देश भर से 300 से अधिक 1400 फ्रेम और एक लाख से अधिक डाक टिकटों का संग्रह प्रदर्शित

० योगेश भट्ट ०  
नई दिल्ली, इंडिया पोस्ट द्वारा प्रगति मैदान में 5 दिवसीय राष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनी शुरू हुई, जिसमें “अमृतपेक्स-2023” के बैनर तले बच्चों सहित जनता और जनता के लिए अलग अलग दौर की कई सारी भारतीय टिकटों का प्रदर्शन किया गया है। प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि अश्विनी वैष्णव, रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अतिथि देवुसिंह चौहान, संचार राज्य मंत्री की उपस्थिति में किया गया। इसके अलावा विनीत पांडे, सचिव डाक विभाग और श्रीमती मंजू कुमार, चीफ पोस्टमास्टर जनरल, दिल्ली सर्किल ने पारंपरिक उत्साह के साथ इस अवसर पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
उल्लेखनीय है कि आजादी का अमृत महोत्सव के एक हिस्से के रूप में, डाक विभाग (इंडिया पोस्ट), संचार मंत्रालय, भारत सरकार के संरक्षण में राष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनी “अमृतपेक्स-2023“ का आयोजन कर रहा है। ये प्रदर्शनी 11 फरवरी को शुरू हुई है और हॉल नंबर 5 प्रगति मैदान, नई दिल्ली में शुरू की गई है। उद्घाटन समारोह के दौरान, भारतीय डाक की परिवर्तनकारी यात्रा पर फिल्म का विमोचन और आजादी का अमृत महोत्सव पर स्मारक डाक टिकटों का विमोचन भी किया गया, जिसमें दोनों मंत्रियों द्वारा उन 10 बच्चों को सम्मानित किया गया, जो आजादी का अमृत महोत्सव पर डाक टिकट डिजाइन करने की प्रतियोगिता में विजेता बने।
“अमृतपेक्स-2023” राष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनी जो 1,00,000 वर्ग फुट के फ्लोर एरिया में फैली हुई है और इसमें एक जगह पर करीब एक लाख से अधिक टिकटों को प्रदर्शित करने वाले 1400 फ्रेम शामिल हैं, जिसमें 300 प्रतिभागियों के शानदार कलेक्शन शामिल हैं। डिजिटल प्रदर्शनी भी है जो टिकटों और फोटोग्राफिक संग्रहों का उपयोग करके बीते वर्षों में भारत के इतिहास, संस्कृति, कला और विरासत को उजागर करते हैं। शो में फिलाटेलिक वस्तुओं की बिक्री के लिए 50 से अधिक बूथ भी हैं, जिनमें कई तरह के डाक टिकट भी प्रदर्शित किए जा रहे हैं।
प्रदर्शनी की थीम आजादी का अमृत महोत्सव और न्यू इंडिया, नारी शक्ति, युवा शक्ति, प्रकृति और वन्य जीवन और भारत की संस्कृति और इतिहास पर केंद्रित है क्योंकि यह देश की विविधता और सभी क्षेत्रों में इसकी बढ़ती आत्म-निर्भरता और विश्व में भारत के बढ़ते कद के उत्सव को चिह्नित कअमृतपेक्स-2023 में डाक टिकटों पर फिल्मों का लॉन्च, स्मारक डाक टिकटों का विमोचन, द वॉल ऑफ स्टैम्प्स, कलाकारों और चित्रकारों द्वारा लाइव पेंटिंग्स, क्यूरेटेड और गाइडेड टूर और टाइम कैप्सूल भी शामिल होंगे।”

अमृतपेक्स-2023 में एक और अनूठा आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें “सुपरवुमन सिंड्रोम-ए न्यू एज डायलिमा (एक नए युग की दुविधा), “डाक टिकट संग्रह -भारत की जड़ों और समृद्ध विरासत के लिए गर्व की भावना पैदा करने के लिए एक मंच के रूप में” और “डाक सेवाओंः वैश्विक सामाजिक-आर्थिक विकास और कनेक्ट के लिए एक माध्यम” आदि विषयों पर पैनल चर्चा की मेजबानी की जा रही है आयोजन के दौरान दुनिया के कुछ दुर्लभ टिकटों, वर्चुअल गैलरीज और कला, शिल्प, डाक टिकट संग्रह और बहुत कुछ पर कई तरह की कार्यशालाओं का भी संचालन किया जा रहा है। अमृतपेक्स-2023 के पहले दिन के आकर्षणों में टाइम कैप्सूल-शेयर योर विजन ऑफ इंडिया/2047, पपेट शो, कैरिकेचर और टैटू मेकिंग भी शामिल थे।

 प्रदर्शनी के अन्य प्रमुख आकर्षण, जिनकी आगंतुकों ने सराहना की और आनंद लिया, में भारतीय डाक के विकास से संबंधित और विशेष तौर पर इसके डाकियों के विकास पर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा विशेष रूप से तैयार किया गया नाटक भी शामिल था। इस दौरान ये भी बताया गया कि वे कैसे अलग अलग लोगों की डाक को किन परिस्थितियों में उनके पास पहुंचाते हैं।

 अश्विनी वैष्णव ने 5 दिवसीय अमृतपेक्स-2023 राष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारतीय डाक टिकटों पर 25-30 सेकंड की रील अगले कुछ दिनों में प्रत्येक रविवार को भारतीय टिकटों पर इंस्टाग्राम पर उपलब्ध होगी। ये रील्स भारतीय डाक द्वारा बच्चों का मनोरंजन करने और उन्हें भारतीय इतिहास और उनकी कहानी के बारे में टिकटों के माध्यम से सूचित करने के लिए बनाई गई हैं। इसके साथ ही आम लोगों तक भी ये रील्स डिजिटल माध्यमों से प्रसारित की जाएंगी। वैष्णव ने बताया कि यह एक डिजिटल फिलैटली होगा।

