नवसंवत्सर के स्वागत के लिये स्टीकर का किया विमोचन

० योगेश भट्ट ० 
जयपुर । भारतीय संस्कृति के पावन उत्सव चैत्र शुक्ल प्रतिपदा भारतीय नववर्ष नव संवत्सर 2080 प्रारम्भ हो गया है। नव संवत्सर के स्वागत के लिये मंदिरों में गूंजे घंटे-घडियाल। इसके स्वागत के लिए 10 दिवसीय नव संवत्सर उत्सव बड़े ही धूमधाम से जयपुर में आयोजित किया जा रहे है। इस अवसर पर संस्कृति युवा संस्था के प्रधान कार्यालय पर नव संवत्सर के स्वागत के लिये स्टीकर का विमोचन किया साथ ही सभी को चैत्र नवरात्रि एवं भारतीय नवसंवत्सर की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

नवसंवत्सर उत्सव समारोह समिति के अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने बताया कि 30 मार्च तक 10 दिवसीय विभिन्न कार्यक्रम नव संवत्सर उत्सव के रूप में बडे धूमधाम से आयोजित किये गये। जिसमें नवसंवत्सर के स्वागत के लिये चार सफेद अष्व छोडे गये थे जो अष्व वास्तु के हिसाब से आठ दिशाओं में ईशान में खोले के हनुमानजी मंदिर, पूर्व में गलता, आग्नेय में गोनेर मंदिर, दक्षिण में सांगा बाबा, नैऋत्य में स्वामी नारायण मंदिर, पश्चिम में हाथोज हनुमान जी, वायव्य में कदम्ब डूंगरी व उत्तर में आमेर में काले हनुमान मंदिर जी के लिये छोडे गये और नव संवत्सर का अनूठे तरीके से प्रचार-प्रसार किया और जहां भी गये वहां पर बड़े ही धूमधाम से उनका स्वागत किया गया।

मिश्रा ने बताया कि कल मुख्य समारोह 22 मार्च को चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर जी मंदिर में शाम 6ः00 बजे 5100 दीपों से महाआरती का आयोजन होगा। इस अवसर पर जयपुर के प्रमुख संत-महंत एवं सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि उपस्थिति रहेगें। इस अवसर पर संस्कृति युवा संस्था के अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा, उदासीन आश्रम के महंत प्रधुम्न मुनी महाराज, संस्कृति युवा संस्था के संरक्षक एडवोकेट एच.सी. गणेशिया, सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय संयोजक आचार्य राजेश्वर, प्रदेशाध्यक्ष गौरव धामाणी, मदन, तेजपाल सिंह, दिनेश गुप्ता, राजेश शर्मा, वरूण शर्मा, तरुण शर्मा उपस्थित रहे।

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