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विश्व मैत्री मंच की ऑनलाइन बहुभाषी काव्य गोष्ठी

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300 करोड़ रूपये से ज्यादा दांव पर

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आचार्य ज्योतीन्द्र प्रसाद झा 'पंकज' को उनकी 43वीं पुण्यतिथि पर ऑनलाइन कार्यक्रम

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विभिन्न बोलियों की ऐसी गंगा बही कि सब उसमें डूबते-उतरते गए

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नयी दिल्ली - हिंदी दिवस के उपलक्ष में विश्व मैत्री मंच की दिल्ली इकाई द्वारा ऑनलाइन बहुभाषी काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्ष डाॅ भावना शुक्ला और मुख्य अतिथि सरोज गुप्ता थी। अर्चना पांडेय द्वारा दीप प्रज्वलन के बाद सुषमा भंडारी ने राजस्थानी सरस्वती वंदना सुमधुर स्वर में गाई। इस अवसर पर संतोष श्रीवास्तव ने अपने स्वागत भाषण में संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि " संस्था उन प्रतिभागीयो को मंच प्रदान करने का प्रयत्न करता है जिन्हें ये अवसर प्राप्त नही होता। इसके उपरान्त सुषमा के कुशल संचालन में संतोष श्रीवास्तव,डाॅ शुभ्रा,नीलम दुग्गल,वीणा अग्रवाल,डाॅ दुर्गा सिन्हा ,डाॅ भावना शुक्ला,सुरेखा जैन ,डाॅ सरोज गुप्ता,शकुन्तला ,पूनम गुप्ता,वंदना,पुष्पा सिन्हा ,डाॅ कल्पना पांडेय, राधा गोयल ,अंजू जैमिनी ,शारदा मितल ,अर्चना पांडेय आदि ने हिन्दी ,पहाड़ी ,पंजाबी,मारवाड़ी,भोजपुरीआदि भाषाओं में काव्य पाठ करके सबका मन मोह लिया। अध्यक्ष भावना शुक्ला ने अपने उदबोधन में कहा कि ," ज्येष्ठा हिन्दी वंचिता देती है धिक्कार आजादी के बाद भी मिला नही अधिकार" मुख्य अतिथि स

सुखमय जीवन अच्छे मित्रों के संग

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विजय सिंह बिष्ट दोस्त दिलाएंगे लंबी उम्र की सौगात वास्तव में यह छोटी-सी टिप्पणी जीवन जीने की कला है। मनुष्य ही नहीं समस्त प्राणी आपस में मिलजुल कर रहना चाहते हैं। चींटियों का समूह हो या आकाश में उड़ते पक्षियों का कलरव एक दूसरे के साथ मित्रवत ही चलते हैं।जल बिहार करती मछलियां झुण्ड में तैरती हैं।भले ही हम सोचते हैं कि इनमें बाणी का अभाव है। फिर भी उनमें संदेश वाहन की पूर्ण संवेदना होती है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है ईश्वर ने समस्त जीव जंतुओं में उसे वाणी और बुद्धि प्रदान की है।उसी के आधार पर सामाजिक संरचना का ढांचा तैयार हुआ है।जो विभिन्न धर्मों जातियों और सीमाओं में बंटकर अलग अलग देशों का नामांकन करता है। आज कोरोना काल में समाज के आपसी भाईचारे को छिन्न-भिन्न कर दिया है। जिसका परिणाम तनाव, चिड़चिड़ापन बेचैनी ,स्ट्रोक और हृदय रोग को निमंत्रण देना है।  हम विगत दस पंद्रह सालों से पार्क में रामायण, महाभारत तथा धार्मिक ग्रंथों का वाचन और श्रवण किया करते थे।अपनी मित्र मंडली एक निश्चित समय पर आती और जाती थी। कथा के श्रवण में हम भूल जाते थे कि हमें सांसारिक कुछ दुःख या सूख भी है। कभी कभार कुछ

इलेक्ट्रोपेन्योर पार्क ने इलेक्ट्रॉनिक और हार्डवेयर स्टार्टअप्स से प्रस्ताव मंगवाए

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नई दिल्ली : इलेक्ट्रोपेन्योर पार्क ने देश भर से स्टार्टअप्स से अपने इनक्यूबेशन और वर्चुअल एक्सेलरेशन प्रोग्राम के लिए प्रस्ताव मंगवाए हैं। इसके लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर है। दिल्ली स्थित यह इनक्यूबेशन सेंटर एसटीपीआई का एक प्रोजेक्ट है और यह इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौदयोगिकी मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित है। ईएसडीएम क्षेत्र में उभरती हुई जरूरतों में इसका स्थान शीर्ष पर है। इलेक्ट्रोपेन्योर पार्क ने अप्रैल 2016 से लेकर पिछले छह चरण में 40 स्टार्टअप्स को मदद दी है, जिसमें से 25 को उभरने और आगे बढ़ने का मौका मिला है। जबकि सात को पूर्व पोषित सुविधा यानी शुरुआत करने में मदद दी गई है। इस पहल के तहत कार्यस्थल मुहैया कराने के साथ चयनित उद्यमियों को हर सुविधाओं से परिपूर्ण (स्टेट ऑफ आर्ट) विश्वस्तरीय मानक वाली आरएफ  और  बेहतरीन प्रयोगशालाओं में काम करने की सुविधा मिलती है, क्षेत्र के संबंधित उद्योग एवं शैक्षणिक विशेषज्ञों से मार्गदर्शन मिलता है, बेहतर आपूर्ति व्यवस्था और इको-सिस्टम मुहैया कराया जाता है जिससे जुड़ी दर्जनों सुविधाएं जैसे कराधान, विधि, वित्त, अकाउंटिंग, पेटेंट की खोज,

दलितों के उत्पीड़न के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले पूर्वांचल सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप गिरफ्तार

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लखनऊ . पूर्वांचल सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्वांचल में दलित उत्पीड़न के खिलाफ सक्रिय दलित कार्यकर्ता धीरेन्द्र प्रताप और उनके भाई योगेंद्र प्रताप को उ. प्र, पुलिस ने उठा लिया। रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने कहा कि वरिष्ठ बुद्धिजीवी सिद्धार्थ रामू ने बताया है कि जब उनके पिता रामगुलाम भारती कैंट थाना गए और अपने बेटों के बारे में पूछा कि वे कहां हैं और उन्हें कहा ले जाया गया है, तो पुलिस का कहना है कि हमें नहीं पता है पुलिस ने उन लोगों को उठाया है कि नहीं? और वे कहां हैं। परिवार और संगठन के सदस्यों को आशंका है कि पुलिस उनका इनकाउंटर कर सकती है। पूर्वांचल सेना का गठन 2006 में हुआ था। तब से यह संगठन दलितों के उत्पीड़न के खिलाफ कार्य कर रहा है। इसके छात्र विंग का नाम असुर। सिद्धार्थ रामू ने असुर के गोरखपुर जिला अध्यक्ष मंजेश से बात की तो उन्होंने बताया कि पुलिस कुछ भी बता नहीं रही है। गौरतलब है कि चंद दिनों पहले गोरखपुर के गांव कुसमौल में प्रधान विवेकशाही द्वारा भावी प्रधान प्रत्याशी सोनू जाटव को भद्दी-भद्दी गालियां दी गई थीं। इसके खिलाफ पूर्वांचल सेना और धीरेंद्र ने मोर्चा खोल दिया था