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सरकार संसद के बजट सत्र में सभी मुद्दों पर चर्चा करेगी

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नयी दिल्ली - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सरकार संसद के आगामी बजट सत्र में सभी मुद्दों पर चर्चा करेगी। वह 31 जनवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र की पूर्व संध्या पर सर्वदलीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ज्यादातर संसद सदस्यों ने देश की आर्थिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए कहा हैं। मैं इसका स्वागत करता हूं और हमें आपके द्वारा सुझाए गए आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने सदस्यों से आग्रह किया कि वे देखें कि देश मौजूदा वैश्विक आर्थिक परिदृश्य से कैसे लाभान्वित हो सकता है। उन्होंन कहा कि हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि हम वैश्विक परिदृश्य को भारत के पक्ष में कैसे मोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस बजट सत्र में और नये साल की शुरुआत में अगर हम देश की अर्थव्यवस्था को सही दिशा दे सकते हैं, तो यह देश के लिए बेहतर होगा। सदस्यों द्वारा उठाये गये अन्य मुद्दों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आपके द्वारा उठाये गये अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर आप सभी से सहमत हूं। और मैं कहना चाहूंगा कि ऐसे सभी मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। पिछले दो सत्रों का उल्लेख करते हुए प्रधा

गुमशुदा लोगों की खोज और वाहन एनओसी प्राप्त करने के लिए दो ऑनलाइन राष्ट्रीय सेवाएं शुरू

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नयी दिल्ली - राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने सीसीटीएनएस प्लेटफॉर्म पर पुलिस की नागरिक केन्द्रित सेवाओं को लान्च किया। समारोह की अध्यक्षता गुप्तचर ब्यूरो के निदेशक अरविन्द कुमार ने की। इन ऑनलाइन सेवाओं से गुमशुदा व्यक्तियों को खोजने और वाहनों का अनापत्ति प्रमाण-पत्र (एनओसी) ऑनलाइन प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इन सेवाओं को ‘digitalpolicecitizenservices.gov.in’ पोर्टल पर या वर्तमान डिजिटल पुलिस पोर्टल पर दिए गए लिंक से एक्सेस किया जा सकता है। अभी तक ऐसी सेवाएं राज्य नागरिक पोर्टलों के माध्यम से दी जा रही थी और यह पहला मौका है जब केन्द्रीय रूप से ये सेवाएं लान्च की जा रही हैं।  एनसीआरबी के निदेशक रामफल पवार ने बताया कि गुमशुदा व्यक्ति की खोज (मिसिंग पर्सन सर्च) तथा ‘जेनरेट व्हीकल एनओसी’ सेवाएं अब नागरिकों को ऑनलाइन उपलब्ध होंगी। अब नागरिक अज्ञात पाए गए व्यक्ति, पहचानरहित मृतक की खोज राष्ट्रीय डाटाबेस से घर बैठे कर सकते हैं। इससे गुमशुदा व्यक्तियों के परिजनों को लाभ होगा और उन्हें दौड़-धूप नहीं करनी पड़ेगी। क्राइम तथा क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क प्रणाली में फोटो सहित सारे विवरण

न्यूजीलैंड ने विजिटर वीजा की टूरिज्म इंडस्ट्री पार्टनरशिप की घोषणा की

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नई दिल्ली : प्राचीन काल से ही भारतीय सूर्य नमस्कार (सूर्य को अभिवादन) से सुपरिचित हैं। यह एक लोकप्रिय योग आसन है, जो इस ग्रह पर जीवन को बनाए रखने को लेकर सूर्य के प्रति कृतज्ञता जताने के लिए जाना जाता है । इसी तरह, न्यूजीलैंड भी सुबह का कीर्तिगान करता है, और इसे दर्शाने के लिए टूरिज्म न्यूजीलैंड ने भारत में अपना नया ग्लोबल ब्रांड मार्केटिंग अभियान - '100% प्योर वेलकम - 100% प्योर न्यूजीलैंड’ लॉन्च किया है। न्यूजीलैंड उन चुनिंदा जगहों में से एक है, जहां नए दिन की पहली किरण सबसे पहले पड़ती है। इस तथ्य से प्रेरित होकर टूरिज्म न्यूजीलैंड ने '100% प्योर वेलकम - 100% प्योर न्यूजीलैंड' के तहत प्रचार सामग्रियों की एक श्रृंखला जारी की है। इसमें स्थानीय लोग आगंतुकों को देशभर में उनकी पसंदीदा जगहों से 'गुड मॉर्निंग वर्ल्ड' के संदेश देते नजर आते हैं। अभियान दिखाता है कि कैसे गर्मजोशी से भरपूर दोस्ताना लोग, हैरान कर देने परिदृश्य और शामिल होने के लिए ढेर सारी तरह-तरह की गतिविधियां न्यूजीलैंड को एक अनूठा अवकाश गंतव्य बनाती हैं। टूरिज्म न्यूजीलैंड की रीजनल कंज्यूमर मार्केटिंग मैने

