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लर्निंग और वर्क के लिए सुरक्षा के मामले में कारगर है

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नयी दिल्ली -कोरोना संकट के दौरान देश भर में लॉकडाउन की वजह से तकरीबन सभी कार्य ठप्‍प है। चाहे स्‍कूल हो या दफ्तर, हर जगह बंदी है। ऐसे में बच्‍चों की पढ़ाई और ऑफिस में काम करने वाले लोगों के लिए GuruVw.com काफी कारगर साबित हो सकता है। इसके एप के माध्‍यम से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये लर्निंग से लेकर वर्क करना आसान होगा, वो भी अपने घरों में बैठकर। लॉक डाउन में स्‍कूल में सेशन लेट न हो इसके लिए ऑन लाइन पढ़ाई शुरू हो गई है। ऐसे में GuruVw सेफ डिस्‍टेंसिंग के साथ बच्‍चों के बेहतर ऑप्‍शन है।  इस बारे में  विकास ने बताया कि  वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सॉफ्टवेयर (फ्री) सीखने और पूरी सुरक्षित के साथ काम करने के लिए सक्षम है। हम शिक्षकों, व्यवसायों, परामर्शदाताओं, आर्ट वीडियो और डॉक्टरों के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग उपकरण की ओर देश के तमाम राज्‍यों का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। उन्‍होंने बताया‍ कि GuruVw को डाउनलोड करना आसान है। इसका उपयोग भी बेहद सरल और सहज है। इस एप के लिए GuruVw.com को क्लिक करना होगा। हमारी कोशिश है कि GuruVw लॉकडाउन संकट के बीच लोगों के आश्‍वयक कार्य को सरल बनाने का काम करें।

हर महिला के लिए देश भर में अभियान

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नई दिल्लीः जहां एक ओर दुनिया कोविद .19 से लड़ रही है, इस समय ;हाइजीन्इकद्ध प्रोडक्ट भी ज़रूरी हैं जो सुरक्षित रहने और स्वच्छता बनाए रखने में मदद करें। इस मुश्किल दौर में ज़रूरतमंद लोगों को भोजन और दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, साथ ही महिलाओं की ज़रूरतों को समझना भी ज़रूरी है। सैनिटरी नैपकिन हर महिला की मूल ज़रूरत है जो उन्हें ब्व्टप्क्.19 के दौरान साफ-सफाई रखने और इन्फेक्शन से बचने में मदद करती है, खासतौर पर इस ब्व्टप्क्.19 के दौर में यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। आज पूरी दुनिया सदी के सबसे चुनौतीपूर्ण स्वास्थ्य संकट के दौर से गुज़र रही है। अधिकारी लोगों तक हर तरह की मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, ज़रूरतमंदों तक भोजन से लेकर मास्क और सैनिटाइज़र तक पहुंचाए जा रहे हैं।  महिलाओं को माहवारी के लिए हाइजीनिक प्रोडक्ट उपलब्ध कराने वाले भारतीय ब्राण्ड परी ने हर ज़रूरतमंद महिला तक सैनिटरी नैपकिन पहुंचने का फैसला लिया और अपने अभियान रुैीमथ्पतेज का लाॅन्च किया है, क्योंकि ब्राण्ड का मानना है कि सैनिटरी नैपकिन हर महिला के लिए ज़रूरी हैं रुच्ंके।तमम्ेेमदजपंस।  परी, ब्प्प्.प्ॅछ, रसोई आॅन व्हील्स, पंजाब प

