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शास्त्र उत्सव देश के लिए गौरव का विषय

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० योगेश भट्ट ०  वाराणसी,, प्रमाणशास्त्र को लेकर बड़ा ही युगीन तथा सटीक व्याख्यान करते कहा कि अनुभव के बिना प्रमाण नहीं माना जा सकता है । लेकिन प्रश्न यह भी उठता है कि आखिर किस परिस्थिति के अनुभव को प्रमाण का प्रमाणिक आधार माना जाय । इसका कारण यह है कि इसमें काल ध्वंस की पूरी संभावना बनी रहती है । प्रो वरखेड़ी ने इस बात को विविध तर्कों से संपुष्ट करते कहा कि यदि यह संस्कारजन्य अनुभव मानस इन्द्री पर आधारित होता है तो उसे प्रमाण माना जा सकता है ।  भारतीय नव वर्ष चैत नवरात्र के दिन केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, दिल्ली के कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी की अध्यक्षता में श्रीकाशीविश्वनाथ धाम मंदिर के न्यास, वाराणसी के प्रांगण में आरंभ हो गया है । कुलपति प्रो वरखेड़ी ने शास्त्र सपर्या के विद्वान आचार्य हरिदास भट्ट, आचार्य मणिद्रविड शास्त्री, आचार्य के .ई.देवनाथन् तथा आचार्य देवदत्त पाटिल का स्वागत करते हुए कहा है कि वाराणसी नगरी शास्त्र ज्ञान के लिए वैश्विक नगरी के रुप में सुप्रसिद्ध है और यह सौभाग्य की बात है कि गंगा के इस नगरी तथा पावन धाम में देश के विविध भागों के नदीष्ण विद्वानों से शास्

दिल्ली सरकार का बजट पत्रकारों के लिए निराशा जनक - रविन्द्र गुप्ता

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० बिनोद तकियावाला ०  नयी दिल्ली -दिल्ली सरकार ने विधान सभा बजट प्रस्तुत किया । इस बजट में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ कहे जाने वाले - पत्रकारो के लिए कोई प्रावधान नहीं किया है। जिससे पत्रकारो व पत्रकार युनियन में भारी रोष है। इस पर इंडियन फेडरेशन ऑफ स्मॉल एंड मीडियम न्यूज पेपर्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रविंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार के बजट को पत्रकारों के लिए निराशाजनक बताया है।  बता दे पत्रकारो को कई राज्यो में वरिष्ट व सेवा निवृत पत्रकार को उनके जीवन यापन हेतु मासिक पेशन उपबलध कराई जा रही है। लेकिन दिल्ली में ना तो केन्द्र सरकार ना ही राज्य सरकार के द्वारा इस तरह का कोई प्रावधान किया गया है।  इस संदर्भ मे कई पत्रकार युनियन की ओर से अन्य राज्यों की तरह दिल्ली में भी पेंशन स्कीम को लागू करने, स्वास्थ्य सुविधाओं को कैशलेस करने, मेट्रो में फ्री यात्रा करने,बड़े समाचार पत्रों की तरह स्मॉल & मीडियम समाचार पत्रों को विज्ञापन देने,कार्यालय के लिए आई. एन. एस. की तरह भूमि आवंटित करने जैसी अनेकों समस्याओं के समाधान के लिए वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं। इन माँगो को ले कर रविन्द्र गुप्ता ने दिल्ली सर

भारत में पेट केयर मार्केट 2032 तक 210,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद