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ( शिक्षा विभाग) ने बच्चों को अनमोल तोहफा दिया

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जे जे टैगोर गार्डन विद्यालय परिसर में विज्ञान संग्रहालय की स्थापना

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नयी दिल्ली - दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ( शिक्षा विभाग) पश्चिमी क्षेत्र ने अपने बच्चों को एक अनमोल तोहफा दिया है। जे जे टैगोर गार्डन विद्यालय परिसर में विज्ञान संग्रहालय की स्थापना की गई है ,इस विज्ञान संग्रहालय में भिन्न- भिन्न प्रकार के डायनासोर लगाये गये हैं ताकि बच्चे मनोरंजन के साथ-साथ पृकृति को नज़दीक से तथा विज्ञान के प्रति रुचि विकसित कर सके और इतिहास को दिलचस्पी के साथ जान सकें । इस अवसर पर नजदीकी स्कूलों के बच्चों ने किया भ्रमण , इनकी कौतुहलता , जिज्ञासा व खुशी इनके चेहरों से साफ झलक रही थी । आगामी समय मे ये संग्रहालय विभाग के बच्चों के अतिरिक्त अन्य सभी बच्चों के लिये प्रेरणास्त्रोत व भ्रमणस्थल बनेगा ऐसा प्रतीत होता है।  

दिल्ली में लिटिल बडी प्रीस्कूल,ब्रिटेन आधारित एक इकाई

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लिटिल बडी प्रीस्कूल प्राइवेट लिमिटेड जो देश की कॉन कैपिटल से बाहर है, एक ऐसी उद्यम है जो स्कूली शिक्षा पूर्व और बच्चों के विकास पर केंद्रित है। वे फ्रेंचाइजी मॉडल के रूप में संचालित हैं, जिसमें शिक्षा, शिक्षा और विकास, पाठ्यक्रम वितरण, फ्रेंचाइजी के लिए प्रचालनात्मक और कार्यात्मक मूल संरचना का विकास, तैयार और अनुश्रवण ब्रांड द्वारा किया जाता है, जिससे प्री-स्कूलीकरण के लिए बिना किसी छेड़छाड़ के शैक्षिक और विकास वितरण मॉडल को सुरक्षा के उच्चतम मानकों के साथ सुनिश्चित किया जाता है। नई दिल्ली । लिटिल बडी प्रीस्कूल ने लंदन, ब्रिटेन में स्थापित पंजीकृत कार्यालय तथा अपने कार्पोरेट कार्यालय हैदराबाद, तेलंगाना के साथ अब दिल्ली में अपना विशिष्ट फ्रेंचाइजी मॉडल शुरू किया है। ब्रांड की शुरुआत में कंपनी के प्रोमोटर ने दिल्ली, ऊ.प्र., एवं एन.सी.आर. क्षेत्र के लिए मास्टर फ्रेंचाइजी के साथ अपने नए लोगो का अनावरण किया और उनके मास्कोट रुडो को भी पेश किया। इस कार्यक्रम अनावरण सुनील दीवान और डॉ मंजू दीवान द्वारा किया गया। लिटिल बडी प्रीस्कूल में अपनाई गई शिक्षा की धारणा और दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए

Poet,Author KAVITA MUKHAR Exclusive Interview

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जी-5 ने विश्व स्तरीय ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध कराने के मकसद से एडुआरा के साथ साझेदारी की  

