संदेश

हिमालया बेबीकेयर का जेंटल लॉन्ड्री वॉश - दाग के लिए कठोर त्वचा के लिए मुलायम

चित्र
नयी दिल्ली । भारत के अग्रणी होमग्रोन वैलनेस ब्रांड, द हिमालया ड्रग कंपनी ने ‘जेंटल बेबी लॉन्ड्री वॉश लॉन्च किया है, जो खासकर शिशुओं के कपड़ों के लिए बनाया गया है। इसमें प्रकृति से प्राप्त किए गए क्लीनज़िंग एजेंट्स एवं औषधियां हैं, जिसमें एंटीबैक्टीरियल गुण हैं। ये 99.9 प्रतिशत  तक कीटाणु को खत्म कर देते हैं। माता-पिता को आम डिटरजेंट में पाए जाने वाले कठोर कैमिकल्स की चिंता होती है, जो कपड़ों में अवशेष के रूप में पीछे छूट जाते हैं। शिशुओं की त्वचा व्यस्कों के मुकाबले काफी ज्यादा संवेदनशील होती है, इसलिए अवशेष के रूप में छूटे ये कैमिकल्स अक्सर उन्हें एलर्जी कर देते हैं। फिलिप हेडन, सीईओ, द हिमालया ड्रग कंपनी ने कहा, ‘‘द हिमालया बेबीकेयर का मानना है कि एक सेहतमंद शिशु ही प्रसन्न शिशु होता है। हम अपने उत्पादों द्वारा शिशुओं की सर्वश्रेष्ठ देखभाल करने पर केंद्रित हैं। हमारे उत्पाद सुरक्षित हैं एवं इनमें ठोस वैज्ञानिक शोध के साथ आयुर्वेद के गुण हैं। हम निरंतर इनोवेट कर रहे हैं और मुलायम एवं शोधपूर्ण उत्पादों के साथ माता-पिता को उनके शिशुओं के लिए सुरक्षित व प्रभावशाली समाधान प्रदान कर रहे हैं

'सबकी रसोई' ने 32 शहरों में 14.98 लाख लोगों को भोजन मुहैया कराया

चित्र
नयी दिल्ली - I-PAC की 'सबकी रसोई' को पहल को महज 10 दिनों में जरुरतंदों को 14.98 लाख भोजन मुहैया कराने में सफल रही है। आईपैक का यह प्रयास था कि कोई वैश्विक महामारी करोना की वजह से चल रहे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान भूख के खिलाफ कोई अपनी जंग न हारे. इसके लिए आईपैक ने 5 अप्रैल को 'सबकी रसोई' पहल शुरु की। इस पहल के तहत जरूरतमंदों को 10 दिनों में कम से कम 15 लाख ताजा भोजन (1.5 लाख प्रतिदिन) उपलब्ध कराना था। आईपैक पिछले 10 दिनों में आर्थिक रूप से सबसे निचले पायदान के लोगों – प्रवासी मजदूर, दिहाड़ी कामगार और बेघरों तक भोजन पहुंचाने का प्रयास किया है.  पहले इस पहल को 20+ शहरों में शुरु किया था, लेकिन मांग को देखते हुए 20+ शहर से बढ़ाकर 33 शहर में जरूरतमंदों को भोजन मुहैया कराने का फैसला किया। इसके तहत प्रतिदिन 1.50 लाख लोगों को भोजन उपलब्ध कराने का लक्ष्य था, लेकिन 'सबकी रसोई' के हेल्पलाइन नंबर 6900869008 पर आ रही लोगों की मांग को देखते हुए 1.50 लाख भोजन प्रतिदिन के लक्ष्य से अधिक अब 1.80 लाख से ज्यादा लोगो को भोजन प्रतिदिन उपलब्ध कराया जा रहा है। सबकी रसोई  दिल्ली,

