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दिव्यांग शिविर में ट्राई साइकिल, इलेक्ट्रॉनिक स्टिक,कान की मशीन उपलब्ध कराई जाएगी

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०  संत कुमार गोस्वामी ०  बिहार - मशरक (छपरा) : मशरक प्रखंड कार्यालय परिसर में एक दिवसीय शिविर आयोजन किया गया । भारत सरकार का उपकरण को दिव्यांगों के लिए निरीक्षण कर उनको उपकरण उपलब्ध करा रही है जिसमें दिब्यांगजनों का सर्वेक्षण किया जाएगा।  आयोजित दिब्यांगता शिविर का उद्घाटन बिग मशरख प्रखंड के विकास पदाधिकारी मोहम्मद आसिफ, मसक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी बीजेपी मसरख मंडल के अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह, दक्षिणी मंडल के अध्यक्ष विमल कुशवाहा आदि लोग ने की। उक्त शिविर में मशरक बीडीओ मो.आसिफ सहित प्रखंड स्तरीय सभी पदाधिकारी, व कर्मी तथा अंचल कर्मी भी उपस्थित रहें। दिब्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत हेतु व्यापक प्रचार प्रसार करने के उद्देश्य से अर्ध सरकारी पत्र के आलोक में विभिन्न प्रखंडों में शिविर के माध्यम से दिब्यांगजनो का सर्वेक्षण किया गया इस मौके पर मसरख बीजेपी मंडल अध्यक्ष पूर्वी सुनील सिंह ने कहा दिव्या दिव्यांग शिविर में लोगों को ट्राई साइकिल, इलेक्ट्रॉनिक स्ट्रीक , कान की मशीन आदि उपकरण उपलब्ध कराई जाएगी आए शिविर में लोगो की नामांकन की गई है । महाराजगंज के सभी ब्लॉक आदि जगह शिविर लगाकर मुफ्

भारत दुनिया के दुग्ध उत्पादन में 23 फीसदी योगदान देता है

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० योगेश भट्ट ०  डेयरी फॉर न्यूट्रिशन एण्ड लिवलीहुड’ विषय पर 24 सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें डेयरी उद्योग से जुड़े विभिन्न पहलुओं को कवर किया जाएगा। इसके अलावा तीन टेकनिकल सत्र भी आयोजित किए जाएंगे, 91 विदेशी एवं 65 भारतीय प्रवक्ताओं सहित कुल 156 प्रवक्ता इन सत्रों को सम्बोधित करेंगे। साथ ही विषय “Innovations across Dairy Value Chain - Aligning with UN SDGs” पर एक पोस्टर सत्र का आयोजन भी होगा। नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 सितम्बर को ग्रेटर नोएडा में आईडीएफ वर्ल्ड डेयरी समिट 2022 का उद्घाटन करेंगे। ‘डेयरी फॉर न्यूट्रिशन एण्ड लिवलीहुड’ यानि पोषण एवं आजीविका के लिए डेयरी विषय पर आधारित इस सम्मेलन में भारतीय एवं विश्वस्तरीय डेयरी उद्योग के विशेषज्ञ, किसान, नीति निर्माता हिस्सा लेंगे।केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्मित शाह तथा मछलीपालन, पशुपालन एवं डेयरी के लिए केन्द्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाल सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे। 1974 में भारत द्वारा इंटरनेशनल डेयरी कॉन्ग्रेस के आयोजन के बाद पिछले 48 वर्षों से इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इंटरनेशनल डेयरी फेडरेशनल के अध्यक्

किसी समाज या देश के आर्थिक उन्नति में संस्कृति की क्या भूमिका होती है

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० योगेश भट्ट ० देश का पारंपरिक तथा आधुनिक विश्वविद्यालय इक्ट्ठे मिला कर इस तरह का पहला काम कर रहा है और आशा की जा सकती है भारत की विविध बौद्धिक परम्परा सामाजिक मेल मिलाप के एक समन्वित बिन्दु पर राष्ट्र निर्माण के लिए कृत संकल्प होंगे ।    नयी दिल्ली- केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी की अध्यक्षता में शिक्षा मन्त्रालय, भारत सरकार प्रदत्त 'क्रियटिंग इन्टेलेक्चुअल हेरिटेज 'परियोजना की प्रथम बैठक की गयी । इसमें सीएसयू,दिल्ली के साथ बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी तथा आईआईएम ,इन्दौर मिल कर संयुक्त रुप से कार्य करेगा । इसमें प्रो बद्री नारायण तिवारी , निदेशक ,जी.बी. पन्त सामाजिक विज्ञान संस्थान,प्रयागराज तथा आईआईएम ,इन्दौर के निदेशक के प्रतिनिधि के रुप में प्रो निशित कुमार सिन्हा तथा अन्य संकाय सदस्यों के अतिरिक्त कुलसचिव प्रो रणजित कुमार बर्मन् भी अभिमुख माध्यम से उपस्थित रहे । इसके अतिरिक्त नेशनल संस्कृत विश्वविद्यालय, तिरुपति ,सत्यवती कॉलेज , दिल्ली विश्वविद्यालय , महर्षि पाणिनि संस्कृत तथा वैदिक विश्वविद्यालय,उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय , ह

राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ करना जन प्रभुत्व और सशक्तिकरण का उदाहरण

