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लंदन की ब्रिटिश पार्लियामेंट के बाहर होगा तिरंगे का पूजन

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० योगेश भट्ट ०  जयपुर। भारत की आजादी के 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर जयपुर की ‘‘संस्कृति युवा संस्था’’ और ‘‘राजस्थान एसोसिएशन लंदन’’ ने संयुक्त रूप से एक अद्भुत और अनूठा कार्यक्रम हाथ में लिया है। जिसमें तिरंगे का सम्मान आगे बढ़े और हमारा तिरंगा लंदन की ब्रिटिश पार्लियामेंट तक पहुंचाने के लिये तिरंगा सम्मान यात्रा निकाली जा रही है। कार्यक्रम के आयोजक संस्कृति युवा संस्था के अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने बताया कि भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे हो चुके है और इस आजादी को पाने के लिये हमारे लाखों शहीदों ने बलिदान दिया और एक लम्बा संघर्ष आजादी पाने के लिये हमें करना पडा। इस आजादी के 75वें वर्ष में 15 अगस्त  को लंदन की ब्रिटिश पार्लियामेंट के बाहर जयपुर से रवाना होकर तिरंगा लंदन पहुंचेगा। मिश्रा ने बताया कि ताड़केश्वर मंदिर में विद्वान पंडितों द्वारा विधि विधान से तिरंगे की पूजा अर्चना की गई , क्योंकि यह राष्ट्रीय ध्वज हम सबके लिये गौरवमयी है। इसलिये तिरंगे की पहली बार पूजा अर्चना और आरती की जायेगी। इसके पश्चात 10 अगस्त को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र इस तिरंगे को अमृतसर में जलियांवाला बाग के

सैफी समाज को शिक्षा के साथ साथ राजनीती में भी अपनी भागीदारी बढ़ानी चाहिए

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० इरफ़ान राही ० मुजफ्फरनगर -उत्तर प्रदेश के जिला मुजफ्फरनगर के शाहपुर कस्बे में भारतीय सैफी डे कमेटी द्वारा एक सैफी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें सैफी समाज के लेखक तथा सरपरस्त मास्टर अलीशेर सेैफी द्वारा लिखित पुस्तक सैफी परिवर्तन और दर्पण का लोकार्पण‌ भी किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता शाहपुर के हाजी इकबाल सैफी ने की और कन्वीनर भारतीय सै‌‌फी डे कमेटी के राष्ट्रीय कन्वीनर कल्लू खान प्रधान रहे। मंच संचालन मास्टर अलीशेर सैफी और मास्टर हसीन से‌ैफी ने किया। प्रोग्राम की शुरुआत कुरान शरीफ की तिलावत से हुई जो कि कारी मोहम्मद आबिद ने की, उसके बाद नात शरीफ मौलाना महमूद अहमद सैफी ने पढ़ी।पत्रकार इरफान राही सैदपुरी सैफ़ी ने सैफ़ी गीत से सबका दिल जीत लिया इस‌ अवसर पर सैफी समाज के उन लोगों को सम्मानित किया गया जिन्होंने समाज तथा देश के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया ।नवनिर्वाचित प्रधानों को भी सम्मानित किया गया जिसमें मवाना के शकील सैफी को सम्मानित किया गया।सभी वक्ताओं ने सैफी समाज मैं शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हाजी मोहम्मद इकबाल सैफी उनके बेटे हाजी ईनाम सैफी और उनके पोते मोहम्मद आ