जिसने जैसी ऐनक पहनी होती है,वह वैसे ही हालात को देखता है

चित्र

सेनेटाइजेशन का अनोखा तरीका

चित्र

भारत में कैनन के कर्मचारियों ने एकजुट होकर पीएम केयर्स फंड में सहयोग दिया

चित्र
नयी दिल्ली - कोरोना वायरस (कोविड-19) के खिलाफ भारत की लड़ाई में सहयोग देते हुए इमेजिंग स्पेस में लीडर, कैनन इंडिया ने अपने एडॉप्टेड गांवों एवं एसओएस विलेज होम्स में लोगों को सशक्त बनाने के लिए अनेक अभियानों की घोषणा की। समुदाय के सदस्यों को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में आवश्यक संसाधन उपलब्ध रहें, यह सुनिश्चित करने के लिए कंपनी गांवों में खाद्य एवं सैनिटेशन सामग्री वितरित कर रही है। अपने ‘क्योसेई’ के सिद्धांत, यानि ‘सभी के कल्याण के लिए मिलकर काम करने व जीवन जीने’ की भावना के साथ पूरे भारत में कैनन के कर्मचारी पूर्ण उत्साह के साथ एकत्रित होकर पीएम केयर्स फंड में भी अपना योगदान दे रहे हैं। कैनन इंडिया एडॉप्टेड गांवों में 3000 फूड पैकेट वितरित कर रहा है। इन फूड पैकेट्स में जरूरी राशन जैसे, चावल (5 किलो), आटा (5 किलो), दाल (1 किलो), नमक (1 किलो), चीनी (1 किलो) एवं कुकिंग ऑयल (1 किलो) शामिल है। गांवों में दैनिक मजदूर एवं गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले (बीपीएल) परिवारों को कंपनी के इन प्रयासों का लाभ मिलेगा। कैनन इंडिया का एनजीओ पार्टनर - ह्यूमन, ए पीपुल टू पीपुल, गांवों में फूड पैकेट्स पहुंचाक

भोजपुरिया कलाकारों ने बुलंद की कोरोना के खिलाफ आवाज

चित्र
मुंबई - केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश भर में लागू  लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके बाद बॉलीवुड और भोजपुरी फिल्मो की अभिनेत्री गुंजन पंत और अभिनेता अमरीश सिंह समेत भोजपुरी फिल्‍म इंडस्‍ट्री के तमाम कलाकारों ने लॉकडाउन का समर्थन करते हुए लोगों से अपील की है कि वे घरों में सुरक्षित रहें तभी  कोरोना हारेगा और देश जीतेगा। जानते हैं कि भोजपुरी के सुपर स्‍टार ने देश की जनता से क्‍या अपील की है।     मनोज तिवारी : हम सभी लॉकडाउन में हैं। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं और भारत इस जंग में जीत रहे हैं। रवि किशन : कोरोना हारेगा। भारत जीतेगा। बस आप लोगों को घर में रहना है। मेरी यही गुजारिश है। जय हिंद। कोरोना हारेगा मेरा भारत जीतेगा। खेसारीलाल यादव : कोरोना को हरा कर देश को बचाना है। अगर बात नहीं माना तो शमसान घाट जाना होगा। निरहुआ : कोरोना को हराना है। देश को जीतना है। घर पर रहें। सुरक्षित रहें। h पवन सिंह : कोरोना से लड़ाई में पूरा विश्व भारत की एकजुटता को देख रहा है, जब हम कोरोना से मजबूती से लड़ रहे हैं। पाखी हेगड़े : मेरी एक ही गुज

लॉकडाउन 19 दिनों के लिए बढ़ाया

चित्र

जब पत्नी ने पूछा किशोर की सेहत का राज़

चित्र

कोरोना को खुला चैलेंज

चित्र

बीरुपक्ष मिश्रा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक नियुक्त 

चित्र
मुंबई , बीरुपक्ष मिश्रा ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। इससे पहले, बीरूपक्ष मिश्रा कॉर्पोरेशन बैंक में कार्यकारी निदेशक थे। बीरुपक्ष मिश्रा स्नातकोत्तर और सर्टिफाइड एसोसिएट इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ बैंकर्स (CAIIB) हैं। उन्होंने अपने बैंकिंग करियर की शुरुआत वर्ष 1984 में एक प्रोबेशनरी ऑफिसर के रूप में की थी और उन्हें शाखा, क्षेत्रीय कार्यालयों और कॉर्पोरेट कार्यालय में विभिन्न प्रशासनिक और कार्यात्मक क्षमताओं में 35 से अधिक वर्षों का समृद्ध अनुभव है।  उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में काम किया है और बैंक के क्रेडिट और क्रेडिट मॉनिटरिंग पोर्टफोलियो को संभाला है और बैंक के आईटी वर्टिकल का नेतृत्व भी किया है।

