संदेश

सरकार को अगस्त माह में 98,202 करोड़ रूपये का जीएसटी टैक्स हासिल हुआ

चित्र
नयी दिल्ली - अगस्त महीने में कुल 98,202 करोड़ रूपये का सकल जीएसटी राजस्व संग्रहित किया गया है, जिसमें सीजीएसटी 17,733 करोड़ रूपये, एसजीएसटी 24,239 करोड़ रूपये, आईजीएसटी, 48,958 करोड़ रूपये (आयात पर संग्रहित 24,818 करोड़ रूपये सहित) और 7,273 करोड़ रूपये का उपकर (आयात पर संग्रहित 841 करोड़ रूपये सहित शामिल है। 31 अगस्त, 2019 को जुलाई महीने तक के लिए दाखिल जीएसटीआर 3 बी रिटर्न की कुल संख्या 75.80 लाख है। सरकार ने नियमित निपटान के रूप में सीजीएसटी को 23,165 करोड़ रूपये और आईजीएसटी से एसजीएसटी को 16,623 करोड़ रूपये का निपटान किया है। अगस्त, 2019 के महीने में नियमित निपटान के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा अर्जित कुल राजस्व, सीजीएसटी के लिए 40,898 करोड़ रूपये और एसजीएसटी के लिए 40,862 करोड़ रूपये है। अगस्त, 2018 में राजस्व 93,960 करोड़ रूपये था और अगस्त, 2019 के दौरान राजस्व में पिछले वर्ष के इसी महीने के राजस्व की तुलना में 4.51% की वृद्धि हुई है। 2018 के मुकाबले अप्रैल-अगस्त, 2019 के दौरान, घरेलू घटक में 9.11% की बढ़ोतरी हुई है जबकि आयात पर जीएसटी में 1.43% की कमी आई है और कुल स

मतदाता को सत्यापित और प्रमाणित करने के लिए वन स्टॉप सॉल्यूशन

चित्र
नयी दिल्ली - 32 सीईओ ने राज्‍यों/केंद्र शासित प्रदेशों में, 700 डीईओ ने जिलों में और लगभग 10 लाख मतदान केंद्रों में बीएलओ/ईआरओ ने देश में सभी स्‍तरों पर इस कार्यक्रम की शुरुआत की है। यह कार्यक्रम 1 सितंबर, 2019 से 15 अक्‍टूबर, 2019 तक चलेगा।  मतदाता एनवीएसपी पोर्टल (nvsp.in) या मतदाता हेल्‍प लाइन एप या साझा सेवा केंद्रों या निकट के किसी मतदान सुविधा केन्‍द्र पर जाकर निम्‍न सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। पूरे देश में 'इलेक्‍टर वेरिफिकेशन प्रोग्राम' के मेगा मिलियन लॉन्‍च के अवसर पर भारतीय निर्वाचन आयोग के नई दिल्‍ली स्थित मुख्‍यालय में 1 सितम्‍बर को विशेष कैम्‍प का आयोजन किया गया। राष्‍ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल ( https://www.nvsp.in/ ) और मतदाता हेल्‍पलाईन एप का अनावरण करने के बाद मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त सुनील अरोड़ा ने कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग की आधारशिला मतदाता सूची है। मैं देश के सभी नगरिकों से आग्रह करता हूं कि वे सत्‍यापन कार्यक्रम में भाग लें, ताकि आयोग आने वाले सभी चुनावों के दौरान बेहतर मतदात सेवाएं प्रदान कर सके। मतदाता सूची के बारे में चुनाव आयुक्‍त अशोक लवासा ने कहा

 विवाहिता महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए रखती हैं व्रत

चित्र
विवाहिता महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए रखती हैं. व्रत भाद्र पद मास के शुक्ल पक्ष के तृतीया के हर तालिका तीज व्रत करती हैं यह व्रत अविवाहित युवतियां व विवाहित महिलाएं मनचाहा वर् के लिए निर्जला व्रत करती है। इस व्रत में फलाहार भी नहीं किया जाता है व्रत काफी कठिन होता है.  शास्त्र के अनुसार तीज माता गौरी और भगवान शिव के नाम से स्थापना पूजन दीप जलाकर करना चाहिए ओम उमाय नमः: हर तालिका तीज  के दिन व्रत करने वाली महिला महापति देवी ने बताया यह व्रत पति व पुत्र के लंबी दीर्घायु के लिए करते हैं. यह 58 वर्ष की महिला है ,उन्होंने बताया कि यह व्रत बहुत कठिन होता है बिना पानी पिए से व्रत किया जाता है प्यास लगने के वजूद भी पानी नहीं पीते हैं.