प्लेटिनम इवारा ने बड़ी नज़ाकत के साथ तैयार किए गए नवीनतम क्यूरेटेड कलेक्शन

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० संवाददाता द्वारा ०  कोलकाता : प्लेटिनम इवारा की उत्कृष्ट प्लेटिनम जूलरी के दम पर अपने स्टाइल गेम को एक पायदान ऊपर उठाइए। 95% शुद्ध प्लेटिनम से तैयार किए गए इस कलेक्शन में बहुमुखी डिजाइन शामिल हैं, जिनकी रेंज मनमोहक हारों और कलाई के आकर्षक आभूषणों से लेकर बारीकी से तैयार किए गए झुमकों और खूबसूरत अंगूठियों तक फैली हुई है। नाजुक होने के बावजूद बेमिसाल हीरों से बनी ये चिकनी आकृतियां अनूठी कहानी सुनाने के लिए सामने आई हैं, जो उन्हें पहनने वाली महिलाओं के निजी किस्सों जैसी ही होती है। तरलता के कौशल से तैयार की गई यह जूलरी इवारा महिला की अदम्य भावना का प्रतीक है, जो नारीत्व की अपनी व्याख्या पर गर्व करने के साथ ही दैदीप्यमान, उन्मुक्त और निडर बनी रहती है। कलेक्शन में अनोखे डिजाइन नैरेटिव की झलक दिखलाने वाले ऐसे स्वप्निल पैटर्न, मोबियस लूप और कटावदार खांचे मौजूद हैं जो इवारा महिला की जन्मजात शैली का पूरक बनते हैं। खंडित आकारों, तरल आयामों और स्थानिक तत्वों के साथ-साथ छितरे हुए, किरचों भरे, फैलाव वाले पैटर्न इवारा महिला की बेमिसाल शख्सियत के कई पहलुओं को उजागर करने के लिए मिलकर काम करते हैं और

केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ,दिल्ली द्वारा संस्कृत सप्ताह का आयोजन

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० योगेश भट्ट ०   नयी दिल्ली - शिक्षा मंत्रालय,भारत सरकार के निर्देशन तथा कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी की अध्यक्षता में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय ,दिल्ली द्वारा संस्कृत सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है जो दिनांक 08/08/2022 से14/08/2022 तक चलेगा ।  कुलपति प्रो वरखेड़ी ने कहा है कि इस भव्य संस्कृत सप्ताह का आयोजन इस बार आज़ादी के अमृत महोत्सव पर विशेष ढंग से मनाने की तैयारी है । इस उपलक्ष्य के उद्घाटन में मुख्य अतिथि के रुप में स्वामी करपात्री धर्म संघ , वाराणसी के जाने माने संत तथा समाज सुधारक स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी तथा भारत के युवा समाज से जुड़े युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक तथा भारतीय परंपरा के पोषक रोहित कुमार सिंह इसमें विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित रहेंगे ।इसके अतिरिक्त सारस्वत अतिथि के रुप में इग्नू ,निर्देशिका , मानविकी संकाय प्रो मालती माथुर सुशोभित करेंगी। कुलपति प्रो वरखेड़ी ने यह भी बताया कि इस उपलक्ष्य में संस्कृत भाषा तथा इसके साहित्य से जुड़े अनेक बौद्धिक - संस्कृतनिष्ठ तथा प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोहों का आयोजन किया जा रहा है । ऐसे आयोजनों से संस्कृत की जीवंतता

उत्तराखंड की एक प्रतिनिधि भाषा पर काम होना चाहिए

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली : उतराखण्डी भाषा प्रसार समिति की मुहिम बड़ी द्रुत गति से आगे बढ़ रही है। प्रतिनिधि भाषा का प्रस्ताव समिति के प्रतिनिधि मण्डल ने अल्मोड़ा पिथौरागढ़ के सांसद अजय टम्टा को दिया,  टम्टा जी ने स्वीकारा किया कि यह उतराखण्ड के लिए आवश्यक है और इस पर काम होना चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस संबंध में वे व्यक्तिगत रूप से काम करेंगे। उत्तराखंड से राज्य सभा के सांसद नरेश बंशल ने प्रतिनिधि भाषा की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि हम इस संबंध में उत्तराखंड सरकार को अवश्य अवगत कराएंगे कि उत्तराखंड की एक प्रतिनिधि भाषा पर काम होना चाहिए। केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट ने इस विषय की गंभीरता को देखते हुए इस पर तुरत एक पत्र उतराखण्ड के मुख्यमंत्री को भेजने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि क्या आज भी उत्तराखंड की चौदह बोलियों के साहित्यकार हैं जो अपनी भाषा को संरक्षित करने की बात करें। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्य को बहुत पहले आरंभ हो जाना चाहिए था परंतु अब हम अवश्य इस पर काम करने के लिए उत्तराखंड सरकार को कहेंगे। उत्तराखंडी भाषा प्रसार समिति के प्रतिनिधि मंडल में डॉ बिहारीलाल ज