उन्होंने बताया कि डाक टिकट, भारतीय इतिहास और उसकी कहानियों के प्रदर्शन के माध्यम से यह प्रयास बड़े पैमाने पर किया जाएगा ताकि बच्चे भारत के अतीत को इतिहास के प्रारूप में जान सकें। साथ ही बच्चे भारत की विरासत और इसकी गौरवशाली परंपराओं के बारे में भी जान सकें। मंत्री महोदय ने बताया कि यह एक डिजिटल फिलैटली होगा।  बताया कि “डिजिटल फिलैटली” आकर्षक “वर्चुअल एग्जीबिशन” होगी, जिसके माध्यम से लोग इसके कंटेंट, डिजाइन और टेक्नोलॉजी के आपसी तालमेल के कारण इसके साथ जुड़ेंगे।

पिछले 8 वर्षों में इंडिया पोस्ट द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए घोषणा की कि इंडिया पोस्ट एक संपूर्ण परिवर्तन से गुजरा है और देश भर में 1.5 लाख से अधिक शाखाओं के साथ डाक प्रणाली के काफी व्यापक नेटवर्क के माध्यम से देश के आम लोगों के लिए सर्विसेज, बैंकिंग और बीमा के लिए महत्वपूर्ण बन गया है। डाक विभाग की शाखाओं के चलते खासकर ग्रामीण भारत के लिए ये सेवाएं और भी सहजता से उपलब्ध हो गई हैं।  वैष्णव ने भारतीय डाक के कर्मियों से अपील की कि अपने हर उपलब्ध मानव संसाधन के साथ प्रभावी रूप से ग्रामीण भारत के प्रत्येक घर के दरवाजे पर सेवाओं की डिलीवरी लें, जहां समयबद्ध तरीके से सेवाओं की डिलीवरी की सबसे ज्यादा जरूरत है।

इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने फिलाटेली की 5 दिवसीय प्रदर्शनी को भारतीय प्रदर्शनियों के इतिहास में एक गौरवपूर्ण क्षण बताया। इसके साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि इस तरह के शो को सार्वजनिक उपभोग के लिए दोहराया जाना चाहिए जिसमें भारत के 5000 वर्ष के इतिहास को आभासी रूपों (वर्चुअल फॉर्मेट) में प्रदर्शित किया गया है।

 देवुसिंह चौहान का विचार था कि भारतीय डाक के मानव संसाधन ने इस प्रदर्शनी को प्रदर्शित करने के लिए 7-8 महीने तक दिन-रात काम किया, जिसमें यह एक प्रकार का भावपूर्ण और प्रभावी पल बन गया है। श्री चौहान ने आम तौर पर इंडिया पोस्ट के योगदान की सराहना की और विशेष रूप से सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 2 दिनों में 7.5 लाख खाते को नामांकित करने के लिए इसके बेहद शानदार काम की सराहना की और कहा कि इंडिया पोस्ट ने समग्र रूप से 10 लाख ऐसे खाते खोले हैं जो अपने आप में एक बड़ी और व्यापक उपलब्धि है।

डाक विभाग के सचिव विनीत पाण्डेय ने अपनी प्रारंभिक प्रतिक्रिया में उद्घाटन दिवस पर मंत्री वैष्णव और  चौहान सहित भारतीय डाक के वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रदर्शनी के उद्देश्यों में से एक उद्देश्य डाक टिकट संग्रह करने की कला को को पुनर्जीवित करना है, जो टेक्नोलॉजी के आगमन के साथ समाप्त हो गई और मंत्रियों को अमृतपेक्स-2023 के लिए उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

सुश्री मंजू कुमार, चीफ पोस्टमाटर जनरल, दिल्ली सर्किल ने कहा कि “हमने बहुत कम समय में इंटरएक्टिव इंस्टालेशन, संपूर्ण प्रदर्शनी के लिए गाइडेड टूर, डाक सेवाओं पर क्विज़ और डाक संग्रह, टिकटों पर डिजिटल गेम और एक प्रभावशाली सोशल मीडिया मौजूदगी दर्ज करवाते हुए काफी कुछ नया अनुभव देने का प्रबंध किया है। इसके साथ ही हमें यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि यह युवाओं के लिए एक “एजुकेशनल पिकनिक” है, जो उनके ज्ञान और कल्पना को बढ़ावा देता है और डाक टिकट संग्रहकर्ताओं के लिए उनके प्रिय टिकटों के लिए एक विश्व स्तरीय प्रदर्शनी बनाकर “ड्रीम एग्जीबिशन के तौर पर सामने आया है।”

 डाक टिकट अतीत की बात नहीं हैं और निश्चित रूप से बेमानी नहीं हैं। वे राष्ट्रीय विरासत को मनाने और बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत ने विभिन्न प्रकार के खूबसूरत डाक टिकट जारी किए हैं जो विभिन्न विषयों को कवर करते हैं। वे उन महत्वपूर्ण घटनाओं, लोगों, संस्थाओं और सेवाओं का स्मरण करते हैं और उनका जश्न मनाते हैं जिन्होंने हमारे राष्ट्र का निर्माण किया है और यह ज्ञान सभी के द्वारा जाने जाने के लिए एक बेहतरीन मंच पर सामने आने का हकदार है।

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