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० संवाददाता द्वारा ०  नयी दिल्ली - कर्तव्य पथ बेहतर सार्वजनिक स्थानों और सुविधाओं को प्रदर्शित करेगा, जिसमें पैदल रास्ते के साथ लॉन, हरे भरे स्थान, नवीनीकृत नहरें, मार्गों के पास लगे बेहतर बोर्ड, नई सुख-सुविधाओं वाले ब्लॉक और बिक्री स्टॉल होंगे। इसके अलावा इसमें पैदल यात्रियों के लिए नए अंडरपास, बेहतर पार्किंग स्थल, नए प्रदर्शनी पैनल और रात्रि के समय जलने वाली आधुनिक लाइटों से लोगों को बेहतर अनुभव होगा। इसमें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, भारी वर्षा के कारण एकत्र जल का प्रबंधन, उपयोग किए गए पानी का पुनर्चक्रण, वर्षा जल संचयन और ऊर्जा कुशल प्रकाश व्यवस्था जैसी अनेक दीर्घकालिक सुविधाएँ शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 8 सितंबर को 'कर्तव्य पथ' का उद्घाटन करेंगे। सत्ता के प्रतीक तत्कालीन राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ करना जन प्रभुत्व और सशक्तिकरण का एक उदाहरण है। प्रधानमंत्री इस अवसर पर इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का भी अनावरण करेंगे। यह कदम प्रधानमंत्री के 'पंच प्राण' में से एक की तर्ज पर है यानी 'औपनिवेशिक मानसिकता का कोई भी निशान मिटाएं।' वर्षों स

PM Modi नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 28 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करेंगे

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० संवाददाता द्वारा ०  नयी दिल्ली - आज नेताजी की जिस भव्‍य प्रतिमा का अनावरण किया जा रहा है, उसे 280 मीट्रिक टन वजन वाले विशाल ग्रेनाइट पत्‍थर पर उकेरा गया है। 26000 घंटे के अथक कलात्‍मक प्रयासों से इस अखंड ग्रेनाइट को तराश कर 65 मिट्रिक टन वजन की इस प्रतिमा को तैयार किया गया है। इस प्रतिमा को पारंपरिक तकनीकों और आधुनिक औजारों का उपयोग करके पूरी तरह हाथों से बनाया गया है। श्री अरुण योगीराज के नेतृत्‍व में मूर्तिकारों के एक दल ने यह प्रतिमा तैयार की है। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 8 सितम्‍बर को इंडिया गेट के समीप नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्‍य प्रतिमा का अनावरण करेंगे। काले रंग के ग्रेनाइट पत्‍थर से निर्मित 28 फुट ऊंची यह प्रतिमा इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्‍थापित की जाएगी। प्रधानमंत्री नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जिस प्रतिमा का अनावरण करने वाले हैं, उसे उसी जगह स्‍थापित किया जा रहा है, जहां इस साल के प्रारंभ में पराक्रम दिवस (23 जनवरी) के अवसर पर उन्‍होंने नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया था। इस होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण नेताजी की 125वीं जयंती के अवसर पर किया गया था।

जयपुर : जेकेके के अलंकार म्यूजियम में मिस्र हुआ साकार

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० अशोक चतुर्वेदी ०  जयपुर . राजस्थानवासियों के लिए मिस्र की सभ्यता से रूबरू होने का अनोखा अवसर। एशिया महाद्वीप में पहली बार जयपुर के जवाहर कला केंद्र के अलंकार म्यूजियम में 7 अक्टूबर तक अनूठी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। जवाहर कला केंद्र, बीकानेर की धोरा इन्टरनेशनल आर्टिस्ट सोसायटी व मिस्र की संस्था फेहरोज लैंड की ओर से आयोजित प्रदर्शनी में मिस्र के प्रसिद्ध शासक तूतनखामुन के 3500 साल पुराने मकबरे में दफनायी गयी वस्तुओं की लगभग 250 प्रतिकृतियों को प्रदर्शित किया गया है। प्रदेश के कला और संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला और कला एवं संस्कृति विभाग की प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ ने इसका उद्घाटन किया। इस दौरान जेकेके की अति. महानिदेशक अनुराधा गोगिया, क्यूरेटर अहमद लतीफ उस्ता समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी व गणमान्य लोग मौजूद रहे।डाॅ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि यह अद्वितीय प्रदर्शनी है, जिसमें मिस्र की बेजोड़ कला देखने को मिली है। इस तरह के प्रयास से भारत के साथ विदेशों की संस्कृति साझा होगी। ऐसे आयोजनों से वैश्विक सद्भावना को बढ़ावा मिलेगा। प्रदर्शनी के भारतीय संयोजक चित्रकार मनीष शर्मा ने बताया कि

गढ़वाल हितैषिणी सभा का शिष्टमंडल मनवर सिंह रावत से मिला

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली - गढ़वाल हितैषिणी सभा का एक शिष्टमंडल मुरारी लाल खंडूड़ी (संगठन सचिव) की अध्यक्षता में मनवर सिंह रावत  वरिष्ठ समाजसेवी एवं पूर्व उपाध्यक्ष (गढ़वाली, कुमाउँनी, जौनसारी अकादमी दिल्ली सरकार) से भेंट की व शताब्दी वर्ष का शुभांकर लगा कर उनका अभिवादन किया तथा मनवर सिंह रावत को वीर चन्द्रसिंह गढ़वाली मेधावी छात्र सम्मान के आयोजन अवसर पर अपनी गरिमामयी उपस्थिति से आयोजन को भव्यता एवं सार्थकता प्रदान करने का निवेदन किया,  जिसे आपने सहर्ष स्वीकृती प्रदान की और अपने समाज के युवाओं के उत्साहवर्धन हेतु आने का समय भी अवगत कराया। सभा एवं समाजहित के कई जरूरी कार्ययोजनाओं के बारे में भी चर्चा हुई, जिसमें आपने हमारा मार्गदर्शन किया। इस शिष्टमंडल में गढ़वाल हितैषिणी सभा के कार्यकारिणी सदस्य रूप चंद बरौली एवं विकास चमोली  शामिल रहे।