एनवायरनमेंट डे पर ऑरिफ्लेम ने जल, जलवायु और जंगल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई 

नई दिल्ली : प्रमुख डायरेक्ट-सेलिंग स्वीडिश ब्यूटी ब्रांड ऑरिफ्लेम का मानना है कि सुंदरता सिर्फ इतने तक सीमित नहीं होती कि हम दिखते कैसे हैं। यह हमारे काम करने के तरीके में भी झलकती है। यह उन बदलावों के बारे में है जो हमारे आसपास की दुनिया को और खूबसूरत बना सकते हैं।



ब्रांड का मानना है कि हम सभी, व्यक्ति और कंपनियां अपने आसपास हमें घेरे रहने वाले विशाल प्राकृतिक संसाधनों पर सकारात्मक प्रभाव डालने में सक्षम हैं। इस पृष्ठभूमि में ऑरिफ्लेम एक टिकाऊ संसाधनों पर निर्भर कंपनी बनने के लिए अपने दीर्घकालिक लक्ष्य की पुष्टि करता है। ब्रांड सस्टेनेबल बिजनेस प्रैक्टिसेस का पालन करने और तीन रणनीतिक क्षेत्रों: जल, जलवायु और वन: पर उसके दुष्प्रभाव को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।


पानी सबसे महत्वपूर्ण निर्माण सामग्री में से एक है और ऑरिफ्लेम प्राकृतिक जलमार्गों और महासागरों की देखभाल सुनिश्चित करता है। दुनियाभर में पानी की कमी के कारण ब्रांड ने 2015 की तुलना में अपने मैन्यूफेक्चरिंग प्लांट्स में उत्पादन प्रक्रिया के दौरान पानी के उपयोग में 18% तक कमी लाई है। दुनियाभर के जल निकायों की रक्षा के अपने अटूट मिशन के तहत ऑरिफ्लेम लव नेचर के रिंस-ऑफ फॉर्मूलेशन सिलिकॉन-फ्री, बायोडिग्रेडेबल हैं, और केवल प्राकृतिक रूप से प्राप्त एक्सफोलिएटिंग पार्टिकल्स का उपयोग करते हैं। हकीकत तो यह है कि 2016 के बाद से ऑरिफ्लेम ने प्लास्टिक माइक्रोबिड्स के साथ रिंस-ऑफ प्रोडक्ट्स बनाना बंद कर दिया है और केवल 100% नेचरल एक्सफोलिएंट्स का उपयोग करता है। यह आपके लिए भी अच्छा है और महासागरों के लिए भी!


इसके अलावा भारत में ऑरिफ्लेम की वेलनेस फैक्ट्री को इस तरह डिजाइन किया गया है इसका 100% पानी दोबारा इस्तेमाल होता है। उदाहरण के लिए एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट के पानी का दोबारा इस्तेमाल सिंचाई प्रयोजनों के लिए किया जाता है। इस तरह भूजल को फिर से भरने के लिए दो स्थानों पर वर्षा का जल संचय करने के लिए गड्ढे खोदे गए हैं और उसमें वर्षा का जल एकत्र किया जाता है। आखिरकार जलमार्ग के भीतर समुद्री जीवन की सुरक्षा पर फोकस करते हुए ऑरिफ्लेम टिकाऊ मछली पालन और इसके ओमेगा-3 के स्रोत- फ्रेंड ऑफ द सी का समर्थन करता है।


जलवायु संकट के वास्तविक और निरंतर बढ़ रहे खतरे को देखते हुए ऑरिफ्लेम ने 100% क्लाइमेट-न्यूट्रल ऑपरेशंस हासिल किए हैं। पिछले एक दशक में ब्रांड ने अपने हानिकारक कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन को कम कर दिया है, 2010 से अब तक 48% की कमी लाई है। वर्तमान में ब्रांड के निर्माण स्थलों और कार्यालयों में बिजली के उपकरणों में 100% इस्तेमाल सौर, पवन और जलविद्युत से पैदा होने वाली बिजली का होता है। इसके अलावा कंपनी की पहचान इसकी सुगंध में प्राकृतिक मूल के अल्कोहल का उपयोग करने के लिए है, जिससे जलवायु पर नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए प्राकृतिक कच्चे माल का उपयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया जा सकता है।


जंगल भी ऑरिफ्लेम के ग्रह के प्रति विशाल योगदान के दायरे में आते हैं। भारत में कैटलॉग पेपर का 100% एफएससी प्रमाणित है। इसके अलावा ब्रांड द्वारा उपयोग किए जाने वाले ताड़ के तेल 100% आरएसपीओ क्रेडिट से जिम्मेदारी से निकाला जाता है।


अपनी प्रतिबद्धता पर  ऑरिफ्लेम दक्षिण एशिया के सीनियर डायरेक्टर रीजनल मार्केटिंग नवीन आनंद ने कहा “स्वीडिश सौंदर्य ब्रांड के रूप में पर्यावरण की देखभाल करना हमारे डीएनए में है। यही कारण है कि हम व्यापार करने के तरीके में सकारात्मक, सुंदर बदलाव लाने का प्रयास करते हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पृथ्वी पर उसका दुष्प्रभाव काफी कम हो। हमारे उत्पाद आपके और जिस ग्रह पर हम निवास करते हैं, उसके लिए 100% सुरक्षित हैं। यह एक ऐसी हकीकत है, जिस पर हमें हमेशा गर्व रहेगा। इस मोड़ पर मुझे दुनिया को हैप्पी एनवायरनमेंट डे कहने में बड़ी खुशी हो रही है!


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

बेफी व अरेबिया संगठन ने की ग्रामीण बैंक एवं कर्मियों की सुरक्षा की मांग

“द ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार 2024“ का आयोजन 5 से 7 मई जयपुर में

प्रदेश स्तर पर यूनियन ने मनाया एआईबीईए का 79वा स्थापना दिवस