संदेश

108 शिक्षक 'सर्व भाषा ट्रस्ट राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान' से सम्मानित

चित्र
नयी दिल्ली - "शिक्षक कलम पकड़ने का ढंग सिखाने से लेकर कैरियर चुनने तक की भूमिका निभाते हैं। उनकी भूमिका मात्र शिक्षा प्रदान करना नहीं है, अपितु आदर्श शिक्षक विद्यार्थियों में संस्कार डालते हैं और राष्ट्र को सुसंकृत करते हैं।ऐसे में शिक्षकों को सम्मानित करना, स्वयं सम्मानित होना है।" सर्व भाषा ट्रस्ट के अध्यक्ष, वरिष्ठ साहित्यकार व शिक्षाविद अशोक लव ने शिक्षक-दिवस के महत्व को बताते हुए कहा। ज्ञातव्य हो कि शिक्षक दिवस के अवसर पर देश के 108 शिक्षक 'सर्व भाषा ट्रस्ट राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान' से सम्मानित किये गए। सम्मान समारोह ऑनलाइन हो रहा था। सर्व भाषा ट्रस्ट के समन्वयक केशव मोहन पाण्डेय ने कहा -" कोविड-19 से पैदा हुए संकट ने शिक्षा का पूरा परिदृश्य ही बदल दिया है। इसके कारण देश में डिजिटल शिक्षा का चलन तेजी से बढ़ा है। शिक्षण प्रक्रिया में तकनीक और प्रौद्योगिकियों का भी प्रयोग हो रहा है। आज शिक्षक को शिक्षक बने रहने के लिए सीखने की प्रक्रिया जारी रखनी है। सर्व भाषा ट्रस्ट द्वारा समाज, देश के इन भविष्य-निर्माताओं को सम्मानित करने की योजना पिछले साल भी बनाई गई थी, मगर इ

अजनारा ली गार्डन और पैरामाउंट गोल्फ फारेस्ट सोसायटियों में अपराधियों के बढ़ते हौसलों के चलते सुरक्षा को लेकर प्रदर्शन

चित्र
हाल ही में अजनारा ली गार्डन सोसायटी में सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए बदमाशों ने सोसायटी में घुसकर दो लोगों की हत्या कर दी। इससे यहां और आसपास के निवासी सकते में आ गए हैं और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उनमें रोष भी पाया गया। पता चला कि बिल्डर द्वारा मेन्टिनेंस और सुरक्षा के नाम पर तगड़ी रकम वसूलने के बावजूद सीसीटीवी कैमरे, प्रवेश द्वार, खाली पड़े फ्लैट्स को लेकर कोई खास चिंता नहीं है। कोई अपराधी कहीं से भी किसी जगह घुस कर यहां बैठकर नशा आदि कर सकता है या किसी जघन्य अपराध को अंजाम दे सकता है। ग्रेटर नोएडा । दिल्ली एनसीआर में लोगों को सस्ता सुलभ आवास दिलाने में असफल रही सरकारों ने पिछले लगभग दो-तीन दशकों में प्राइवेट बिल्डरों को कंक्रीट के जंगल बनाने की छूट तो दी परंतु रेरा जैसे संस्थानों के गठन के बावजूद इनकी बेलगाम दौड़/भ्रष्टाचार/ठगी आदि पर न तो कोई अंकुश लग सका और न ही घर का सपना संजोए रखने वालों की मूलभूत समस्याओं पर ही कोई खास ध्यान दिया जा सका। यही वजह है कि आज दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा जैसे तेजी से विकसित होते शहर में ही अनेक बिल्डरों के ख़िलाफ़ कोर्ट की मेहरबानी से सेवा में कोताह

