू करने के लिए तैयार हों, आपको डीमैट खाते की आवश्यकता होगी। यदि आपके पास यह पहले से ही नहीं है, यहां एक क्विक गाइड

Google प्ले स्टोर पर भारतीय वीडियो ऐप मित्रों 25+ मिलियन डाउनलोड

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नयी दिल्ली : देसी शॉर्ट-फॉर्म वीडियो ऐप, मित्रों ने गूगल स्टोर पर 25+ मिलियन डाउनलोड हासिल किए हैं और ज़्यादा से ज़्यादा कंटेंट क्रिएटर ऐप में शामिल हो रहे हैं। इस शॉर्ट-वीडियो मेकिंग ऐप प्लेटफ़ॉर्म में प्रति घंटे 40 मिलियन वीडियो देखे जाते हैं, यानि बड़ी संख्या में दर्शक भी इससे जुड़ रहे हैं। शिवांक अग्रवाल और अनीश खंडेलवाल ने मित्रों ऐप को सह—संस्थापित किया है, जिसे अप्रैल, 2020 में लॉन्च होने के बाद से बहुत तेज़ी से प्रसिद्धि मिली है। संस्थापकों का मिशन ऐसा  शॉर्ट-फॉर्म वीडियो ऐप तैयार करना है, जो लोगों को हल्के—फुल्के हास्य के साथ अपने इनोवेटिव वीडियो आॅनलाइन दिखाने के लिए डिजिटल एंगेजमेंट और मनोरंजन की सुविधाएं पेश करता है। मित्रों के संस्थापक और सीईओ, शिवक अग्रवाल ने कहा, “मित्रों प्लेटफॉर्म पर प्रति दिन लगभग 10 लाख नए वीडियो देखना अविश्वसनीय रूप से रोमांचक है। लॉकडाउन चरण के दौरान लगभग हर कोई अपने घरों तक सीमित था, जिस वजह से हमारा उद्देश्य एक ऐसा मंच प्रदान करना बन गया, जिसके ज़रिये लोगों को शॉर्ट वीडियो से मनोरंजन मिल सके, या वे खुद के वीडियो भी बना सकें।” मित्रों के डेवलपर्स

ऊबर डोनर्स को प्लाज़्मा बैंक तक आने-जाने के लिए उपलब्ध कराएगा फ्री वाहन

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नई दिल्ली :  ऊबर प्लाज़्मा डोनर्स को इन्स्टीट्यूट ऑफ लीवर एण्ड बाइलरी साइन्सेज़ (ILBS) तक पहुंचाने के लिए अपनी ऊबरमेडिक राईड्स निःशुल्क उपलब्ध करा रहा है, इस संस्थान में देश का पहला प्लाज़्मा बैंक स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री की अपील को समर्थन प्रदान करते हुए यह ठीक हो चुके मरीज़ों को प्रोत्साहित कर रहा है कि आगे बढ़कर ज़रूरतमंदों की मदद करें। इस साझेदारी पर बात करते हुए प्रभजीत सिंह, डायरेक्टर, ऑपरेशन्स एण्ड हैड ऑफ सिटीज़, ऊबर इण्डिया एण्ड साउथ एशिया ने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए अथक प्रयास कर रही है और यह साझेदारी दिल्ली एवं इसके निवासियों को सहयोग प्रदान करने में हमारा योगदान दर्शाती है। आने वाले कुछ दिनों और सप्ताहों के दौरान हम कोविड-19 से ठीक हो चुके मरीज़ों को अपनी ऊबरमेडिक राईड्स निःशुल्क उपलब्ध कराएंगे ताकि वे प्लाज़्मा डोनेट कर लोगों की ज़िंदगियां बचा सकें। इस मुश्किल समय में सरकार को सहयोग प्रदान करते हुए हमें बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है और हम अपने शहरों को फिर से सामान्य बनाने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ महामारी की शुरूआत से ही, ऊबर ने सर

पानापुर प्रखंड के दर्जेनों गाँवों में मुखिया संगम बाबा ने चलाया जनसम्पर्क अभियान

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बिहार - पानापुर (सारण)  क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर अत्यधिक बारिश होने के कारण छोटे-छोटे गड्ढ़े व तलाब पानी से भर चूके है। आये दिन प्रायः कोई न कोई अप्रिय घटना घट रही है। हम सभी को सावधानी बरतनी होगी कि ऐसे जगहो पर बिल्कुल न जाएं, जो ख़तरे को संकेत देता है।यह बातें मुखिया संगम बाबा ने पानापुर में जनसम्पर्क के दौरान कही। वहीं बेलौर पंचायत के सेमरी में शौच जाने के क्रम में पानी में डूबने से जितेंद्र बिंद की मौत हो गई । मुखिया संगम बाबा ने परिजनों से मिल उन्हें सांत्वना दिया और आर्थिक सहायता के रुप में परिजनों को 5 हजार की नगद सहायता की । वही पानापुर प्रखंड के ही भोराहाँ गांव के संतोष महतों के घर एक सप्ताह पूर्व शादी-समारोह के दौरान ठनका गिरने से रूपझरी देवी व लालती देवी बुरी तरह से झुलस कर घायल हो गई हैं । जिनका उपचार परिजनों के द्वारा छपरा निजी अस्पताल में कराया जा रहा है जहाँ मुखिया संगम बाबा पहूँच उपचार हेतू आर्थिक सहायता की । मौके पर डॉ विजय शंकर पांडेय, पप्पू राम, छोटू बाबा, जवाहर गिरी, मो० नाज, इमामुद्दीन अंसारी, शहवाज शेख, बिट्टू सिंह, डॉ अवध राय, धर्मेंद्र राय आशीष सिंह छोटू, टूट

