संदेश

हिंदी दिवस // हमारे स्वाभिमान की भाषा - हिंदी

चित्र
सुरेखा शर्मा लेखिका / समीक्षक हिंदी हमारे स्वाभिमान की भाषा ,फिर भी अपनों से उपेक्षित ,आखिर क्यों ? आज यह प्रश्न विचारणीय है । हमें हिंदी भाषा की स्थिति पर सोच-विचार करना होगा।कितने आश्चर्य की बात है कि पूरे देश में 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है ।विद्यालयों में,सरकारी संस्थानों व कार्यालयों में हिंदी दिवस को एक महोत्सव का रूप दिया जाता है। फिर पूरा वर्ष हिन्दी भाषा को भुलाकर  सब कार्य अंग्रेजी भाषा में होते हैं । इससे बड़ी दुर्भाग्य की बात क्या होगी कि स्कूल में बच्चे यदि हिन्दी में बात करते पाए गए तो उन्हें सजा के तौर पर जुर्माना भरना होता है।तब हम सोचने पर विवश हो जाते हैं कि हम हिन्दुस्तान में रहते या विदेश में ?  अपने ही देश में अपनी ही भाषा बोलने पर सजा ? यह भारतीयों की हीन भावना का ही परिणाम है क्योंकि हम भारतीय जब तक  अंग्रेजी  में बात ना करें तो स्वयं को अनपढ़, गंवार समझते  हैं इसमें दोष किसका है ? इसका मनोविश्लेषण करना होगा । आज हिन्दी भाषा के प्रति जितनी  उदासीनता हिन्दुस्तान में देखने को मिल रही है,  उतनी ही तीव्र गति से विदेशों में हिंदी के प्रति लगाव बढ़ रहा है ।अमे

पत्रकारों को रियायती दर पर भूखण्ड योजना बनाएं जाने के लिए निर्देश दिए - मुख्यमंत्री गहलोत

चित्र
जयपुर के नायला में पत्रकारों को भूखण्ड आवंटित करने के लिए आवासीय योजना के न्यायिक विवाद के दृष्टिगत अन्य विकल्पों पर विचार करने तथा वर्ष 2002 में प्रारम्भ की गई नीति के तहत पत्रकारों के लिए नई आवासीय योजनाओं पर कार्य जारी रखने के निर्देश दिए। पत्रकारिता जन सरोकारों से जुड़ा सेवा का एक सशक्त माध्यम है और इसमें काम करने वाले लोगों के कल्याण की योजनाएं राज्य सरकार की जिम्मेदारी होनी चाहिए। जयपुर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकारों के लिए रियायती दरों पर भूखण्ड आवंटित करने के लिए न्यायिक विवाद के कारण नायला आवासीय योजना का विकल्प तलाशने और वर्ष 2002 में प्रारम्भ की गई नीति के तहत पत्रकारों के लिए आवासीय योजना पर काम जारी रखने के साथ-साथ मेडीकल डायरी तथा आर्थिक सहायता आदि पत्रकार कल्याण की योजनाओं का विस्तार करने का निर्णय लिया है। उन्होंने राजस्थान संवाद के माध्यम से सरकार के कार्यक्रमों और योजनाओं के प्रचार कार्याें में गति लाने के निर्देश भी दिए।   गहलोत मुख्यमंत्री निवास पर राजस्थान संवाद की साधारण सभा और सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने सूचना

अशोक पटेल का नया सैड सॉन्ग 'तेरे इरादे' जल्द रिलीज होगा

चित्र
जयपुर - अशोक पटेल ने अपना नया सैड सॉन्ग 'तेरे इरादे' की जल्दी रिलीज करने की घोषणा कर दी है। इस एल्बम सॉन्ग की खास बात यह है कि इसमें 'रेप' भी किया गया है, जिसमें मुख्य किरदार अशोक पटेल और परी पाटिल का है। जयपुर के सिंगर कौ स्तुभ धाकड़ का यह पहला प्रोजेक्ट है,म्यूजिक बाबा की पूरी टीम का योगदान रहा है इसको बनाने में ।उम्मीद की जा रही है कि अशोक का यह गाना काफी लोकप्रिय साबित हो सकता है।

स्वामी अग्निवेश का जाना जनांदोलनों की अपूरणीय क्षति

चित्र
ऐसे मृदु भाषी, तर्कशील और कर्मठ योद्धा का चला जाना मानवाधिकार जगत के लिए बड़ी क्षति है जिसकी भरपाई की जिम्मेदारी युवा कंधों पर है।  लखनऊ । रिहाई मंच ने वरिष्ठ मानवाधिकार योद्धा स्वामी अग्निवेश के निधन पर शोक व्यक्त किया है। रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने कहा कि ऐसे समय में जब देश विषम परिस्‍थितियों से गुज़र रहा है और आपदा को अवसर में तब्दील करते हुए मानवाधिकार और नागरिक अधिकारों के लिए काम करने के लिए ज़मीन तंग की जा रही है, स्वामी अग्निवेश जी का हम सब को छोड़कर जाना और भी दुखद हो जाता है। उन्होंने कहा कि देश में जब सरकार और सरकार समर्थित गैर सरकारी तत्वों द्वारा मानवाधिकार नेताओं पर होने वाले हमलों के सामने स्वामी जी दीवार की तरह खड़े थे। खुद हमले का शिकार होने के बावजूद जिस तरह उन्होंने इसे चुनौती के तौर पर लिया था वह अपने आप में एक मिसाल है। मंच महासचिव ने एनएपीएम की संविधान बचाओ यात्रा स्मरण करते हुए कहा कि यात्रा आज़मगढ़ के संजरपुर गांव से होकर गुजरनी थी। स्वामी जी यहीं से यात्रा में शामिल होकर वाराणसी जाने वाले थे। इसी क्रम में संजरपुर गांव के पड़ोस में स्‍थित दाऊदपुर गांव में ह