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इस साझेदारी के बाद पारंपरिक शिक्षण प्रणाली का परिदृश्य पूरी तरह बदल जाएगा और कक्षा 6 से 12 वीं के छात्रों को उनके एजुकेशन बोर्ड के पाठ्यक्रम के अनुसार हिंदी और अंग्रेजी में कॉन्सेप्ट आधारित शिक्षण सामग्री प्रस्तुत की जाएगी। शिक्षण सामग्री प्रत्येक विषय पर आधारित होगी और इसमें कॉन्सेप्ट को समझाने वाले अभिनव और इंटरैक्टिव तरीकों का उपयोग किया जाएगा। अध्ययन सामग्री विभिन्न एजुकेशन बोर्ड के अनुरूप होगी, जिनमें आईसीएसई, सीबीएसई और सात राज्यों (महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु) के शिक्षा बोर्ड भी शामिल हैं। नयी दिल्ली -  देश के सबसे बड़े ‘कॉनटेक‘ ब्रांड जी-5 ने प्रीमियर डिजिटल एजुकेशन प्लेटफॉर्म एडुआरा के साथ एक विशेष साझेदारी की घोषणा की। ओवर द टॉप कंटेंट के भारतीय उपभोक्ताओं के लिए कंटेंट परिदृश्य को नए सिरे से परिभाषित करने और 100 से अधिक मूल कार्यक्रम, सिनेमा, समाचार और अपनी नई जेमिफिकेशन सामग्री की एक सीरीज के साथ लाखों लोगों का मनोरंजन करने के बाद जी-5 ने देशभर में अपने दर्शकों तक उद्देश्यपूर्ण सामग्री पहुंचाने के लिहाज से एक मजबूत कदम उठाया ह

सरकार आम बजट 2020 में इंश्योरेंस के लिए सैंडबॉक्स नीति अपनाए

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नयी दिल्ली - पॉलिसीबाज़ार.कॉम के चीफ बिजनेस ऑफिसर एवं सह-संस्थापक तरुण माथुर ने बताया कि देश की सिर्फ 8% जनसंख्या के पास टर्म, हेल्थ जैसा किसी एक प्रकार का इंश्योरेंस है, और प्योर प्रोटेक्शन वाले इंश्योरेंसधारकों की संख्या काफी कम है। उन्होंने कहा कि , “ हमारे यहां यूरोप की तरह एक सामाजिक सुरक्षा प्रणाली उपलब्ध नहीं है , जिसमें सरकार अपने नागरिकों के रिटायरमेंट के बाद उनकी सभी ज़रूरतों का ख्याल रखती है। बल्कि , हमारे देश में नागरिकों को सिर्फ इंश्योरेंस के रूप में ही सामाजिक सुरक्षा मिलती है। इसलिए , सरकार के लिए यह ज़रूरी होगा कि आम बजट 2020 में इंश्योरेंस के लिए सैंडबॉक्स नीति अपनाए और देश को सामाजिक रूप से सुरक्षित बनाने वाले लोगों को प्रोत्साहन दिया जाए।”

कैट देश भर के व्यापारियों की जनसख्यां का रजिस्टर बनाएगा

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रिटेल व्यापार के लिए न कोई नीति है अथवा न कोई मंत्रालय है ! इस डेटा के तैयार होने के बाद कैट बेहद मजबूती से पृथक रूप से एक मंत्रालय गठित करने की मांग करेगा! नयी दिल्ली - नेशनल पापुलेशन रजिस्टर की तर्ज़ पर कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) देश भर के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के व्यापारियों एवं उनके यहाँ कार्यरत कर्मचारियों का एक डेटा तैयार करेगा जिससे देश भर के व्यापारियों की बुनियादी समस्याओं को बेहतर तरीके से सरकार के सामने रखा जाए और सरकार उस डेटा के आधार पर व्यापारी वर्ग के लिए नीतियां बना सके ! कैट ने यह अभियान केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल के उस सुझाव पर तैयार करने का निर्णय लिया है जो उन्होंने 27 जनवरी को दिल्ली में कैट द्वारा आयोजित एक व्यापारी सम्मेलन में दिया था ! कैट ने माना है कि  गोयल का सुझाव बेहद तार्किक है और देश के रिटेल व्यापार के लिए केंद्र एवं अन्य राज्यों में सरकारों से सुविधाओं के अधिकार को मांगने एवं व्यापार के लिए समर्थन नीति बनवाने में इस डेटा का बहुत महत्व होगा ! कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी.भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प