शालीमार पेंट्स ने एसजीटी मेडिकल कॉलेज में पेंट दान किया

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नई दिल्ली : प्रतिष्ठित पेंट निर्माता शालीमार पेंट्स ने हाल ही में घोषणा की है कि वह गुड़गांव स्थित एक प्रमुख अस्पताल और अनुसंधान संस्थान एसजीटी मेडिकल कॉलेज को पेंट दान करेगी। यह घोषणा देश में कोरोनावायरस के प्रकोप से लड़ने में शालीमार पेंट्स की ओर से की जा रही मदद का एक हिस्सा है।  एसजीटी मेडिकल कॉलेज ने कोविड-19 रोगियों के लिए कई क्वारेंटाइन वार्ड बनाए हैं और वह मरीजों की सुरक्षा, स्वच्छता और उच्च-स्तरीय रखरखाव सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है। एक जिम्मेदार ब्रांड के रूप में शालीमार पेंट्स ने कोरोनावायरस प्रसार के खिलाफ लड़ाई में अपने योगदान के रूप में अपने प्रोडक्ट्स दान करते हुए गुड़गांव-बेस्ड अस्पताल के लिए समर्थन का हाथ बढ़ाया है। एसजीटी मेडिकल कॉलेज के अलावा शालीमार पेंट्स ने लेमन ट्री और फर्न होटल्स को भी पेंट दान करने का वादा किया है, जो कोविड-19 रोगियों के लिए क्वारेंटाइन केंद्र के रूप में कमरे दे रहे हैं। 1902 में स्थापित शालीमार पेंट्स का इतिहास भारत में पेंट उद्योग का इतिहास भी है। कंपनी सजावटी पेंट और औद्योगिक कोटिंग्स के निर्माण और मार्केटिंग का कार्य करती है। डेकोरेटि

स्कूल बंद होने से ब्राइट ट्यूटी ऐप में छात्रों की 225% वृद्धि

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नयी दिल्ली . COVID-19 महामारी को रोकने के प्रयासों में देशभर के सभी सार्वजनिक और निजी संस्थानों, जैसे स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटरों की पढ़ाई पूर्णतः स्थगित की जा चुकी हैं। इस  शैक्षिक व्यवधान को सुव्यवस्थित करने और छात्रों की स्कूली शिक्षा को नियमित बनाए रखने के लिए भारत के लोकप्रिय स्टडी प्लेटफॉर्म ब्राइट ट्यूटी ने अपनी कमर कस ली है। इस मुश्किल दौर में ब्राइट ट्यूटी द्वारा सभी छात्रों के लिए अध्ययन सामग्री और परीक्षा तैयारी किट मुफ्त प्रदान की जा रही है। राजस्थान, हरियाणा और नागालैंड के राज्य शिक्षा बोर्डों की ब्राइट ट्यूटी के साथ विशेष भागीदारी है। यह शिक्षण बोर्ड अपने सभी स्कूली छात्रों को लॉकडाउन के दौरान ब्राइट ट्यूटी ऐप से पढ़ने की सलाह दे रहे हैं। इस दौर में ब्राइट ट्यूटी की पहल व कार्यों को विभिन्न शैक्षिक बोर्ड के बीच खूब सराहा जा रहा है। प्रत्येक भारतीय छात्र को किफायती दरों पर विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के अपने मिशन में ब्राइट ट्यूटी (ऑनलाइन लर्निंग पोर्टल) ने अपने उपयोगक्ता छात्रों की संख्या में 225% वृद्धि दर्ज की है। साथ ही इस मुश्किल दौर में छात्रों द्वारा हमारे ऐ

ड्रूम की पहली डिजिटल सेलर मीट

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 गुरुग्राम : भारत के सबसे बड़े और अग्रणी ऑनलाइन ऑटोमोबाइल लेन-देन बाज़ार ड्रूम ने हाल ही में अपने मासिक सेलर मीट की मेजबानी की - लेकिन इस बार डिजिटल ट्विस्ट देकर। राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बीच यह मीट ऐसा पहला कार्यक्रम है जो पूरी तरह से वर्चुअल हुआ। लॉकडाउन के बावजूद ब्रांड का फोकस बिजनेस को सामान्य रूप से जारी रखने पर है और इस पर प्रकाश डालते हुए डिजिटल सेलर मीट में दिल्ली-एनसीआर और बैंगलोर के 40 डीलर्स को ज़ूम के जरिये जोड़ा गया। इस मीट के दौरान ड्रूम के संस्थापक और सीईओ संदीप अग्रवाल ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से विक्रेताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “समूची बिजनेस कम्युनिटी महामारी के प्रभावों को महसूस कर रही है। ऐसे कठिन समय में मुझे आशा है कि आप और आपके परिवार सुरक्षित हैं और सभी सावधानियों और सुरक्षा उपायों को अपना रहे हैं। ड्रूम विक्रेताओं के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और आपकी बेहतर सेवा के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है। हम आपके लिए कुछ यूनिक ऑफरिंग्स और सुझाव लेकर आए हैं और उस पर हमें आपके इनपुट्स की आवश्यकता होगी। कृपया अपने विचारों या सुझावों को साझा करने के लिए इस प्लेटफ

जापानी मशीन से किया जा रहा है सेनेटाइज़

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हम धोखे में थे-अगर इंसान अपनी टांग न अड़ाए

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