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० नूरुद्दीन अंसारी ०  नई दिल्ली- दुनिया भर में न्यूट्रास्यूटिकल और हर्बल उत्पादों के अग्रणी निर्माता, ज़ीऑन लाइफसाइंसेस ने पशु चिकित्सा पोषण पर केंद्रित एक नई अत्याधुनिक उत्पाद के लॉन्च के साथ पालतू जानवरों के स्वास्थ्य उद्योग में प्रवेश की घोषणा की है। जो पालतू जानवरों के लिए लंबे समय तक स्वास्थ्य रखने में मदद करता है। उत्पाद श्रृंखला सामान्य स्वास्थ्य, हड्डी और जोड़ों के स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा और कोट के स्वास्थ्य को पूरा करती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आपके पालतू जानवर स्वस्थ और सक्रिय रहें। वेलनेस उत्पाद पाउडर, स्प्रे और तरल ओरल के रूप में उपलब्ध हैं।भारत में पेट वेलनेस उद्योग ने हाल के वर्षों में पर्याप्त वृद्धि देखी है,  जो मध्यम वर्ग की बढ़ती आबादी और पालतू जानवरों के स्वामित्व में वृद्धि से प्रेरित है। अपने परिवार के सदस्यों के रूप में अपने पालतू जानवरों को अपनाने वाले लोगों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि के साथ, उच्च गुणवत्ता वाली पालतू जानवरों की देखभाल सेवाओं की आवश्यकता बढ़ गई है। भारत में पेट केयर मार्केट का आकार 2022 में 74,000 करोड़ रुपये था और 2032 तक 210,000

रिलायंस के आरसीपीएल ने होम और पर्सनल केयर रेंज लॉन्च की

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० संवाददाता द्वारा ०  मुंबई : रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (आरसीपीएल) ने अपने होम और पर्सनल केयर रेंज लॉन्च कर दी है। नए उत्पादों में ग्लिमर ब्यूटी साबुन, गेट रियल नेचुरल साबुन, प्यूरिक हाइजीन साबुन, डोजो डिशवॉश बार और लिक्विड, होमगार्ड टॉयलेट एंड फ्लोर क्लीनर और एंजो लॉन्ड्री डिटर्जेंट पाउडर, लिक्विड एंड बार शामिल हैं। लॉन्च पर आरसीपीएल के प्रवक्ता ने कहा, “हमारा लक्ष्य हर भारतीय परिवारों को उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण उत्पाद देना है। होम और पर्सनल केयर उत्पादों की इस श्रृंखला को "वास्तविक भारतीय" उपभोक्ता की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है।" कंपनी का दावा है कि ग्लिमर, गेट रियल और प्यूरिक साबुन किफायती होने के साथ ग्रेड -1 के साबुन हैं। इस श्रेणी में टोटल फैट मैटर (TFM) कम से कम 76% होना चाहिए। ग्लिमर साबुन में रोज़, जैस्मीन, लैवेंडर और फ्लोरल बर्स्ट वेरिएंट शामिल हैं। गेट रियल में चंदन, नीम और मिश्रित जड़ी बूटियां हैं, जबकि प्यूरिक साबुन, एक्टिव पावर और हल्दी एलो की सुगंधों में उपलब्ध होंगे। बायो-एंजाइम्स के साथ अपने अनूठे 2X पावर वॉश फॉर्मूले

राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो में आए निर्यातकों व संभागियों को किया सम्मानित

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० आशा पटेल ०  जोधपुर । जोधपुर बोरोनाड़ा स्थित एक्सपो ग्राउंड में तीन दिवसीय राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो आशातीत सफलताओं और रिकार्ड उपलब्धियों के साथ सम्पन्न हो गया। सम्मान समारोह में राजस्थान लघु उद्योग निगम एवं राजस्थान एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चैयरमेन राजीव अरोड़ा, उद्योग एवं वाणिज्य आयुक्त महेंद्र कुमार पारख और आरईपीसी के वाईस चैयरमेन महावीर प्रताप शर्मा, जोधपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त  नवनीत कुमार, अपर जिला कलक्टर डॉ. भास्कर विश्नोई, राजस्थान निर्यात संवर्द्धन परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी.आर. शर्मा, फेयर डायरेक्टर, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के संयुक्त निदेशक एस.एल. पालीवाल सहित राजस्थान सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, उद्योगपति, उद्यमी, निर्यातक, बायर्स एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे। समारोह में निर्यातकों /संभागियों तथा एक्सपो में योगदान करने वालों को अतिथियों द्वारा स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया। इनमें विभिन्न श्रेणियों में पृथक-पृथक पुरस्कार प्रदान किए गए। इनमें वूडन हैण्डीक्राफ्ट श्रेणी में लटियाल हैण्डीक्राफ्ट्स प्राईवेट लिमिटेड तथा भण्डारी एक्सपोर्ट्, मेटल हैण्डीक्