कविता // मेरी मातृभूमि मेरा गांव

चित्र
विजय सिंह बिष्ट   मेरी मातृभूमि मेरा गांव जिसकी गोदी में हम जन्में, वह पवित्र धरा है मेरा ग्राम, उसकी पूजा में हम अर्पित, शत् शत् उसको मेरा प्रणाम्।। इसका आदि पुरुष लोधा जो होगा, जिसने अविरल धरती को भोगा, नाम दिया लोदली * पावन धरती का, उनका स्मरण करें,नमन करें। कितने वंशज आए होंगे, त्याग पूर्व अपना मूल, कितनी राहें काटी होंगी, कितने पथ आए होंगे भूल, एक लक्ष्य था अचल संपत्ति का, चले नये लक्ष्य पाने की ओर, छोड़ अपनी जननी जन्मभूमि को चले बसाने नयी मातृभूमि की ओर। एक नहीं दो आए होंगे, लेकर ब्राह्मण औजी कोली, साथ संगनी पशुधन लेकर , आई होंगी बेचारी भोली।। बीर भट्ट सा रहा होगा बेचारा लोधी, संग में अग्रज था, वह भूमी का लोभी, बन संम्पदा चौरस धरती, पर किया कर्मभूमि का अभ्यास, जन्म मरण शुभ कर्मों से, नित नित किया नव प्रयास।। कितने हाथों से इस धरती को, नये नये खेतों में गूंथा होगा, घास फूंस की बना  छोपड़ी, उसमें जीवन भोगा होगा , पनघट बना पंदयारे की रौली, कितने सावन बीते होंगे,कितनी होली।। लोधी सपूत देबू का, चला इतिहास नया, धारदेव ने पिता का, मार्ग और प्रसस्त किया। सरबू ,श्रदेव ने पशुपालन को, चरवाह

नृत्य मेरा प्राण, सम्मान और मेरी आत्मा है : शोवना नारायण

चित्र
आज हम जो कथक नृत्य देखते हैं, वह कथक समुदाय से बहुत अलग है। आज के खड़े मंदिरों में नृत्य रूपों को दर्शाती मूर्तियां, सबसे अच्छे रूप में लगभग 1000 से 1100 वर्षों के बीच की हैं। गुप्त और मौर्य काल के मंदिर और मूर्तियां कहां हैं जो वास्तुकला और मूर्तियों से बहुत समृद्ध थे! हम भारत के छोटे संग्रहालयों और अभिलेखागार पर ध्यान नहीं देते हैं, जो पुराने जमाने की सूचनाओं का भंडार समेटे हुए है। यहीं पर हमें कत्थक नृत्य के रूप और भाव में निरंतरता को देखना और इसे ढूंढना है। कोलकाता : “नृत्य मेरा प्राण, सम्मान और मेरी आत्मा है’’। मैं अपने जीवन के दोनों अलग हिस्से, एक नृत्यांगना और एक सरकारी अफसर दोनों ही मुझे काफी प्रिय था और मुझे दोनों से हीं काफी लगाव था। औपचारिक शिक्षा ग्राहण करने के पहले तीन वर्ष की उम्र में ही मै नृत्य की दुनिया में प्रवेश कर चुकी थी। मेरे घर में मेरा एक काफी सुंदर लहंगा है, जिसे देख आज भी वह छवि नजरों के सामने आ जाती है कि मैने कितनी कम उम्र में डांस शुरू की थी।  श्री सीमेंट  एवं  प्रभा खेतान फाउंडेशन  द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित ‘‘एक मुलकात’’ नामक ऑनलाइन वेबिनार सत्र में कथक

उत्तर प्रदेश : जी0एस0टी0 के तहत ज्यादा से ज्यादा व्यापारियों का पंजीकरण करेगी राज्य सरकार

चित्र
लखनऊ / उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही आर्थिक गतिविधियों को तेजी से बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ‘दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी’ के प्रति लोगों को विशेष रूप से जागरूक करते हुए आर्थिक गतिविधियां संचालित कराई जाएं। मुख्यमंत्री यहां लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा कर्मियों को मेडिकल संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी प्रबन्ध किए जाएं। एस0जी0पी0जी0आई0, के0जी0एम0यू0 तथा डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान द्वारा 1,000 आई0सी0यू0 बेड्स तैयार किए जाएं। उन्होंने कन्टेनमेंट जोन में सभी लोगों का कोविड-19 टेस्ट सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक रविवार को बाजारों की प्रदेश व्यापी साप्ताहिक बन्दी के स्थान पर अब बाजारों की साप्ताहिक बन्दी पूर्व निर्धारित व्यवस्था के अनुरूप रहेगी। उन्होंने कहा कि कन्टेनमेंट जोन को छोड़कर अन्य स्थानों पर सभी होटल व रेस्टोरेंट का संचालन कराया जाए। इस गतिविधि में संक्रमण से सुरक

