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पटना ग्रीन हाउसिंग द्वारा कोरोना योद्धाओं को किया गया सम्मानित

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बिहार - पटना ग्रीन हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड के तीसरे स्थापना दिवस के अवसर पर राजधानी पटना के बोरिंग रोड स्थित संस्थान के कार्यालय परिसर में कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया गया | इससे पहले कंपनी के प्रबंध निदेशक भूषण कुमार सिंह बबलू ने आगत अतिथियों गंगा बचाओ अभियान के प्रमुख विकास चंद्र गुड्डू बाबा, भाजपा नेता ओम कुमार सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता शैलेश कुमार सिंह, विश्व सनातन संसद के प्रमुख चिकित्सक डॉ विजय राज सिंह, राधे कृष्ण डेवलपर्स के संजय प्रताप सिंह, ज्योतिर्विद रूपेश पाठक, शुक्रिया वशिष्ठ के मुकेश कुमार सिंह, ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा शास्त्री को अंग वस्त्रम एवं पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया |  आयोजित सम्मान समारोह में पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ विमल कारक, मुख्य आपात अधिकारी पीएमसीएच डॉक्टर अभिजीत सिंह, स्वास्थ्य प्रबंधक पीएमसीएच खुशबू कुमारी, पीएमसीएच की उपचारिका पूजा भगत, प्रधान अधिकारी कोरोना पीएमसीएच डॉक्टर पीएन झा, राष्ट्रीय बजरंग दल के दीपक सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता विवेक विश्वास, न्यूज़ 18 के अमित कुमार, News24 के अमिताभ ओझा, सहारा समय के आशुतोष कुमार, जी बिहार झारखंड के अनुराग

शरीर की प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए करें योग

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भारतीय फ़ौज रूस की विजय दिवस परेड में हिस्सा लेगी

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Noida बरौला के ग्रामीणों में असुरक्षा

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खूबसूरत और नक्काशीदार मज़बूत घर

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सैकड़ों साल पुराने मकान की मज़बूती और बनावट

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भारतीय फ़ौज की एक टुकड़ी रूस में विजय दिवस परेड में हिस्सा लेगी

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विजय दिवस परेड में हिस्सा लेने वाले सैन्‍य दल की टुकड़ी का नेतृत्व सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट के एक बड़े रैंक के अधिकारी करेंगे। इस रेजिमेंट ने द्वितीय विश्व युद्ध में बहुत बहादुरी के साथ लड़ाई लड़ी थी और इसके लिए चार बैटल ऑनर्स और दो मिलिट्री क्रॉस के साथ ही कई और वीरता पुरस्कार पाने का गौरव हासिल किया था। नयी दिल्ली - भारतीय सेना के तीनों अंगों की एक टुकड़ी कर्नल रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में 24 जून 2020 को रूस की राजधानी मास्को के रेड स्क्वायर पर आयोजित सैन्य परेड में भाग लेगी। इसमें सेना के सभी 75 रैंक के सैन्यकर्मी शामिल रहेंगे। यह परेड द्वितीय विश्व युद्ध (1941-1945) में सोवियत संघ को मिली विजय की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश भारतीय सैनिकों की टुकड़ी मित्र राष्ट्रों की सेना में शामिल सबसे बड़ी सैन्य टुकड़ियों में से एक थी जिसने उत्तरी और पूर्वी अफ्रीका, पश्चिमी रेगिस्तान और यूरोप में भीषण संघर्ष वाले क्षेत्रों में धुरी राष्ट्रों के खिलाफ चलाए गए अभियान में हिस्सा लिया था।  इन अभियानों में 87 हजार से अधिक भारतीय सैनिक