रतिकांत "कैप्सूल गिल" और आने वाली फिल्म "अनुभा" में मुख्य भूमिका में नज़र आयेंगे

० संत कुमार गोस्वामी ० 
मुंबई - व्यक्ति का स्वभाव आत्मीयता का भाव ज़िद आसमा की छूने की हो इनकी चाहत ने मशहूर छोटे पर्दे हो या बड़े पर्दे पर अपनी छटा बिखेरी हैं बॉलीवुड में अपनी पहचान अख्तियार किए मशहूर एक्टर रतिकांत कामिला इनकी शार्ट फिल्म "भूख "जो गरीबी से जूझ रहे परिवार हर हालातों का सामना डटकर करना हिम्मत की दाद देते है । शॉर्ट फिल्म भूख ने दर्शको को देखने पर मजबूर की बहुत पॉपुलर रही बहुत तारीफ भी हुई ।

चांद सीट कॉलोनी में देखे जाने और स्वीकार किए जाने से ज्यादा गर्व की बात क्या हो सकती है? हर कोई बॉलीवुड सेलिब्रिटी की जिंदगी जीना चाहता है। और एक अभिनेता जिस व्यक्तित्व को चित्रित करता है वह उसे हर किसी का पसंदीदा बनाता है। रतिकांत कामिला एक ऐसे अभिनेता हैं जो प्रशंसकों के पसंदीदा साबित हुए हैं। उन्होंने कई फिल्मों में अपनी कलात्मक हुनर दिखा चुके है उनके द्वारा निभाए गए सभी पात्रों को दर्शक ने काफी सराहना करते है अंदाज वही जिसको दर्शक की पसंदीदा लगे इनको जो भी अदायेगी मिली उसे नेचुरली निभाई ।

रतीकांत कामिला का जन्म और पालन-पोषण भारत के ओडिशा के बालेसोर क्षेत्र के एक छोटे से शहर बलियापाल में एक मध्यमवर्गीय हिंदू परिवार में हुआ था। अपने लड़कपन के दौरान, वह कला के प्रति बहुत उत्साहित और आकर्षित रहे। रतिकांत ने कई हिंदी सीरियल में काम कर अपनी पहचान अख्तियार कर चुके है । 2014-2015 में डीडी नेशनल चैनल पर प्रसारित होने वाले" ऐसा प्रेम कहानी" से शुरुआत करते हुए, रतिकांत ने हिंदी फिल्मों में कई हिस्सों का चित्रित कर चुके हैं ।

टेलीविजन में साहेब बीवी और बॉस, सुहानी सी एक लड़की, संकट मोचन महाबली हनुमान, अकबर बीरबल और विक्रम बेताल शामिल हैं। इतना ही नहीं। इसके अलावा, उनके रिज्यूमे में 100 से अधिक लघु फिल्में और एक भोजपुरी फिल्म, 'तू ही तो मेरी जान है राधा' है। सरकार राज 3 उनकी पहली बॉलीवुड फिल्म थ
वह उल्लेखनीय बॉलीवुड फिल्मों जैसे मुंबई सागा (2021), कौन प्रवीण तांबे? (2022), और कई अन्य। रतिकांत ने 'तू ही तो मेरी जान है राधा 2' और 'नवरात्रि' जैसी कई भोजपुरी फिल्मों में भी काम कर चुके है।

रतिकांत के लिए एक्टिंग इंडस्ट्री में अपना नाम बनाना आसान नहीं था, जोखिम के साथ चुनौती पूर्ण था
जहां रोजाना सैकड़ों लोग नौकरी की तलाश में पहुंचते हैं। रतिकांत ने अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक लंबी दूरी तय की है और भाग्य ने उसका साथ दिया है। वह फिल्म व्यवसाय में शीर्ष कलाकारों में से एक हैं और उन्हें अपने काम के लिए व्यापक प्रशंसा मिली है। रतिकांत इन दिनों इस साल कई प्रोजेक्ट कर रहे हैं। उनका अब तक का मार्ग उन लोगों के लिए एक प्रोत्साहन है जो अपने लक्ष्यों से भटक रहे

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

बेफी व अरेबिया संगठन ने की ग्रामीण बैंक एवं कर्मियों की सुरक्षा की मांग

“द ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार 2024“ का आयोजन 5 से 7 मई जयपुर में

प्रदेश स्तर पर यूनियन ने मनाया एआईबीईए का 79वा स्थापना दिवस