राजस्थान सरकार पर्यटन के विकास के लिए प्रतिबद्ध - विश्वेंद्र सिंह

० आशा पटेल ० 
जयपुर । होटल गणगौर के जीर्णोद्वार की आधारशिला पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह, आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़, खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ व आरटीडीसी के महाप्रबंधक वी.पी.सिंह द्वारा रखी गई। अवसर था, बतौर आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के एक साल का कार्यकाल पूरा होने का। इस अवसर पर राजस्थान पर्यटन विकास निगम लि की एक स्मारिका का “साल एक, फैसले अनेक” नामक स्मारिका का भी विमोचन किया गया। 
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर्यटन और पर्यटन विभाग और आरटीडीसी के
प्रति संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि बजट में पर्यटन विभाग का बजट एक हजार करोड़ रुपए से बढ़ाकर पंद्रह सौ करोड़ रुपए करना इस बात को दर्शाता है कि राजस्थान पर्यटन का भविष्य उन्नत है और सरकार इसके विकास के लिए प्रतिबद्ध है।  विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि पर्यटन विभाग और आरटीडीसी 
मिलकर साथ काम कर रहें हैं और विभाग के अधिकारियों के सामूहिक प्रयासों से प्रदेश, पर्यटन विकास का नया इतिहास बनाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की दूरदर्शिता के कारण पर्यटन का पूर्ण उद्योग का दर्जा दिया गया और नई पर्यटन नीति लागू की गई जिससे पर्यटन के विकास में आरही तमाम बधाएं दूर हो सकी। 

पर्यटन मंत्री ने विश्वास जताया कि विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ के नेतृत्व में पर्यटन विभाग और आरटीडीसी व विभाग से जुडे अन्य उपक्रम एक टीम के रूप में काम करते हुए देश ही नहीं विदेशों में भी राजस्थान पर्यटन नई बुलंदियों पर पहुंचाएंगें।इस अवसर पर आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि उन्होंने जब एक साल पहले आरटीडीसी की कमान संभाली थी तब आरटीडीसी के हालात ठीक नहीं थे लेकिन उन्होंने इसे चुनौति के रूप में स्वीकार किया और ठान लिया की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विश्वास पर खरा उतरना है। राठौड़ ने कहा कि माननीय पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के मार्गदर्शन और विभाग के सभी आला अधिकारियों के सहयोग आरटीडीसी के कर्मचारियों का वेतन समय पर मिलने लगा, उनके लिए पेंशन की घोषणा की गई और अब आरटीडीसी के होटलों का जीर्णोद्धार भी करवाया जा रहा है।

 राठौड़ ने सभी कर्मचारियों का आह्वान करते हुए कह कि सभी कर्मचारी इस सोच के साथ काम करें कि आरटीडीसी सरकारी नहीं उनके अपने घर की है तभी आरटीडीसी की तमाम समस्याएं खत्म हो जाएगी। आरटीडीसी चेयरमैन श्री राठौड़ ने आरटीडीसी कर्मचारियों की समस्याओँ के निराकरण के लिए माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया।इस अवसर पर विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पर्यटन विकास कोष का बजट बढ़ाकर पंद्रह सौ करोड़ कर दिया ऐसे में विभाग के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक की जिम्मेदारी है कि सरकार के विश्वास पर खरा उतरें। 

श्रीमती राठौड़ ने कहा कि पर्यटन विभाग प्राइवेट सैक्टर की चुनौतियों का सामना कर करते हुए कोरोना काल के बाद लगातार उभर रहा है और इसका परिणाम है कि पैलेस ऑन व्हीलस् पुनः दौ़ड रही है। राजस्थान पर्यटन में अब निवेश की संभावनाएं लगातार बढ़ रही है यही कारण पर्यटन क्षेत्र में चौदह सौ करोड रुपए के एमओयू साइन हुए हैं, जिनमें से पैंतालीस एमओयू जल्द पूरे हो जाएंगे।

इस अवसर पर खाद्य आपूर्ति मंत्री व स्थानीय विधायक प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान की पहचान ही पर्यटन है। गहलोत सरकार को इतिहास हमेशा याद रखेगा क्योंकि कांग्रेस सरकार की नियति और नीयत साफ है। उन्होंने कहा कि आरटीडीसी के होटलों में आम आदमी हमेशा सुरक्षित महसूस करता है ऐसे में हमें आरटीडीसी को मजबूत करने के लिए नवाचारों का सहारा लेना होगा।

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