लॉकडाउन विस्तार के बीच निफ्टी 9,000 से नीचे; सेंसेक्स 469 अंक गिरा

चित्र
पिछले सप्ताह अपेक्षाकृत अच्छे प्रदर्शन के बाद भारतीय शेयर बाजारों ने कोई राहत नहीं दी. सेंसेक्स 1.5% या 469 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि इसका एनएसई समकक्ष निफ्टी-50 भी 1.3% की गिरावट के साथ 9,000 अंक से नीचे आ गया। मोटे तौर पर बाजार के रुझान कोरोनावायरस लॉकडाउन के विस्तार की संभावनाओं पर आधारित रहे, जो देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए अब अपरिहार्य लग रहा है। प्रथमेश माल्या, चीफ एनालिस्ट, नॉन-एग्री कमोडिटी एंड करेंसी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड ने बताया कि   भारतीय इक्विटी बाजारों ने अन्य एशियाई बाजारों के शुरुआती संकेतों से लेत हुए सप्ताह के पहले दिन ट्रेडिंग की। कोरोनोवायरस प्रकोप के मामलों में कमी आने के बाद भी सभी एशियाई बाजारों में आज कमजोरी के संकेत मिले। पिछले हफ्ते जापान ने अपने व्यवसायों को चीन से बाहर शिफ्ट करने के लिए प्रोत्साहन पैकेज के तौर पर 243.5 येन का पैकेज दिया था। वैश्विक बाजार के भीतर बढ़ता टकराव अनिश्चितता का कारण बन रहा है क्योंकि चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ रहा है। ये घटनाक्रम निवेशकों को थोड़ा आशंकित कर रहे हैं, और यह ट्रेडिंग पैटर्न हम निकट अवधि में देख

बुलियन सपोर्ट लेवल के पास और कच्चा तेल 5% तेज

चित्र
प्रथमेश माल्या, चीफ एनालिस्ट,नॉन-एग्री कमोडिटी एंड करेंसी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड का कहना है कि पिछले हफ्ते दुनिया भर में कुछ दिलचस्प घटनाक्रम हुए। अब हम कोरोनोवायरस प्रकोप के कमजोर पड़ने की स्थिति देख रहे हैं और उद्योग के परिदृश्य में जल्द ही सुधार की उम्मीद है। चीन ने हुबेई प्रांत के बंद को भी खत्म कर दिया है और देश अब सामान्य स्थिति में लौट रहा है। तो आइए हम इस बात पर ध्यान दें कि कैसे इन घटनाओं ने कमोडिटी बाजार को प्रभावित किया है। बुलियन धातु  पिछले हफ्ते स्पॉट गोल्ड की कीमत 2.5 प्रतिशत अधिक पर बंद हुई थी। केंद्रीय बैंकों द्वारा वैश्विक प्रोत्साहन उपायों की उम्मीद के बीच बुलियन मेटल की कीमतों को अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में गिरावट का समर्थन मिला। एमएक्ससी फ्यूचर्स ने जून फ्यूचर में 1% उछाल के बाद 45,800 रुपये प्रति 10 ग्राम जबकि सिल्वर फ़्यूचर मई में 0.4% की रैली के साथ 43,670 रुपए के साथ बंद हुआ।  इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने पिछले हफ्ते बुधवार को अपनी पिछले महीने की पॉलिसी मीटिंग के मिनट जारी किए। यह मिनट दिखाते हैं कि यू.एस. फेड ने जोरदार पॉलिसी रेस्पांस की आवश्यकता को अनुभव

सेंसेक्स, निफ्टी 2% फिसला; बैंकिंग सेक्टर को हुआ भारी नुकसान

चित्र
लेखक - अमर देव सिंह, हेड एडवायजरी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड   अमेरिकी बाजारों के संकेतों को ध्यान में रखते हुए एशियाई शेयर बाजार ने आज बड़े पैमाने पर बराबरी से ट्रेडिंग की। हालांकि, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में लगभग 2% की गिरावट दर्ज हुई। दिन के ट्रेड में सेंसेक्स 674 अंकों की गिरावट के साथ 27,590 अंक पर 2.39% नीचे बंद हुआ, जबकि निफ्टी 170 अंकों की गिरावट के साथ 8083 पर बंद हुआ।  कोरोनावायरस: तत्काल राहत के कोई संकेत नहीं  कोरोनावायरस दुनियाभर में कहर बरपा रहा है। अब तक एक मिलियन संक्रमणों के मनोवैज्ञानिक आंकड़ों को पार कर लिया है। डब्ल्यूएचओ सहित प्रमुख वैश्विक निकाय संकेत दे रहे हैं कि वायरस से तत्काल राहत नहीं मिल सकती है। भारत में चिंताएं विशेष रूप से बहुत ज्यादा हैं क्योंकि धार्मिक सभा और मजदूरों के व्यापक पलायन से संक्रमण के परीक्षण के परिणामों की प्रतीक्षा की जा रही है, जो भारतीय आंकड़ों में तेजी से वृद्धि कर सकते हैं। ईरान में पिछले 24 घंटों में एक ही मण्डली से जुड़े 2,700 से अधिक नए मामलों की पुष्टि हुई है। इसके बराबर या इससे भी अधिक संख्या में मामले हमारे देश में भी सामने आ सकत