० योगेश भट्ट ०
लखनऊ -समाजसेवी व महात्मा हजारीलाल मेमोरियल ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज शर्मा को राष्ट्रीय शिक्षा परिवर्तन निर्माता पुरुस्कार 2022 से सम्मानित किया गया । उनको उनकी ट्रस्ट के द्वारा किये जा रहे कार्यो के लिये किया गया सम्मानित। जिसमे मुख्य रुप से शिक्षा के लिये किये जा रहे सराहनीय प्रयास के लिए जिसमे मुख्य रुप से आर्थिक स्थिति से कमजोर वर्ग के बच्चो को आईआईआईटी - नीट की कोचिंग निशुल्क मे उप्लब्ध कराने व झुग्गी - झोपड़ियों और सडको पर भीख मांग रहे छोटे बच्चो को अपनी और अपनी ट्रस्ट की पाठशाला के माध्यम से शिक्षित करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा परिवर्तन निर्माता पुरुस्कार 2022 से सम्मानित किया गया ।
पृथ्वी अभ्युदय एसोसिएशन इंडिया (पी0ए0ए0आई0) ने लखनऊ स्थित महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ इन्फोर्मेशनस टैक्नोलॉजी के सहयोग से "पाई द चेंजमेकर अवार्ड -2022" समारोह व नेशनल एजुकेशन सम्मेलन का आयोजन किया। कार्यक्रम का आयोजन पृथ्वी अभ्युदय एसोसिएशन इंडिया के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ. हर्षवर्धन सिंह एवं यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा. भानु प्रताप सिंह , डा. अदनान लोधी, लक्ष्मीकांत भाटिया, डा. रतिश गुप्ता, विकास नागरू, सरित घोष, डा. विनय झा, डा. अभिमन्यु मिश्रा द्वारा दीप प्रजवल्लित कर किया गया।
इस आयोजन के लिए दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, केरल, बिहार, उत्तर प्रदेश आदि 12 राज्यों से लगभग 200 से ज्यादा नामांकन दाखिल किए गए। जिनमें से प्राचार्यों, शिक्षकों और शिक्षकों सहित 101 प्रतिनिधियों को जूरी सदस्यों द्वारा सम्मानित करने के लिए चुना गया।इस अवसर पर मोनिका सिंह ने शिव तांडव नृत्य प्रस्तुत किया गया। जिसकी पीएएआई के सभी ने खूब प्रशंसा की।
कार्यक्रम में देश भर के शिक्षा जगत के शिक्षको के साथ-साथ रामचन्द्र प्रधान, सदस्य विधान सभा -उत्तर प्रदेश मुख्यातिथि के तौर पर आमंत्रित किए गए थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. अदनान लोधी, सरित घोष, डा. विनय झा, डा. अभिमन्यु मिश्रा आदि ने विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
लक्ष्मीकांत भाटिया (नेशनल ज्वाइंट डायरेक्टर -पीएएआई) ने बताया कि पृथ्वी अभ्युदय एसोसिएशन इंडिया (पीएएआई) एक गैर-लाभकारी संगठन है जो भारत के शिक्षकों, प्राचार्यों, निदेशकों और शैक्षणिक संस्थानों को वित्तीय सहायता प्रदान करके शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
श्री लक्ष्मी कांत के शब्दों का विस्तार करते हुए डॉ. हर्षवर्धन सिंह ने कहा कि पीएएआई एक ऐसा संगठन है जो ऐसे शिक्षकों की मदद करता है जिन्होंने किसी कारण से या महामारी की अवधि के दौरान अपनी नौकरी खो दी है। साथ ही संस्था ऐसे शिक्षकों की एक माह के अंदर नौकरी लगवाने का प्रयास करता है एवं इसमें विफल होने पर उन्हें आर्थिक रूप से 10,000 रूपये प्रति माह की धनराशि प्रदान करता है। इतना ही नहीं संस्था गंभीर रूप से पीड़ित शिक्षकों को लगभग 1 लाख से 2 लाख तक की मुफ्त स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी भी प्रदान करती है।
