W20 अंतर्राष्ट्रीय समिट की लैंगिक असमानता कम करने में भूमिका महत्वपूर्ण-संध्या पुरेचा

० आशा पटेल ० 
जयपुर । दुनिया में महिला नेतृत्व वाले विकास के लिए रणनीति बनाने पर जयपुर में हो रही डब्ल्यू-20 (महिला-20) की दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय बैठक का अंतिम दिन रहा। डब्ल्यू- 20 जी-20 का एक अधिकारिक सहभागिता समूह है। दूसरे दिन की बैठक की शुरुआत उत्साहपूर्ण वातावरण में साध्वी देवप्रिया, पतंजलि विश्वविद्यालय द्वारा योग के माध्यम से महिलाओं के लिए नेतृत्व विकास सत्र से हुई। इसके बाद जमीनी स्तर के नेतृत्व और उद्यमिता पर पूर्णसत्र का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में भारत सरकार की टैक्सटाइल राज्यमंत्री श्रीमती दर्शना जरदोश की गरिमामय उपस्थिति रही। बैठक को सम्बोधित करते हुए दर्शना जरदोश ने कहा कि भारत तेजी से महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत की जी-20 अध्यक्षता वसुधैव कुटुम्बकम की सच्ची भावना का प्रदर्शन करते हुए सभी के लिए समान लक्ष्यों और कल्याण के लिए पूरी दुनिया को एकजुट कर सकती है।
डब्ल्यू-20 इंडिया की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा ने सत्र की दिशा तय करते हुए जोर दिया कि डब्ल्यू-20 की यह बैठक लैंगिक असमानता कम करने और लैंगिक पक्षपात को ठीक करें ताकि सभी के लिए आर्थिक परिणामों में सुधार हों, के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है। पैनेलिस्टों में शामिल डब्ल्यू-20 इटली की प्रतिनिधि सुश्री एल्विरा मोरास्को ने इटली में महिलाओं द्वारा स्थापित किए गए उपक्रमों की गाथाओं को साझा किया कि किस तरह से महिला उद्यमियों के जोश का उनके स्थानीय समुदाय में सकारात्मक प्रभाव पड़ा। 

पूर्व आईपीएस और संयुक्त राष्ट्र की पूर्व अधिकारी सुश्री भारती घोष ने कहा कि जमीनी नेतृत्व सहयोग और परोपकारिता के विकासवादी पहलुओं के लिए जमीनी स्तर पर बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने डिजिटल शिक्षण मंच सार्थक की भी चर्चा की कि किस तरह से कोविड-19 के दौरान महिलाओं ने लोगों की सहायता के लिए तकनीकी समाधानों का उपयोग किया।

 क्वांटम लीप्स की संस्थापक, डब्ल्यू-20 यूएस प्रतिनिधिमंडल की सह-प्रमुख सुश्री वर्जीनिया लिटिलजॉन ने वीमेन इंटरप्रेन्योर्स फाइनेंस कोड (महिला उद्यमी वित्त संहिता)और महिला उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र को गति प्रदान करने के लिए नीतिगत ढांचा बनाने का सुझाव दिया। डब्ल्यू-20 इंडिया की मुख्य समन्वयक सुश्री धरित्री पटनायक ने पूर्ण सत्र में उपस्थित सभी प्रतिनिधियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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