आपके व्यक्तित्व के लिए "कॉपर" का एक रॉयल टच

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पुरुषों के लिए सबसे अच्छे इत्र ब्रांड में से एक, लायला ब्लांक, इसकी शानदार सुगंध ‘ रॉयल टच ’ को पेश करता है। अमीर इत्र, रॉयल टच कॉपर एक देहाती और शाही लालित्य के साथ एक उल्लेखनीय स्थायी खुशबू है। एक पार्टी या देर रात के खाने के लिए आदर्श, 'रॉयल टच कॉपर' में एक सुंदर खुशबू है जिसे आकस्मिक घटनाओं या विशेष अवसरों पर सजाया जा सकता है। यह एक शानदार शादी के तोहफे के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि इसकी शानदार बनावट और स्थायी खुशबू है। रॉयल टच कॉपर इत्र में पैचौली और तम्बाकू की सुगंध शामिल है जो कि देवदार, कस्तूरी, चंदन और थोड़ा खट्टे के साथ पूरी तरह से उपयोग किया जाता है, जो एक सुंदर सुगंध प्रदान करता है जो बाकी भीड़ से अलग खड़ा करता है। एक इत्र जो लंबे समय तक टिका रहता है, शाम को आपके व्यक्तित्व में एक "रॉयल टच" जोड़ता है। 

बेहतर शिक्षा के साथ संस्कार देना विद्यालय का मुख्य काम

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इसुआपुर (सारण) :- गणतंत्र दिवस के मौके पर इसुआपुर प्रखंड के संस्कारदीप इन्टरनेशनल स्कूल के निदेशक सह इसुआपुर प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष संगम बाबा ने झण्डोत्तोलन किया । वहीं झण्डोत्तोलन के उपरान्त सांस्कृतिक कार्यक्रम के मंच का उद्घाटन प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डा० विजय किशोर प्रसाद, इसुआपुर थाना प्रभारी अशोक कुमार दास, डा० बी० के० सिंह, डा० संदीप कुमार, डा० ददन प्रसाद, गंडक विभाग के एस०डी०ओ० अशोक सिंह, डा० बलिराम सिंह, मुखिया प्रतिनिधि रामप्रकाश दास, राजकिशोर सिंह, पूर्व मुखिया विजय सिंह ने संयुक्त रुप से विधिवत दीप प्रज्वलित कर मंच का उद्घाटन किया । इस अवसर पर अतिथियों को स्कूल के निदेशक सह मुखिया संगम बाबा ने अंगवस्त्र व विधालय का प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुये डा० विजय किशोर प्रसाद ने कहा की इस ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह के विधि व्यवस्था के साथ बच्चों को शिक्षा देना अपने आप में बहूत बङी बात है ।  वहीं डा० बी० के० ने अपने सम्बोधन में कहा की जिस तरह विधालय का नाम संस्कारदीप है वैसे हीं बच्चों में संस्कार व अनुशासन देखकर लगा की गाँव में रहकर भी बच्च

उत्तराखंड एकता मंच द्वारा उतरायणी महोत्सव "एकता का प्रतीक"

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नयी दिल्ली - उत्तराखंड एकता मंच द्वारा उतरायणी महोत्सव के पावन पर्व पर दादा देव के विशाल प्रांगण में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। एकता के प्रतीक इस समारोह का आयोजन यदि महिला आयोजकों द्वारा बहुत कम समय की उपलब्धि पर आयोजित किया गया, लेकिन उनका प्रयास इतना सफल हुआ कि उत्तराखंड वासियों द्वारा ही नहीं अपितु पालम क्षेत्र के समस्त निवासियों दादा देव का विशाल मैदान भी कम पड़ गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने जन जन के मन को जहां आनंदित किया वहीं अपनी गढ़वाली ,कुमांउनी उत्तराखंडी संस्कृति से सबको तरोताजी यादों मैं सरोबार कर डाला। कार्यक्रम में सभी वर्गों को स्थान दिया जाना भी एकता का ही स्वरूप है। छात्र छात्राओं की लेखन,कला, एवं निबंध प्रतियोगिता, देश में उत्तराखंड का सम्मान बढ़ाने वाले सभी युवा युवतियों को मंच में सम्मानित किया गया। एकता मंच की एक विशेषता, सभी राजनीतिक दलों की उपस्थिति अवर्णीय थी उनका मधुरता पूर्वक आतिथ्य स्वीकार किया जाना, साथ ही सहयोग एकता का परिचायक है। निकट भविष्य में उत्तराखंड के युवाओं से ऐसी आशा की जाती है कि वे अपनी एकता की डोर को इतनी मजबूत बनायें कि उनका राजनैतिक और सामाज