भारत के सभी 1,60,000 डाकघर व्यक्तिगत रूप से और ऑनलाइन भारतीय राष्ट्रीय ध्वज की बिक्री करेंगे

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० योगेश भट्ट ०  नयी - दिल्ली भारत के सभी 1,60,000 डाकघर व्यक्तिगत रूप से और ऑनलाइन भारतीय राष्ट्रीय ध्वज की बिक्री करेंगे।13, 14 और 15 अगस्त को, देश में हर कोई अपने घरों में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराएगा और हमारे भारतीय राष्ट्र का 75वां स्वतंत्रता दिवस गर्व, खुशी और गर्व के साथ मनाएगा। भारत सरकार ने भारत के राष्ट्रीय ध्वज 2002 (CODE) में बदलाव करते हुए एक नई अधिसूचना जारी की। तदनुसार, प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर में, बाहर (घर के सामने, या छत पर) रात या दिन में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की अनुमति है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि पहले राष्ट्रीय ध्वज को केवल सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच ही फहराने की अनुमति थी।20 इंच गुणा 30 इंच राष्ट्रीय ध्वज मात्र ₹25.इसके अलावा छोटे इंच आकार के राष्ट्रीय झंडे ₹18 और ₹9 में बेचे जाते हैं।आइए हम सब एक 25 ₹ खर्च करें और एक 20 x 30 इंच राष्ट्रीय ध्वज खरीदें और अपने महान राष्ट्र भारत का 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाएं बहुत, बहुत, बहुत, बहुत, बहुत, बहुत भव्य, इनके अलावा, महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित भारतीय राष्ट्रीय ध्वज, खादी उत्पाद बेचने वाली कंपनियों

जैसे रथ एक पहिये से नहीं चल सकता, वैसे ही बिना परिश्रम के भाग्य फल नहीं लाता

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० योगेश भट्ट ०    युवा आदर्श समाज कल्याण समिति के तत्वावधान में व्यसन मुक्त, आदर्श युक्त, संस्कार निर्माण की संकल्पना के साथ ब्रम्हमुहुर्त की पावन पुनीत बेला में मातृ-पितृ शक्ति व प्रिय तात् एवं शक्ति स्वरूपणीम् मातृशक्ति को नमन् आपकी समस्त मनः इच्छा शक्ति पूर्ण हों ,आप ऐश्वर्यवान हैं, धैर्यवान है , विद्यावान हैं,उर्जावान है, आपके अंन्तःकरण में परमशक्ति सदैव विराजमान हैं ।आप व आपके परिवार पर कुलदेव, ग्रामदेव एवं जो भी शक्ति भूलोक में बिराजमान हो कृपा करें । नमन् करतें हुए जयन्ते बिजयन्ते देवशक्ति कृपामयी परमशक्ति सदैव कृपा करें ।आज का विषय है।- 1- यथा ह्येकेन चक्रेण न रथस्य गतिर्भवेत्। एवं पुरुषकारेण विना दैवं न सिध्यति।।भावार्थ: जैसे रथ (गाड़ी) एक पहिये से नहीं चल सकता, वैसे ही बिना परिश्रम के भाग्य फल नहीं लाता। 2- काकतालीयवत्प्राप्तं दृष्ट्वापि निधिमग्रतः। न स्वयं दैवमादत्ते पुरुषार्थमपेक्षते।।भावार्थ:भले ही भाग्य से, एक खजाना सामने पड़ा हुआ दिखाई दे, (काका-तलिया न्याय के रूप में), भाग्य इसे हाथ में नहीं देता है, कुछ प्रयास (उसे उठाने का) (अभी भी) अपेक्षित है।3- उद्यमेन हि सिध्यन्त