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राजा की आयेगी बारात' 16 दिसंबर से सिनेमाघरों में

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० संवाददाता द्वारा ०  पटना -भोजपुरी फिल्मो के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव की चर्चा में रही फिल्म 'राजा की आयेगी बारात' के रिलीज़ डेट की घोषणा कर दी गई। फिल्म 16 दिसंबर को पुरे देश में एक साथ रिलीज़ की जा रही है। दर्शक अपने ट्रेंडिंग स्टार की इस फिल्म को थिएटर में देखने के लिए कई दिनों से इंतजार रहे है और अब उनका इंतजार ख़त्म हो गया 'राजा की आयेगी बारात' यह फिल्म खेसारी लाल यादव के दिल के बेहद करीब फिल्म है। फिल्म की शूटिंग के दौरान से ही खेसारी इस फिल्म को लेकर काफी उत्त्साहित दिखे । फिल्म में स्टार कास्ट खेसारी लाल यादव के साथ सुदीक्षा झा, संयुता रॉय, संजय पांडेय,अनूप अरोड़ा,अमित शुक्ला ,पप्पू यादव, दीपक सिन्हा, संजय वर्मा,वीणा पांडेय और मनोज सिंह जैसे भोजपुरी  कलाकार नजर आएँगे। फिल्म के हर एक कलाकार ने अपने शानदार अभिनय का प्रदर्शन किया है जिसे दर्शक हमेशा ही पसंद करते आये है। फिल्म का निर्देशन लाल बाबू पंडित ने किया है। खेसारी लाल यादव और लाल बाबू पंडित की जोड़ी कई सुपरहिट फिल्मो में एक साथ रह चुकी है और अब इस फिल्म से भी दर्शको के बीच बड़ा धमाका करने आ रही है। वही फिल्म के

'56 भोग उत्सव- 2022' पोस्टर का विमोचन

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० आशा पटेल ०  जयपुर।  उत्सव में मनभावन व्यंजनों जैसे कि धौलपुर भरतपुर एवं सीकर की गजक पाली का गुलाब हलवा, गंगापुर का खीर मोहन, दौसा का डोवठा, अलवर का मावा, ब्यावर की तिलपपड़ी, बीकानेर की नमकीन, कोटा की कचौरी, जयपुर का घेवर, कुल्फी, तन्दूरी चाय एवं पान आदि उपलब्ध होंगे। साथ ही राजस्थान के प्रसिद्ध साबुत एवं पिसे हुए मसालों, इनके पेस्ट एवं प्रोसेस्ड पैकेज के साथ-साथ परम्परागत पात्र, भरतपुर का आचार -मुरब्बे, सॉस, पापड़-बड़ी, खाखरे, पाचक चूर्ण चटनी आदि की स्टॉल्स भी लगाई जायेंगी। उद्योग आयुक्त महेंद्र पारख ने 9 से 12 दिसंबर तक जल महल के सामने राजस्थान हाट आयोजित होने वाले '56 भोग उत्सव-2022' के पोस्टर का विमोचन किया।  पारख ने बताया कि '56 भोग उत्सव-2022' में राजस्थान के स्वादिष्ट व्यंजन, प्रसिद्ध मसालों, मिठाइयों, नमकीन, विशिष्ट खाद्य पदार्थों एवं रसोई से जुड़े परम्परागत, प्राकृतिक एवं आधुनिक उपकरण एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगे।  आयुक्त ने बताया कि राज्य की विशिष्ट सब्जियां जैसे कि बीकानेर की कैर-सांगरी, काचरी, अन्य सूखी परम्परागत सब्जियां, नागौरी मेथी, कोटा के मशरूम प्रोडक्टस

Delhi डाबड़ी वार्ड 117 से AAP प्रत्याशी तिलोत्तमा चौधरी की शानदार जीत { ...

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बीएसएफ के 58वें स्थापना दिवस परेड में वीरता के लिए अजीत कुमार टेटे राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित

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० संवाददाता द्वारा ०  अमृतसर - गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर में आयोजित 58वें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) स्थापना दिवस परेड में पुलिस कर्मियों को विशिष्ट सेवाओं 2021 (RD) एवं वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, ने पदक प्रदान कर सम्मानित किया। पंकज कुमार सिंह, महानिदेशक (डीजी), बीएसएफ, अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ समारोह में उपस्थित थे। अजीत कुमार टेटे, उप महानिरीक्षक (DIG), सीमा सुरक्षा बल (BSF) को अलंकरण समारोह में विशिष्ट सेवा 2021 (RD) के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। अजीत कुमार टेटे वर्तमान में दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, न्यूटाउन, कोलकाता में डीआईजी, प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर के तौर पर तैनात हैं। पिछले 35 वर्षों की सेवा में अजीत कुमार टेटे ने जम्मू-कश्मीर के उग्रवाद-संक्रमित और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेवा की है। उन्होंने मणिपुर के सबसे कठिन क्षेत्रों में सेवा की है और पंजाब, राजस्थान, असम और पश्चिम बंगाल में उनका कार्यकाल रहा है। पीस कीपिंग फोर्स के सदस्य के रूप में उन्हें 1997-1998 में बोस्निया-हर्जेगो