डॉ. रतिश गुप्ता ने बताया कि उन्हें पीएएआई से जुड़कर बहुत गर्व महसूस हो रहा है और एम. यू. आई. टी. ऐसी संस्थाओं के साथ सहयोग करना पसंद करेगा जो शिक्षण बिरादरी के लाभ के लिए काम करते हैं।
कार्यक्रम के दौरान पृथ्वी अभ्युदय एसोसिएशन इंडिया की राष्ट्रीय मंच संचालक डा. शैली बिष्ट ने अपनी एंकरिंग से शमां बाँधा। इस कार्यक्रम को सफल बनाने का मुख्य श्रेय पाई लखनऊ की जिला प्रेसिडेंट श्रीमती अंजू सन्याल को जाता है जिन्होंने अपने अथक प्रयासों से सबका मन मोहा व कार्यक्रम को सफल बनाया। पीएएआई की राष्ट्रीय टीम के सदस्य लक्ष्मीकांत भाटिया, विकास नागरू, डा. शैली बिष्ट आदि उपस्थित रहे
इस आयोजन के लिए दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, केरल, बिहार, उत्तर प्रदेश आदि 12 राज्यों से लगभग 200 से ज्यादा नामांकन दाखिल किए गए। जिनमें से प्राचार्यों, शिक्षकों और शिक्षकों सहित 101 प्रतिनिधियों को जूरी सदस्यों द्वारा सम्मानित करने के लिए चुना गया।इस अवसर पर मोनिका सिंह ने शिव तांडव नृत्य प्रस्तुत किया गया। जिसकी पीएएआई के सभी ने खूब प्रशंसा की।
कार्यक्रम में देश भर के शिक्षा जगत के शिक्षको के साथ-साथ रामचन्द्र प्रधान, सदस्य विधान सभा -उत्तर प्रदेश मुख्यातिथि के तौर पर आमंत्रित किए गए थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. अदनान लोधी, सरित घोष, डा. विनय झा, डा. अभिमन्यु मिश्रा आदि ने विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
लक्ष्मीकांत भाटिया (नेशनल ज्वाइंट डायरेक्टर -पीएएआई) ने बताया कि पृथ्वी अभ्युदय एसोसिएशन इंडिया (पीएएआई) एक गैर-लाभकारी संगठन है जो भारत के शिक्षकों, प्राचार्यों, निदेशकों और शैक्षणिक संस्थानों को वित्तीय सहायता प्रदान करके शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
श्री लक्ष्मी कांत के शब्दों का विस्तार करते हुए डॉ. हर्षवर्धन सिंह ने कहा कि पीएएआई एक ऐसा संगठन है जो ऐसे शिक्षकों की मदद करता है जिन्होंने किसी कारण से या महामारी की अवधि के दौरान अपनी नौकरी खो दी है। साथ ही संस्था ऐसे शिक्षकों की एक माह के अंदर नौकरी लगवाने का प्रयास करता है एवं इसमें विफल होने पर उन्हें आर्थिक रूप से 10,000 रूपये प्रति माह की धनराशि प्रदान करता है। इतना ही नहीं संस्था गंभीर रूप से पीड़ित शिक्षकों को लगभग 1 लाख से 2 लाख तक की मुफ्त स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी भी प्रदान करती है।
डॉ. रतिश गुप्ता ने बताया कि उन्हें पीएएआई से जुड़कर बहुत गर्व महसूस हो रहा है और एम. यू. आई. टी. ऐसी संस्थाओं के साथ सहयोग करना पसंद करेगा जो शिक्षण बिरादरी के लाभ के लिए काम करते हैं।
कार्यक्रम के दौरान पृथ्वी अभ्युदय एसोसिएशन इंडिया की राष्ट्रीय मंच संचालक डा. शैली बिष्ट ने अपनी एंकरिंग से शमां बाँधा। इस कार्यक्रम को सफल बनाने का मुख्य श्रेय पाई लखनऊ की जिला प्रेसिडेंट श्रीमती अंजू सन्याल को जाता है जिन्होंने अपने अथक प्रयासों से सबका मन मोहा व कार्यक्रम को सफल बनाया। पीएएआई की राष्ट्रीय टीम के सदस्य लक्ष्मीकांत भाटिया, विकास नागरू, डा. शैली बिष्ट आदि उपस्थित रहे
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