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किरोन पोलार्ड का आईपीएल से संन्यास , मुंबई इंडियंस के बैटिंग कोच नियुक्त

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० संवाददाता द्वारा ०  मुंबई :  कीरोन पोलार्ड ने 211 मैच (IPL+CLT20) खेले, जिसमें उन्होंने 147 के स्ट्राइक रेट से 3915 रन बनाए। मध्य क्रम में खेलने के बावजूद 3412 रन के साथ वे आईपीएल में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में 18वें स्थान पर हैं। बल्लेबाजी के साथ वे एक अच्छे गेंदबाज भी हैं खासतौर पर जब टीम को विकट की सबसे ज्यादा जरूरत होती थी। उन्होंने आईपीएल में 69 विकेट हासिल किए जो उन्हें एक अच्छा ऑलराउंडर साबित करने के लिए काफी है। मैदान पर वे जबर्दस्त फील्डर रहे आईपीएल में 103 कैच पकड़ कर उन्होंने कई मैचों का रूख बदल दिया था। अपने लंबे छक्कों से दर्शकों को हैरत में डाल देने वाले मुंबई इंडियंस के ऑलराउंडर कीरोन पोलार्ड ने आईपीएल से संन्यास ले लिया है। मुंबई इंडियंस के साथ खेलते हुए पोलार्ड ने पूरे 13 सीज़न तक आईपीएल के दर्शकों का मनोरंजन किया। ‘पोली’ के नाम से मशहूर पोलार्ड 2010 से मुंबई इंडियंस के लिए खेल रहे थे, संन्यास के बाद भी वे टीम से बैटिंग कोच के रूप से जुड़े रहेंगे। मुंबई इंडियंस के साथ खेलते हुए पोलार्ड ने 5 आईपीएल और 2 चैंपियन लीग ट्राफियां जीती थीं। नीता.अंबानी ने कहा, &

गुमशुदा नाटककार स्वदेश दीपक की स्मृति में एल्सवेयर फ़ॉउंडेशन

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली : संगीत नाटक अवार्ड विजेता नाटककार स्वदेश दीपक ( जिन्होंने कोर्ट मार्शल लिखा ) , 7 जून 2006 से लापता हैं जब वो घर से टहलने के लिए निकले और कभी लौट कर नहीं आये। उनकी याद में कला प्रबंधन विशेषज्ञ नगीना बैंस और लेखक के बेटे, सुकान्त दीपक ने एल्सवेयर फ़ॉउंडेशन की स्थापना करने की घोषणा की।  फाउंडेशन की सलाहकार समिति में पद्म भूषण पुरस्कार विजेता मल्लिका साराभाई (शास्त्रीय नर्तक और अभिनेत्री), पद्म श्री पुरस्कार विजेता नीलम मानसिंह चौधरी (रंगमंच निर्देशक), साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता लेखक और कवि जेरी पिंटो, पूजा सूद (निर्देशक, खोज), रवि सिंह (प्रकाशक, स्पीकिंग टाइगर), दीवान मन्ना (फोटोग्राफर), निरुपमा दत्त (कवि और आलोचक) और चंदर त्रिखा (निदेशक, हरियाणा साहित्य अकादमी और हरियाणा उर्दू अकादमी) शामिल हैं। फाउंडेशन के बारे में बात करते हुए लेखक और कोच्ची बीएनेल फाउंडेशन के ट्रस्टी एन एस मादवन ने कहा -" मुझे एल्सवेयर फ़ॉउंडेशन से बड़ी उम्मीदें हैं -ये एक ऐसा मंच है जो विभिन्न कलाओं और उनके संगम का स्वागत करता है। दुनिया भर में अलग-अलग प्रकार की कलाएं एक साथ जुड़ रही

वेंचर कैटलिस्ट्स द्वारा 54 कंपनियों ने 50 मिलियन डॉलर का वैल्यूएशन पार किया

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० योगेश भट्ट ०  मुंबई : वेंचर कैटालिस्ट्स ग्रुप या Vcats++ एक अर्ली-टू-ग्रोथ (शुरुआती से लेकर विकास चरण तक) स्टेज फंड है जिसमें शुरुआती स्टेज से लेकर सेक्टर फोकस्ड तक के पांच फंड शामिल हैं। कंपनी ने पहली बार 2020 में अपना 150 मिलियन डॉलर का एक्सीलेरेटर फंड लॉन्च किया था। इसके बाद कंपनी ने चार और फंड्स लॉन्च किए हैं, जिसमें वेंचर कैटालिस्ट्स एंजेल फंड, 200 मिलियन डॉलर का फिनटेक फोकस्ड फंड बीम्स, प्रॉपटेक फंड स्पायर, और 200 मिलियन डॉलर का ग्रोथ स्टेज सेक्टर एग्नोस्टिक फंड इलेव8 शामिल है। समूह के पास 300 से अधिक स्टार्टअप्स का एक संयुक्त पोर्टफोलियो है, जिसका समेकित मूल्यांकन लगभग 10 बिलियन डॉलर आंका गया है, जिससे यह देश का सबसे बड़ा विकास चरण निवेश मंच बन गया है।  वेंचर कैटलिस्ट्स ग्रुप (Vcats++), भारत के पहले एकीकृत इनक्यूबेटर और शुरुआती से लेकर विकास चरण वाले स्‍टार्टअप्‍स के लिए फुल स्टैक निवेशक, ने घोषणा करते हुए बताया कि इसके पोर्टफोलियो स्टार्टअप्स में से लगभग 54 ने इस साल 50 मिलियन डॉलर से अधिक का वैल्‍यूएशन (मूल्यांकन) हासिल कर लिया है। चुनौतीपूर्ण समय की वजह से इस साल फंडिंग में