किरण नेगी और अंकिता भंडारी हत्याकांड के दोषियों को सजा तय किए जाने की मांग

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली -  पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस मामले को अत्यंत गंभीर बताते हुए कहा कि आज उत्तराखंड के एक करोड़ से ज्यादा लोगों के परिवारों में इस बात को लेकर रोष है कि जब किरण नेगी की हत्या हुई है ,  उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू से मिला और किरण नेगी और अंकिता भंडारी हत्याकांड के दोषियों को सजा सुनिश्चित किए जाने की उठाई मांग उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में उत्तराखंड के प्रमुख नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं का एक शिष्टमंडल केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजूजी से मिला और उत्तराखंड की दो बेटियां किरण नेगी (दामिनी)और अंकिता भंडारी( अनामिका) बलात्कार और हत्या कांड के दोषियों को सजा सुनिश्चित किए जाने की मांग उठाई। इस प्रतिनिधिमंडल में जिसमें उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता धीरप्रताप, कांग्रेस के संयुक्त सचिव हरिपाल रावत ,पत्रकार और सोशल एक्टिविस्ट कुशाल जीना, अनिल पंत और अमिताभ श्रीवास्तव ,योगिता भयाना, विक्रांत प्रताप एडवोकेट शामिल थे । पूर्व मुख्यमं

होम्‍योपैथी : एड्स से राहत दिलाने में कर रही है मदद

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० योगेश भट्ट ०   नयी दिल्ली : दुनिया में लगभग 38.4 मिलियन लोग एचआईवी के साथ जी रहे हैं और एड्स के पीड़ित 2.4 मिलियन से ज्‍यादा लोग बीमारी के अलावा विरोध और अटकलों से लड़ रहे हैं। लेकिन आखिरकार एड्स क्‍या है? एक्‍वायर्ड इम्‍युनोडेफिशियेन्‍सी सिन्‍ड्रोम या एड्स एक स्‍थायी और संभवत: जीवन के लिये खतरनाक बीमारी है, जो ह्यूमन इम्‍युनोडेफिशियेन्‍सी वायरस (एचआईवी) से होती है। इस बीमारी में मानव शरीर का रोग प्रतिरोधक तंत्र कमजोर हो जाता है और संक्रमणों तथा दूसरे रोगों से लड़ने की उसकी योग्‍यता में दखल पड़ता है। एड्स एचआईवी के संक्रमण की सबसे उन्‍नत अवस्‍था है, जो इलाज न होने पर कई वर्षों में विकसित हो सकती है। इससे कुछ प्रकार के कैंसर, संक्रमण या लंबे समय की गंभीर चिकित्‍सकीय समस्‍याएं हो सकती हैं। वर्ल्‍ड एड्स डे पहली बार 1988 में मनाया गया था, जिसका लक्ष्‍य था ऐसे समय में एड्स महामारी पर जागरूकता बढ़ाना, जब उसके साथ कई तरह के लांछन जुड़े हुए थे। वर्ल्‍ड एड्स डे एचआईवी के साथ जी रहे लोगों को सहयोग देने और उन असमानताओं को सम्‍बोधित करने के लिये समर्पित है, जिनसे बीमारी को दूर करने की प्रगति में

आरोग्‍य यान ने बारपेटा, असम के 20 हजार लोगों को स्‍वास्‍थ्‍य रक्षा तक पहुंच प्रदान की

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० योगेश भट्ट ०  असंम : साइबरसुरक्षा सेवा प्रदान करने वाली प्रमुख कंपनी क्विक हील ने संयुक्‍त राष्‍ट्र के सतत् विकास लक्ष्‍यों से प्रेरित होकर अपनी सीएसआर पहल के माध्‍यम से ‘आरोग्‍य यान’ का दान किया है। आरोग्‍य यान उपकरणों से पूरी तरह लैस एक मेडिकल वैन है, जो बारपेटा, असम में ग्रामीण समुदाय को दान की गई है। एक स्‍थानीय एनजीओ ‘सृजन एक सोच’ के साथ मिलकर, यह पहल मूलभूत उपचार और जाँच की जरूरी व्‍यवस्‍था के हाशिये पर खड़े लोगों की पहुँच में लाना चाहती है। विशेष सुपुर्दगी समारोह में बारपेटा से एडीएम गीता श्री, सृजन एक सोच की सीईओ दिशा श्रीवास्‍तव, क्विक हील फाउंडेशन की चेयनपर्सन अनुपमा काटकर और बिक्रम ज्‍योति दास मौजूद थे।   दास एक दृष्टिबाधित पर्वतारोही हैं, जिन्‍होंने हाल ही में एवरेस्ट आधार शिविर पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की है।  इस अत्‍याधुनिक उपकरणों से लैस मेडिकल वैन ने उन 20,000 लोगों तक प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य रक्षा सुविधाओं को पहुंचाया है, जिन्‍हें पहले इसके लिये 10 से 30 किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ता था। यह सेवा अपने लाभार्थियों को सरकार की उन विभिन्‍न योजनाओं के बारे में जागरूक भी करेगी, ज