संदेश

भारतीय तटरक्षक पोत सी-441 का जलावतरण

केरल के मुख्‍य सचिव टॉम होजे ने महानिरीक्षक विजय डी. चाफेकर, क्षेत्रीय कमांडर, पश्चिमी क्षेत्र के तत्‍वाधान में आज  विहिंगम हार्बर में भारतीय तटरक्षक के नये पोत का जलावतरण किया। इस समारोह के दौरान सेना, नौसेना, वायु सेना, बीएसएफ, पुलिस, विमानपत्‍तन प्राधिकरण, केन्‍द्रीय और राज्‍य प्राधिकरण और एनसीसी के वरिष्‍ठ अधिका‍री मौजूद थे।  इस समारोह के दौरान बैण्‍ड और तटरक्षकों की रस्‍मी परेड का आयोजन किया गया। भारतीय तटरक्षक पोत सी-441 तटीय निगरानी,  रोक, समुद्र में तलाश और बचाव तथा संकट में घिरी नौकाओं और पोतों की सहायता करने जैसे विविध कार्यों को करने में सक्षम है और यह केरल में तलाश और बचाव कार्य की क्षमता में वृद्धि करेगा। इस पोत की कमान सहायक कमांडेंट अमित के. चौधरी कर रहे हैं और इसके चालक दल में 13 सदस्‍य शामिल हैं, जिन्‍हें विभिन्‍न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। 

पशुधन की रक्षा करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है; पशु धन राष्‍ट्रीय धन है

तिरूपति - उपराष्‍ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने पशुधन की उत्‍पादक क्षमता बढ़ाने और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए एकीकृत खेती को प्रोत्‍साहित करने पर बल दिया है। तिरूपति के श्री वेंकटेश्‍वर पशु चिकित्‍सा वि‍श्‍वविद्यालय के 8वें दीक्षांत समारोह के उद्घाटन भाषण में  नायडू ने कहा कि एक टिकाऊ और समावेशी कृषि व्‍यवस्‍था सुनिश्चित करने के लिए पशुपालन पर ध्‍यान दिया जाना बेहद जरूरी है। एक अध्‍ययन रिपोर्ट का हवाला देते हुए श्री नायडू ने कहा कि मुर्गीपालन, डेयरी या मत्‍स्‍य पालन जैसी विभिन्‍न गतिविधियां अपनाने वाले कृ‍षक परिवारों में आत्‍महत्‍या की घटनाएं नहीं होती। उन्‍होंने कहा कि पशुधन, विपरीत मौसम और फसल नष्‍ट हो जाने की स्थिति में कृ‍षक परिवारों को वित्‍तीय संकट से उबरने में मदद करता है।  राष्‍ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण संगठन-एनएसएसओ के आंकड़ों और अनुमानों का हवाला देते हुए उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि ग्रामीण भारत में अनुमानित 90.2 मिलियन कृषक परिवार हैं। इनके लिए एक निश्चित आय सुनिश्चित करना हर किसी की प्राथमिक जिम्‍मेदारी होनी चाहिए।     उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत में सतत और समावेशी विकास सुनि

66 वें राष्‍ट्रीय फिल्‍म पुरस्‍कारों की घोषणा आम चुनाव के बाद की जाएगी

नयी दिल्ली - राष्‍ट्रीय फिल्‍म पुरस्‍कारों का चयन एक निष्‍पक्ष और स्‍वतंत्र जूरी द्वारा किया जाता है जिसमें जाने माने प्रख्‍यात फिल्‍म निर्माता और फिल्‍मी हस्तियां शामिल रहती हैं। पुरस्‍कारों की घोषणा हर साल अप्रैल महीने में की जाती है। इस साल अप्रैल-मई में 17वीं लोकसभा तथा 4 राज्‍यों के विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इनमें एक ऐसा राज्‍य भी है जोफिल्‍म निमार्ण के क्षेत्र में अग्रणी है। चुनाव के कारण इस समय चुनाव आचार संहिता लागू है जिसके तहत सभी राजनीतिक दलों और उनके उम्‍मीदवारों को अपनी बात रखने और कहने का समान अवसर दिया गया है लेकिन इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया है कि राजनीतिक दल और उम्‍मीदवार मीडिया की ताकत का इस्‍तेमाल इस तरह नहीं करें जो सामान्‍य आचरण और स्‍तर को प्रभावित करता हो। ऐसे में यह तय किया गया है कि चुनाव प्रक्रिया खत्‍म होने और और आचार संहिता की अवधि समाप्‍त होने के बाद ही राष्‍ट्रीय फिल्‍म पुरस्‍कारों की घोषणा की जाएगी।

बालिकाओं को शिक्षित करने जैसा अभियान जनआंदोलन बनना चाहिए

    चेन्नई - उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने लोगों से अपनी मातृभाषा के संरक्षण और संवर्धन का संकल्प लेने का आह्वान किया है। उन्‍होंने मातृभाषा के संरक्षण के अभियान को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल देते हुए राज्य सरकारों से प्राथमिक विद्यालय स्तर तक मातृभाषा को अनिवार्य बनाने का आग्रह किया। देशी भाषाओं के संरक्षण के प्र‍ति अपनी गहरी रुचि व्यक्त करते हुए, उपराष्ट्रपति ने छात्रों को घर पर अपनी मातृभाषा में बोलने की सलाह दी।  चेन्नई में केसरी स्कूलों के प्लेटिनम जुबली समारोह को संबोधित करते हुए  शैक्षिक संस्थानों को बच्चों में नवाचार और वैज्ञानिक सोच की भावना पैदा करने की सलाह दी। उन्होंने केसरी स्कूल के एक नए परिसर की आधारशिला भी रखी।    छात्रों को जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए, उपराष्ट्रपति ने स्कूलों को छात्रों को महान स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियां पढ़ाने और उनमें भारतीय मूल्यों को विकसित करने के लिए अनुकूल माहौल बनाने तथा पाठ्यक्रमों में सुधार लाने को कहा। श्री नायडू ने 21 वीं सदी की दुनिया और राष्ट्र की आर्थिक प्रगति की ज्ञान पर निर्भरता का हवाला देते हुए इस बात पर जोर दिया कि स्‍क