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के शिक्षक दिवस के उपलक्ष में आयोजित समारोह में 32 शिक्षक सम्मानित

चित्र
नयी दिल्ली -  दक्षिणी दिल्ली नगर निगम मुख्यालय सिविक सेंटर में शिक्षक दिवस के उपलक्ष में आयोजित समारोह में 32 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। बतौर मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अरुण कुमार रहे उन्होने कहा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से प्राथमिक शिक्षा को मजबूती मिलेगी। शिक्षकों के उत्कृष्ट योगदान के लिये उन्हे प्रमाण- पत्र , स्मृतिचिन्ह व दस हजार रुपए की राशि से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा समिति अध्यक्ष मुकेश सुर्यान ने की। इस अवसर पर निगमायुक्त ज्ञानेश भारती , महापौर अनामिका मिथिलेश , स्थायी समिति अध्यक्ष राजदत्त गहलोत, नेता सदन नरेंद्र चावला व अन्य गणमान्य विभूतियाँ मौजूद रही। पश्चिमी क्षेत्र से एक प्रधानाचार्य, एक नर्सरी अध्यापिका व छ: अध्यापक/ अध्यपिकओं को सम्मानित किया गया।  क्षेत्र के सभी अधिकारी कार्यक्रम में मौजूद रहे। वर्चुअल लिंक के माध्यम से सभी एस डी एम सी के अध्यापकों ने कार्यक्रम से जुड़कर आनन्द लिया। पश्चिमी क्षेत्र की 1 प्रधानाचार्या एवं 7 अध्यापकों को सर्वोत्तम अध्यापक के पुरस्कार प्राप्त हुए : 1.अंजु सचदेवा प्रधानाचार्या - बी3 रघुवीर नगर 1  2. शो

दुनिया के सबसे कमजोर और हाशिए के बच्चों की सुरक्षा के लिए अमीर देशों से एक ट्रिलियन डॉलर की मदद का किया आह्वान

चित्र
नयी दिल्ली - लॉरियेट्स एंड लीडर्स फॉर चिल्ड्रेन समिट में नोबेल विजेताओं और वैश्विक नेताओं सहित दुनिया के 40 से अधिक देशों के सरकारी प्रतिनिधियों ने  अपनी बात रखी और 5000 से अधिक नीति निर्मातओं, बाल अधिकार कार्यकर्ताओं, अकादमिक जगत के लोगों, बुद्दिजीवियों और युवा नोताओं ने हिस्सा लिया।  कैलाश सत्यार्थी की अगुआई में आयोजित लॉरिएट्स एंड लीडर्स सम्मिट फॉर चिल्ड्रेन में शामिल प्रमुख हस्तियों में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा, स्वीडन के प्रधानमंत्री  स्टीफन लोफवेन , भारत की महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस घेब्रेयसस, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के महानिदेशक गाय राइडर, यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनेरिटा फोर, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री गार्डेन ब्राउन, नीदरलैंड्स के विदेश, व्यापार और विकास मंत्री एचई सिग्रिड काग, आर्गेनाइजेशन ऑफ इकोनोमिक को-आपरेशन एंड डिवेलेपमेंट (ओईसीडी) के महासचिव एचई जोस एंजेल गुरिया के नाम शामिल है। नोबेल शांति विजेताओं में श्रीमती लेहमाह गॉबी, श्रीमती तवाकोल कर्मन, मुहम्मद यून

मऊ में नागरिकता कानून के विरोध के नाम पर किया जा रहा है पुलिसिया उत्पीड़न

चित्र
रासुका के मामलों के कानूनी सलाहकार सामाजिक कार्यकता अधिवक्ता असद हयात कहते हैं कि कानूनी व्याख्याओं का उल्लंघन किया जाता है, राजकोष पर बोझ बढ़ाते हैं, लोगों पर बोझ बढ़ाया जाता है, आखिर इसका क्या औचित्य है। पुलिस वालों ने कह दिया कि वो जेल से बाहर आकर नया आंदोलन करेंगे क्या ये रासुका का आधार हो जाएगा। कौन सा सुबूत है उनके खिलाफ कोई सीसी फुटेज नहीं, कोई वीडियो फुटेज नहीं, कोई फोटोग्राफ नहीं जिसमें वो नजर आ रहे हों तोड़-फोड़ करते या आगजनी करते हुए। ये कहां से लोक व्यवस्था का मामला है। कौन सी आपूर्ती बंद हो गई। कर्फ्यू तो लगा नहीं। जब परिवहन बंद होता या दूध, बिजली, पानी की आपूर्ती बंद होती तब लोक व्यवस्था का मामला होता। क्या ऐसा हुआ था। पर ऐसा कुछ नहीं हुआ था। सीएए का विरोध किया, इसका यह मतलब नहीं कि आप कानून के खिलाफ जाकर गैंगेस्टर लगाएंगे, रासुका लगाएंगे लखनऊ । रिहाई मंच ने मऊ का दो दिवसीय दौरा कर नागरिकता कानून के विरोध के नाम पर किए जा रहे पुलिसिया उत्पीड़न के पीड़ितों, उनके परिजनों से मुलाकात की। मंच ने कहा कि मुख्तार अंसारी के नाम पर आंदोलन के दौरान आरोपी बनाए गए लोगों पर गैंगेस्टर, गुंडा