वर्ल्ड विजन इंडिया और प्रायजन एनजीओ के सहयोग से दुर्गा पूजा उत्सव मनाने की अनूठी सामाजिक पहल

० संवाददाता द्वारा ० 
आचार्य तुलसी एकेडमी और ऑर्किड्स-द इंटरनेशनल स्कूल नेपूजार्पण ‘22 वर्ल्ड विजन इंडिया और प्रायजन एनजीओ के सहयोग से दुर्गा पूजा उत्सव मनाने की अनूठी सामाजिक पहल ● पुस्तक और लेखन सामग्री दान अभियान चलाया गया और एनजीओ का समर्थन करने के लिए धन जुटाया गया ● अभिभावकों और एनजीओ के स्वयंसेवी समूहों द्वारा खाद्य पदार्थों और हस्तशिल्प की दुकानें लगाई गईं
● प्रसिद्ध गायक नचिकेता चक्रवर्ती और डब्ल्यूबीसीएस अधिकारी एवं पश्चिम बंगाल के शिक्षा विभाग के उप सचिव, श्री सुकांत साहा उपस्थित थे
कोलकाता : महामारी को देखते हुए दो वर्षों तक बिना किसी धूमधाम के उत्सव मनाने के बाद, इस साल कोलकाता शहरपूरे उमंग और उत्साह के साथ दुर्गापूजा का त्यौहार मनाने के लिए तैयार है। यूनेस्को द्वारा "दुर्गापूजा" को हाल ही में मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत घोषित किया गया है जिससे इस त्यौहार के निहितार्थ और भी बढ़ गये हैं। इस सम्मान का जश्न मनाने के लिए, ऑर्किड्स - द इंटरनेशनल स्कूल (ओआईएस), न्यूटाउन के छात्रों ने दुर्गा पूजा की सांकेतिक उपासना के रूप में पुस्तकें, राशन एवं लेखन सामग्री के दान-उपदान के साथ धन जुटाने की एक अनूठी सामाजिक पहल शुरू की है। इसलिए, इस पहल को पूजार्पण’ 22 का नाम दिया गया है। जुटाई गई धन राशि वंचित बच्चों के कल्याण के लिए वर्ल्ड विजन इंडिया और प्रायजन एनजीओ को दी जाएगी। मशहूर गायक नचिकेता चक्रवर्ती और डब्ल्यूबीसीएस के अधिकारीएवं पश्चिम बंगाल सरकार के शिक्षा विभाग के उप-सचिव, श्री सुकांत साहा इस अवसर पर उपस्थित थे।
ऑर्किड्स - द इंटरनेशनल स्कूल की पीआर और सीएसआर हेड, सुश्री मंगला कोटि सिंघल ने कहा,“'पुजार्पण‘22 के आयोजन के पीछे हमारा उद्देश्य हमारे छात्रों में सामाजिक जिम्मेदारी और शिक्षा समानता की भावना को विकसित करना और उन्हें सकारात्मक सामाजिक मूल्य प्रदान करना था। चूंकि, दुर्गा पूजा बहुत करीब है और यह बंगाल का सबसे बड़ा त्यौहार है, इसलिए हमें लगा कि यह हमारे लिए इस गतिविधि को आयोजित करने का एक शानदार अवसर है। हमारे छात्र वास्तव में 'खुद को बदलें, फिर बदलाव लाएं' की थीम पर खरे उतरे और इसउद्देश्य के लिए उनका समर्पण और कड़ी मेहनत बिल्कुल सराहनीय थी। मैं हमारे साथ सहयोग करने और हमारे प्रयासों का समर्थन करने के लिए वर्ल्ड विजन इंडिया टीम और प्रायजन एनजीओ को भी धन्यवाद देना चाहती हूं।
ऑर्किड्स - द इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल, सुश्री शर्मिली शाह ने कहा,"हमारे छात्र लगभग दो वर्षों के बाद सामान्य स्थिति की वापसी को लेकर उत्साहित हैं और उनके उत्साह ने इस कार्यक्रम को और भी आनंददायक बना दिया है। इस पहल में शामिल होने के लिए छात्रों, कर्मचारियों और अभिभावकों से मिली शानदार प्रतिक्रिया ने इस प्रोजेक्ट को अप्रत्याशित स्तर पर पहुँचाया है और मुझे "मां दुर्गा" के स्वागत में हमारे परिसर में हुए इसके आयोजन पर गर्व है। हमने अपने एनजीओ भागीदारों - वर्ल्ड विजन इंडिया और प्रायजन को किताबें और लेखन सामग्री दान दी है। इसके साथ ही, स्कूल के शिक्षकों, छात्रों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने 50,000 रुपये दानस्वरूप दिए हैं और दोनों एनजीओ को कुल 25,000 रुपये दानस्वरूप दिया गया है। मैं इस नेक कार्य में हमारा समर्थन करने के लिए हमारे न्यासियों के प्रति अत्यंत आभारी हूं।"
ओआईएस के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक गीत और नृत्य प्रस्तुतियां किए जाने के साथ, एनजीओ के बच्चों ने भी अपने नृत्य, स्कीट्स और संगीत के साथ दर्शकों का मनोरंजन किया और कार्यक्रम में उपस्थित सभी को अपनी प्रस्तुतियों से मंत्रमुग्ध कर दिया। ऑर्किडियंस ने आगोमनी गीत भी प्रस्तुत किए और अपने माता-पिता की मदद से खाद्य पदार्थों एवं अन्य विभिन्न वस्तुओं की दुकानें लगाईं। ऑर्किड्स - इंटरनेशनल स्कूल (ओआईएस) वर्तमान में भारत की अग्रणी के-12 स्कूल चेन्स में से एक है। 10 प्रमुख शहरों में इसकी 60+ शाखाएं हैं। ओआईएस तेजी से विस्तार कर रहा है और अगले प्रवेश सत्र तक कोलकाता में शुरू होने वाली चार नई शाखाओं के साथ पूर्व और उत्तर - पूर्व क्षेत्र में विस्तार की योजना बना रहा है।

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