रक्षामंत्री 02 से 06 सितंबर तक जापान और दक्षिण कोरिया के दौरे पर रहेंगे

चित्र
नयी दिल्ली - जापान यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री जापान के रक्षा मंत्री ताकेशी इवाया के साथ वार्षिक रक्षा मंत्रिस्तरीय संवाद की सह-अध्यक्षता करेंगे। मंत्रिस्तरीय संवाद का उद्देश्य भारत-जापान विशेष सामरिक एवं वैश्विक साझेदारी को मजबूत बनाना है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच पारस्परिक रक्षा और सुरक्षा के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। अपनी यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात भी करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जापान 02 से 03 सितंबर और दक्षिण कोरिया 05 से 06 सितंबर का दौरा करेंगे। दक्षिण कोरिया में राजनाथ सिंह वहां के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री जियोंग केइयोंग-डू के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। वे दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री ली नाक-योन से भेंट करेंगे। दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में उद्योग से सरकार (बी2जी) बैठक में दोनों देशों के रक्षा उद्योग के सदस्य शामिल होंगे, जिसमें दोनों देशों के बीच रक्षा उद्योग सहयोग पर वार्ता होगी।

मीडिया की आजादी लोकतंत्र की बुनियाद है - जावड़ेकर

चित्र
नयी दिल्ली - जावड़ेकर ने मीडिया की स्वतंत्रता के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा, 'मीडिया की आजादी लोकतंत्र की बुनियाद है। लेकिन यह भी समझना चाहिए कि एक लोकतांत्रिक समाज में आजादी को उत्तरदायित्व के साथ जुड़ा होना चाहिए। उत्तरदायित्व के साथ जुड़ी आजादी नियम से बंधी आजादी नहीं होती। वह अपने तरीके से खुद को नियमों में ढालती है।' सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि भीड़ हिंसा की घटनाएं देश में सोशल मीडिया में फैलाई जा रही अफवाहों के कारण हो रही है। यह सोशल मीडिया में स्व-नियामक व्यवस्था या प्राधिकार के अभाव में होता है।    एक प्रश्न के उत्तर में  जावड़ेकर ने कहा कि सरकार हर तरह की आलोचना का स्वागत करती है, क्योंकि इससे शासन की समझ मिलती है। उन्होंने कहा, 'हम स्वतंत्र संस्थाओं में विश्वास करते हैं, क्योंकि ये लोकतंत्र की ताकत होते हैं।'कश्मीर में मीडिया की आजादी का उल्लेख करते हुए  जावड़ेकर ने कहा कि हालांकि वहां उचित प्रतिबंधों का दौर रहा है, लेकिन ज्यादातर प्रतिबंधों को धीरे-धीरे हटाया जा रहा है। हम जल्द ही सामान्य स्थिति में पहुंच जाएंगे और नये कश्मीर तथा नये

नृपेंद्र मिश्र प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव का पद छोड़ेंगे

चित्र
नयी दिल्ली - प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्र ने अपने पद से हटने की इच्छा व्यक्त की है। प्रधानमंत्री ने उनसे दो सप्ताह और इस पद पर बने रहने के लिए कहा है। साथ ही प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री कार्यालय में विशेष ड्यूटी पर तैनात भारतीय प्रशासनिक सेवा के उत्तर प्रदेश कैडर के 1977 बैच के सेवानिवृत्त अधिकारी पी.के.सिन्हा की नियुक्ति की है। एक बयान में नृपेंद्र मिश्र ने कहा : “ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश सेवा करने का मुझे सौभाग्य मिला। मैं तहे दिल से उनका आभारी हूँ कि उन्होंने मुझे यह अवसर दिया और मुझमें विश्वास व्यक्त किया। मैंने पांच वर्ष से अधिक समय हर घंटे संतोषजनक तरीके से कार्य करने का आनंद उठाया। अब समय आ गया है जब मैं आगे कूच करें, हालांकि मैं जनता के हितों और राष्ट्रीय हितों के प्रति समर्पित हूं। मैं सरकार के भीतर और बाहर सभी सहयोगियों, मित्रों और मेरे परिवार को सहयोग के लिए धन्यवाद देता हूँ। मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सफलता की कामना करता हूं जो हमारे देश को एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जा रहे हैं।

शिक्षा में पूर्व और वर्तमान में बुनियादी अन्तर

चित्र
विजय सिंह बिष्ट - सेवा निवृत शिक्षक - उत्तराखंड  हमारे समय में दूरस्थ विद्यालय होने के कारण बच्चे परिपक्व अवस्था में प्रवेश ले पाते थे, छः वर्ष का होना भी अनिवार्य था वर्तमान में दो साल का बच्चा प्ले स्कूल और आंगनबाड़ी में जा रहा है हमारे समय में शिक्षक भी दूर दराज के हुआ करते थे, इस लिए पाठशाला में ही नि्वास होता था। आज वे विद्यालय खंडहर पड़े हैं।हर गांव में आंगनबाड़ी और विद्यालय हैं। जमाने में विद्यालयों में छात्र संख्या पर्याप्त होती थी। आज पलायन और छात्र संख्या की कमी के कारण विद्यालय बंद हो रहे हैं आजादी के बाद तक भी कक्षा एक से चौथी तक प्राइमरी,कक्षा पांचवीं से सातवीं तक वर्नाक्यूलर, एवं आठवीं से दसवीं तक इंटरेश हुआ करता था। आइए ,अब शिक्षा पर प्रकाश डालें हमने स्वर सोलह और व्यंजन छत्तीस पढ़ें है  मेरा जन्म वर्ष 1941ई0में  हुआ था। मैंने शिक्षा में बहुत परिवर्तन  शिक्षा विभाग से सेवा निवृत्त होने तक देखें हैं। हमारे जमाने में विद्यालय गांवों से दूर  हुआ करते थे,जो बहुत सारे गांवों के लोग सुविधा अनुसार अपने धन और श्रमदान से बनाते थे। शिक्षक भी जनता अपने खर्चे पर रखते थे,अथक प्रयास क