रक्षाबंधन धन, शक्ति, हर्ष और विजय देने में समर्थ माना जाता है
लाल बिहारी लाल भारत एकता में अनेकता का देश है जहां कई भिन्न -भिन्न धर्मों एंव मतों के लोग रहते हैँ। यहां अनेक धार्मिक त्योवहार भी मनाये जाते है। उन्ही त्योवहारों में एक त्योवहार है -रक्षाबंधन-रक्षा बंधन हिन्दुओं एवं जैनियो का एक महत्वपूण त्योवहार है। जो भाई-बहन के रिश्तों पर आधारित है। इसे हर साल सावन मास के पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। रक्षा बंधन में रक्षा सूत्र या राखी का बहुत ही महत्व है। ये राखी आजकल अलग-अलग रुपों में देखने को मिल रहा है। कही धागे का तो कही सोने का तो कहीं चांदी के भी मिल रहे है। यह पर्व भाई-बहन के रिश्तों को मजबूत बनाता है। बहनें भाई को इस दिन रक्षा के रुप में भाई के कलाई पर राखी या रक्षा सूत्र बांधती है। औऱ ललाट पर रोली का तिलक लगाकर मिष्ठान खिलाती है और आरती उतारती है, आरती उतारते समय प्रभू से अपने भई की रक्षा के लिए प्रार्थना करती है। और भाई अपने बहन को रक्षा का वचन देता है। इतिहास में इसके कई उदाहरण विद्यमान है। राखी का त्योहार