आईएचसीएल के फूड डिलीवरी प्लेटफार्म क्यूमिन का जयपुर में शुभारंभ

चित्र
डिजिटल मेन्यू में आपके पसंदीदा गिआर्डिनो रेस्टोरेंट से बेहतरीन और असली इटालियन व्यंजन जैसे कि ताज़ा गोर्मे पिज्जा, लजीज होममेड पास्ता और स्वादिष्ट डेजर्ट्स शामिल हैं। सिग्नेचर डिशेस में प्रतिष्ठित सिनेमन रेस्टोरेंट से मुंह में डालते ही पिघलने वाले नर्म, मुलायम कबाब –  कश्मीरी सीक कबाब, अंगेटी मुर्ग टिक्का और शाकाहारी में पनीर मिर्च पुदीना टिक्का और दही के कबाब शामिल हैं। इस क्षेत्र के अन्य मशहूर व्यंजन जैसे कि गोश्त कच्छावा, सिनेमन चिकन करी, कच्चे गोश्त की बिरयानी, दाल सिनेमन आदि भी इस मेन्यू में शामिल हैं।  मेहमानों की पसंद द मार्बल आर्च की एशियन डिशेस में थाई करी, कुंग पाव चिकन और चावल, नूडल्स की कई डिशेस शामिल हैं। जयपुर – इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) का गुर्मे फूड डिलीवरी प्लेटफार्म ‘क्यूमिन‘ का जयपुर में शुभारंभ।   अपनी शानदार रसोई के लिए मशहूर जय महल पैलेस, जयपुर के लाजवाब रेस्टोरेंट्स द मार्बल आर्च, जिआर्डिनो और सिनेमन के लजीज व्यंजनों का स्वाद अब आप अपने घर पर बैठकर चख सकते हैं।   जय महल पैलेस के जनरल मैनेजर मानवेन्द्र राठौड़ ने बताया, “जयपुर को गर्व से देश का कुलिनरी

सिद्धार्थनगर के 3 प्रवासी मजदूरों की सड़क दुर्घटना में मौत,रोजगार के लिए मुंबई जा रहे थे

चित्र
सिद्धार्थनगर  : सिद्धार्थनगर जनपद के डुमरियागंज- मालीमैंनहा में एक और इटवा के से ऊंरहवा गांव के दो प्रवासी मजदूरों की 4 सितंबर को रात 1.30 बजे मध्यप्रदेश के इंदौर के पास सड़क हादसे में मौत हो गई। पिकउप में 29 लोग सवार थे, जिसमें 3 की मौत और दो दर्जन से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मालीमैंनहा के प्रवासी मजदूर मुनिराम गुप्ता (42) का दुर्घटना में मौत हो गई। उनकी पत्नी रीता देवी ने कहा कि हमारे पति मुंबई-थाणे में भंगार का काम करते थे। जिससे हमारे परिवार का पालन-पोषण चलता था। लॉकडाउन में 2 महीने तक मुम्बई में बहुत परेशानी काटने के बाद गाँव आए और यहां 4 महीना रहने के बाद काम न मिलने की वजह से घर चलाने में दिक्कत हो रही थी। जिसके वजह से दुबारा मुम्बई, थाणे कमाने के लिए गुरुवार, 3 सितंबर को निकले ही थे की दूसरे दिन पता चला कि पति की दुर्घटना में मौत हो गई। अब हम कैसे परिवार चलाएंगे मेरा बड़ा लड़का अभी कक्षा 11 में है। पीपुल्स एलाइंस प्रतिनिधिमंडल ने मृतक प्रवासी मजदूरों के परिजनों से की मुलाकात। इटवा के सेऊंरहवा के दो प्रवासी मजदूरों की भी उसी दुर्घटना में मौत हो गई। उनसे पीपुल्स के नेता श