गुवाहाटी से शुरू हुआ इंडियन पैनोरमा का फिल्मी प्रमोशन ‘टॉर्च कैम्पेन’

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० आशा पटेल ०  गुवाहाटी । जनवरी में 6 से 10 तारीख तक होने वाले पन्द्रहवें जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फैस्टिवल में इस बार इंडियन पैनोरमा की 12 विभिन्न भारतीय भाषाई फुल लैंथ फिल्मों की लांचिंग की जाएगी। इंडियन सिनेमा के इतिहास में ये पहला मौका है जब देश में बनी विभिन्न भारतीय भाषाओं की 12 फिल्मों की इतने व्यापक स्तर पर लांचिंग की जा रही है। इतना ही लॉंचिंग से पहले इन फिल्मों का देश के 7 शहरों में प्रमोशन अभियान चलाया जाएगा। इस कैम्पेन को ‘’टॉच कैम्पेन’ नाम दिया गया है। मंगलवार को इस अभियान का श्रीगणेश गुवाहाटी से किया गया। टॉर्च कैम्पेन की लांचिंग यहां के विवांता ताज होटल में आयोजित एक भव्य समारोह में की गई। इस मौके पर आसाम के अनेक फिल्म निर्माता निर्देशक मौजूद रहें। लांचिंग समारोह की मुख्य अतिथि आसाम के मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी और प्रख्यात फिल्म मेकर रिंग भुयान सरमा थीं तथा गुवाहाटी के संयुक्त पुलिस कमिश्नर पार्था सारथी महन्ता विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। पार्था सारथी स्वयं भी डॉक्यूमेंट्री फिल्म मेकर हैं। लांचिंग समारोह के दौरान जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फैस्टिवल के फाउन्डर डायरेक्टर हनु

MCD Election 2022 : दिल्ली को कूड़ा मुक्त करना है : AAP नेता तिलोत्तमा च...

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दिल के कोने में' का विमोचन : नारी मन की भावनाओं और संवेदनाओं की सुंदर अभिव्यक्ति

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली - कुसुम चौहान गढ़वाली और कुमाऊनी फिल्मों की प्रसिद्द अभिनेत्री और रंगमच की एक प्रुमख कलाकार हैं। उनके द्वारा हिंदी, पंजाबी एवं भोजपुरी फिल्मों में भी अभिनय किया गया है। भारत के पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कवियित्री कुसुम चौहान की काव्यकृति 'दिल के कोने में' का विमोचन नई दिल्ली के हिमालय भवन में किया। इस अवसर पर डॉ. निशंक ने कहा कि कुसुम चौहान ने अपनी पुस्तक में नारी के मन की भावनाओं और संवेदनाओं को बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति दी है। छोटी-छोटी किन्तु सारगर्भित क्षणिकाओं के माध्यम से कवियित्री कुसुम चौहान ने दिल के कोने में सुप्त पड़ी भावनाओं को उजागर करके एक बेहतरीन काव्य संग्रह की रचना की है। प्रसिद्द साहित्यकार एवं केन्द्रीय विश्वविद्यालय मुंबई के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर करुणा शंकर उपाध्याय ने कहा कि कुसुम चौहान की यह पुस्तक घर, परिवार और समाज में स्त्री के संघर्ष को इंगित करती है। साहित्यकार और केन्द्रीय विश्वविद्यालय मिजोरम के हिंदी विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर सुशील कुमार शर्मा ने कहा कि कुसुम चौहान की इस पहली काव्य कृति का हि

शिक्षित व्यक्ति कोई एक अशिक्षित व्यक्ति को शिक्षित करे तो देश- समाज साक्षर हो जाता है

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० ओम पीयूष ०  नयी दिल्ली : हर वन टीच वन यह एक अफ्रीकी - अमेरिकी कहावत है। इससे कोई भी समाज- देश साक्षर हो जाता है। कहने का तात्पर्य यह कि हर शिक्षित व्यक्ति कोई एक अशिक्षित व्यक्ति को शिक्षित करे तो अतिशीघ्र देश- समाज साक्षर हो जाता है। इसी मूल मंत्र को अपना आदर्श मानकर लोक सारंग फाउंडेशन की निदेशक रश्मि शर्मा ने एम ए, बी एड की डिग्री हासिल करने के बाद मनसा वाचा कर्मणा इस आदर्श वाक्य को अमल में लाने का संकल्प लिया और वह इस निराले कर्म पथ पर आगे बढ़ चलीं। मानव कल्याण के इस पुनीत काम में वह निरंतर अपने कदम आगे बढ़ा रहीं हैं। मिसालें एक नहीं अनेक हैं, जिनसे वह अपनी सक्रिय भागीदारी वक़्त के पन्नों पर अंकित करने का अहसास सहज ही करा देती है बाल दिवस पर राजा पुरी में झुग्गी में रहने वाले मासुम बच्चो को उपहार दे कर बाल दिवस मनाया | आज भी हमारे आस पास ऐसे अनगीनत बच्चे हैं जो स्कूल नही जा रहे | आज के बच्चे कल का भविष्य होंगे,बच्चे एक राष्ट्र की असली ताकत और समाज की नींव हैं लेकिन सच्चाई तो यह है कि आज भी देश में हजारों लाखों बच्चे बाल मजदूरी में लिप्त हैं। उन्हें उनका शिक्षा का अधिकार नहीं मिल प