बेसहारा व पात्र परिवार के मदद हेतु चिंतन

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बलुआघाट , प्रयागराज । एनजीओ परमेंदु वेलफेयर सोसाइटी द्वारा कोरोना संकट काल मे बेसहारा लोगों को भोजन व स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाएं उपलब्ध कराने के संदर्भ में सोशल डिस्टेंस के साथ बलुआघाट स्थित मां काली मंदिर प्रांगण में चिंतन बैठक किया गया। इस अवसर पर नैमिष पीठाधीश्वर जूना अखाड़ा  योगी सत्यम महाराज, संस्था के प्रबन्धक आर के पाण्डेय एडवोकेट, भोजन वितरण कार्यक्रम अधिकारी रामू केशरवानी, पी.डब्ल्यू.एस. व्यापार सभा उ0प्र0 के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक गुप्ता, प्रयागराज जिलाध्यक्ष देवांशु मिश्र, पूर्व पार्षद मुट्ठीगंज नीरज गुप्ता व विनोद सोनकर आदि लोग सोशल डिस्टेंस के साथ उपस्थित रहे। इस अवसर पर पूर्व पार्षद नीरज गुप्ता ने बेसहारा लोगों को गम्भीर इलाज की स्थिति में ₹ पांच हजार तक की दवा का सहयोग करने का वचन दिया है।

भूल गए हैं लोग,भ्रमण पर जाना

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विजय बिष्ट स्मृति शेष। भूल गए हैं लोग,भ्रमण पर जाना, चौराहों के रास्ते और पार्कों में आना। हंस हंस कर बातें करना,हाथ मिलाना। गुपचुप बातें करना, हंसना हंसाना, भूल गए लोग,पार्कों में जाना। योगा करना, सत्संग में जाना, अनुलोम-विलोम करना,हाथ पांव चलाना। मशीनों की बर्जिस,चर्खी घुमाना। भूल गए लोग, घूमने को जाना। भूल चुके सब कुछ,    नाते रिस्तों को निभाना। नाना नानी भूल चुके,    भूल चुके मायके पीहर जाना। मंदिर मस्जिद भूल चुके,     भूले धूप दीप चढ़ाना। शादी व्याहों की रौनक,   जन्म दिवसों का मनाना। भूल गए लोग,सारे रीति-रिवाज मनाना। आज नहीं आता कोई अपना, नहीं कोई परदेशी अनजाना, भूल चुके सारे नाते रिस्ते,  एक दूसरे के घर आना जाना। मुंह में रक्षा कवच लगा है, ललचाई नज़रों से आंखें मिलाना। अपनों से दो गज की दूरी, नहीं प्यार से अंग लगाना। कितना भयावह शत्रु खड़ा है, अपनों से ही डर कर रहना, विध्वंस कर दिया सृष्टि का, चेतन और नव चेतना का मर जाना। भूल गए हैं लोग प्यार जताना। पग पग पर मृत्यु खड़ी है, ये क्रूर संदेश देकर जाना, भूल चुका मानव,देशाटंन करना, अंतरिक्ष की उड़ानों में जाना, भूल चुका मानव , मानव को

शरजील उस्मानी को गिरफ्तार कर लोकतांत्रिक आवाज़ों को कैद करने की कोशिश

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लखनऊ . रिहाई मंच ने एएमयू छात्र नेता शरजील उस्मानी को आजमगढ़ से उठाए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि यूपी सरकार  विकास दुबे जैसे व्यक्ति जिसने पुलिस जवानों की हत्या कि उसकी गिरफ्तारी से ज्यादा लोकतांत्रिक आवाज़ों को कैद करना उसका एजेंडा बन गया है.  शरजील जैसे युवा जो संविधान, लोकतंत्र की आवाज़ों को बुलंद करते हैं वो इस दौर में सरकार की आंख की किरकिरी बन गए हैं. क्योंकि सरकार सिर्फ शिक्षा के पाठ्यक्रम से धर्म निरपेक्षता, लोकतांत्रिक अधिकार, संघवाद, नागरिकता और सोशल मूवमेंट को नहीं हटा रही है बल्कि इसे देश के इतिहास से भी मिटाने की कोशिश कर रही है.  रिहाई मंच बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के संवैधानिक मूल्यों के लिए लड़ने वालों के साथ खड़ा रहेगा. रिहाई मंच शरजील उस्मानी कि तत्काल रिहाई कि मांग करता है.