उच्‍च गुणवत्‍ता वाली शिक्षा के लिए व्‍यवस्‍था सुधारें : उपराष्‍ट्रपति

चेन्नई - उपराष्‍ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्‍थानों से व्‍यवस्‍था में लगातार सुधार लाने और उच्‍च शिक्षा प्रदान करने वाले संस्‍थानों से देश में गुणवत्‍ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया है।           चेन्नई में वीईएलएस इंस्‍टीट्यूट ऑफ साइंस, टेक्‍नॉलजी एंड एडवांस्ड स्‍टडीज के 9वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए, श्री नायडू ने तेजी से विकसित हो रही दुनिया में प्रौद्योगिकी में नित हो रहे बदलाव का उल्लेख किया और छात्रों को अपने चुने हुए क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन के लिए अपने ज्ञान और कौशल को नियमित रूप से समय के अनुरूप ढालने की सलाह दी।        देश की समृद्धि और विकास में तेजी लाने के लिए गुणवत्‍तायुक्‍त शिक्षा की जरूरत पर जोर देते हुए उपराष्‍ट्रपति ने उच्‍च शिक्षण संस्‍थाओं से अपने यहां ज्ञान और अनुसंधान के नए अवसर उपलब्‍ध कराने की इच्‍छा व्‍यक्‍त की। विकास की नई ऊंचाईयों की ओर कदम बढ़ाते समय ग्रामीण भारत की उपेक्षा नहीं किए जाने का हवाला देते हुए उन्‍होंने समग्र और समावेशी विकास का आह्वान किया।              प्रौद्योगिकी को समाज में समान

1350 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी का पता चला

नयी दिल्ली - आयकर महानिदेशालय (जांच) की दिल्ली इकाई ने कुछ सप्ताह पूर्व एक कंपनी समूह पर एनसीआर, भोपाल, इंदौर और गोवा में छापेमारी की थी। यह कार्रवाई बड़े पैमाने पर गैर-कानूनी संपत्ति के संग्रह, स्वामित्व और आवाजाही की विश्वसनीय जानकारी के आधार पर की गई थी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने पूर्व में मध्य प्रदेश में की गई छापेमारी के संबंध में प्रेस नोट जारी किया था। कुछ नई जानकारियों के सामने आने के बाद एनसीआर में 7 अप्रैल, 2019 को सौर ऊर्जा समूह पर की गई छापेमारी के संबंध में। जांच व छापेमारी के दौरान सामने आए कुछ विशेष लेनदेन से संबंधित जानकारी निम्न हैं -  370 करोड़ रुपये की गैर-कानूनी समायोजन प्रविष्टियां  :  जांच के दौरान समूह की मुखौटा (शेल) कंपनियों के बारे में जानकारी मिली जिनका इस्तेमाल सिर्फ प्रविष्टियां देने के लिए किया गया था। जाली असुरक्षित ऋण/शेयर आवेदन धन की आड़ में 370 करोड़ मूल्य की प्रविष्टियां की गई हैं। 330 करोड़ रुपये के फर्जी बिल  :  उक्त समूह के ऊर्जा संयंत्र के मामले में यह साक्ष्य सामने आया कि खर्च को बढ़ाकर दिखाने के लिए 330 करोड़ रुपये मूल्य के फर्जी

यार्ड 12706 का उद्घाटन // भारत के स्वदेशी युद्धपोत डिजाइन और निर्माण में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर

मुंबई -पीवीएसएम, एवीएसएम, नौसेना स्टाफ के एडीसी प्रमुख, एडमिरल सुनील लांबा ने मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में प्रोजेक्ट 15 बी के तीसरे पोत, गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर इम्फाल, का उद्घाटन किया। यह उद्घाटन भारत के स्वदेशी युद्धपोत डिजाइन और निर्माण कार्यक्रम की श्रृंखला में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उद्घाटन समारोह के दौरान, 3,037 टन वजन का यह युद्धपोत प्रथम बार करीब 1220 घंटे तक जल में रहा। एनडब्ल्यूडब्ल्यूए की अध्यक्ष, श्रीमती रीना लांबा  ने समुद्री परंपराओं के अनुरूप, युद्धपोत के अग्रिम हिस्से पर एक नारियल को तोड़ कर अथर्ववेद के मंत्रों के उच्चारण के साथ इसका शुभारंभ किया। प्रोजेक्ट 15 बी युद्धपोतों में अत्याधुनिक उन्नत तकनीक की सुविधा है और यह विश्व में अपनी श्रेणी के सर्वश्रेष्ठ युद्धपोतों के समान है। इन युद्धपोतों को भारतीय नौसेना के नई दिल्ली स्थित नौसेना डिजाइन निदेशालय द्वारा स्वदेश में तैयार  किया गया है। प्रत्येक युद्धपोत की लंबाई 163 मीटर और बीम पर 17.4 मीटर है और इसकी क्षमता 7,300 टन है। इन युद्धपोतों को 30 नॉटिकल मील से अधिक की गति देने के लिए इसमें चार गैस