आयुर्वेद दिवस 23 अक्टूबर को "हर घर हर दिन आयुर्वेद" के साथ मनाया जाएगा

० संवाददाता द्वारा ०
 पणजी -'आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ' कार्यक्रम का मुख्य विषय जीवन की यात्रा के लिए बहुत सार्थक है। आयुर्वेद न केवल किसी के स्वास्थ्य को बनाए रखने पर केंद्रित है, बल्कि धरती माता की देखभाल करने की एक समग्र प्रणाली भी है। जब चिकित्सा की पारंपरिक प्रणालियों की बात आती है तो भारत विश्व स्तर पर अग्रणी है। उ भारत सरकार के प्रयासों की बदौलत पिछले 8 वर्षों में आयुष क्षेत्र के बाजार का कारोबार 3 बिलियन अमरीकी डालर से बढ़कर 18 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक हो गयाकेंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पणजी में 9वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस (डब्ल्यूएसी) और आरोग्य एक्सपो के लिए कर्टन रेजर का उद्घाटन किया। यह आयोजन 8 दिसंबर से 11 दिसंबर तक गोवा में होगा।
केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के साथ-साथ केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा समर्थित चार-दिवसीय कार्यक्रम में लगभग 5000 आयुर्वेद हितधारकों-उद्योग जगत के दिग्गजों, चिकित्सकों, पारंपरिक चिकित्सकों, शिक्षाविदों, छात्रों, दवा निर्माताओं, औषधीय पौधों के उत्पादकों के साथ-साथ विश्व भर के मार्केटिंग रणनीतिकार भाग लेंगे।सोनोवाल ने कहा कि आयुष मंत्रालय हर साल 23 अक्टूबर को धन्वंतरि जयंती पर आयुर्वेद के सभी हितधारकों के साथ आयुर्वेद दिवस मनाता है। इस वर्ष के उत्सव का आदर्श वाक्य "हर दिन हर घर आयुर्वेद" (आयुर्वेद एवरीडे, आयुर्वेद एवरीवेयर) है। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए नोडल एजेंसी है। उन्होंने कहा, "भारत सरकार के लगभग 22 मंत्रालय और विभाग इस आयोजन के लिए सहयोग कर रहे हैं।
” गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि गोवा कई पहलों के बल पर एक प्रमुख आयुर्वेद और हेल्थ टूरिज्म सेंटर बनने की योजना बना रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य पर्यटन, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर को विकसित करने और गोवा को हेल्थ टूरिज्म सेक्टर में सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए हाल ही में प्रधानमंत्री द्वारा घोषित आयुष वीजा के लाभों का उपयोग करने के लिए उत्सुक है। यह बताते हुए कि डब्ल्यूएसी पिछले कुछ वर्षों में विकसित हुआ है, पर्यटन, बंदरगाह जहाजरानी और जलमार्ग राज्य मंत्री श्री श्रीपद येसो नाइक ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पहली बार डब्ल्यूएसी का हिस्सा बना है और इससे प्रतिभागियों की रुचि अत्यधिक बढ़ेगी। 

उन्होंने कहा कि गोवा अपनी प्राकृतिक सुंदरता और गोवा के अपने आतिथ्य के बल पर डब्ल्यूएसी के इस आयोजन को निश्चित रूप से यादगार बना देगा। कार्यक्रम में केंद्रीय आयुष मंत्रालय के सचिव राजेश कोटेचा, गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली की निदेशक सुश्री तनुजा नेसारी, कोट्टक्कल आर्य वैद्यशाला के प्रबंध न्यासी और डब्ल्यूएसी की राष्ट्रीय आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. पी. एम. वेरियर के साथ-साथ आरोग्य और आयुष क्षेत्र के अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

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