लक्ष्मण सिंह को सामाजिक कार्य के क्षेत्र में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित

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० आशा पटेल ०  नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने किया राजस्थान लक्ष्मण सिंह को सामाजिक कार्य के क्षेत्र में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित। लक्ष्मण सिंह एक गैर-सरकारी पंजीकृत स्वयंसेवी संगठन ग्राम विकास नवयुवक मंडल लपोरिया (जीवीएनएमएल) के संस्थापक और सचिव हैं। उन्हें सामु‍दायिक नेतृत्व वाले सामूहिक प्रयासों के लिए जाना जाता है, उदाहरण के लिए "चौका प्रणाली", इको-पार्क के माध्यम से पर्यावरण रक्षा (हरियाली बचाओ) और "खुल्ला-चिड़ियाघर"। अपने पैतृक गांव में जल संचयन और प्रबंधन की उनकी पहल और प्रयासों को भूजल पुनर्भरण के लिए प्रसिद्ध "लापोरिया मॉडल" के रूप में जाना जाता है, जिससे ग्रामीण आजीविका मजबूत होती है। 8 दिसम्बर, 1959 को राजस्थान के जयपुर जिले के एक छोटे से गांव "लापोरिया" में जन्मे, श्री सिंह के माता-पिता ने उन्हें बेहतर शिक्षा के लिए जयपुर भेजा लेकिन वहदसवींकी पढ़ाई छोड़कर घर लौट आए चूंकि वह शहरी जीवन शैली से तालमेल नहीं बिठा पाए। लगभग उसी समय, वह राजस्थान में सूखे की स्थिति से बुरी तरह विचलित और द्रवित हो गए। उनका गांव पानी की भीषण कमी

शाही लवाजमे और परम्परा के साथ गणगौर की सवारी 24-25 मार्च को 100 से अधिक लोक कलाकार देंगे प्रस्तुतियां

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0 आशा पटेल 0  जयपुर। शाही लवाजमे और परम्परा के साथ इस बार गणगौर की सवारी 24-25 मार्च को निकाली जाएगी । भव्य मेले और जुलूस के रूप में निकलने वाली गणगौर की सवारी को देखने के लिए हजारों की तादाद में विदेशी और देशी सैलानी जयपुर के त्रिपोलिया गेट से गणगौरी बाजार में उमड़ेगे । पर्यटन विभाग ने भी इसकी तैयारियां पूरी कर ली हैं । पर्यटन विभाग के उप निदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत के अनुसार विदेशी सैलानियों के लिए त्रिपोलिया गेट के सामने स्थित हिन्द होटल की छत पर इंतजाम किए गए हैं । यहां पर वीआईपी लॉउंच में पर्यटकों के लिए जयपुर के परम्परागत घेवर भी उपलब्ध करवाए जाएंगे । शेखावत के अनुसार 24-25 मार्च को दोनों दिन जनानी ड्योढ़ी से गणगौर की सवारी निकलेगी और इस यात्रा को भव्य स्वरूप प्रदान करेंगे प्रदेश भर से 100 से अधिक लोक कलाकार । कच्ची घोडी़, मयूर नृत्य, अलगोजावादक, कालबेलिया नृतकों के समूह, बहरूपिया कलाकार, मांगणियार औऱ तेरहताली की प्रस्तुतियों के बीच गणगौर माता की सवारी निकाली जाएगी।