राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा विशाल धरना,विरोध-प्रदर्शन

० संवाददाता द्वारा ० 

जिस सोच एवं बलिदान की विचारधारा के आधार पर कांग्रेस ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी उसी भावना से कार्य करते हुये कांग्रेस ने 36 कौमों को साथ लेकर देश को आगे बढ़ाने तथा सामाजिक समरसता को कायम रखने का कार्य किया

जयपुर । केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग विपक्ष के नेताओं को प्रताड़ित करने की नीति के अनुसरण में कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गाँधी को बिना किसी आधार एवं तथ्यहीन आरोपों के तहत् ईडी द्वारा नोटिस दिये जाने के विरोध मे राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के नेतृत्व में जयपुर स्थित ईडी कार्यालय के बाहर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा विशाल धरना देकर विरोध-प्रदर्शन किया गया।
धरने को सम्बोधित करते हुए डोटासरा ने कहा कि देश की आजादी से लेकर आज के स्वर्णिम भारत के निर्माण में कांग्रेस का योगदान सर्वविदित है। देश की आजादी पाने के लिये कांग्रेस पार्टी का गठन हुआ तथा महान् स्वतंत्रता सैनानियों ने कुर्बानियां देते हुए अंग्रेजी हुकूमत के अत्याचार सहे एवं अपने परिवार की परवाह ना करते हुए स्वतंत्रता आन्दोलन में भाग लेकर वर्षों जेल में बिताये। उन्होंने कहा कि जिस सोच एवं बलिदान की विचारधारा के आधार पर कांग्रेस ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी उसी भावना से कार्य करते हुये कांग्रेस ने 36 कौमों को साथ लेकर देश को आगे बढ़ाने तथा सामाजिक समरसता को कायम रखने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा की इस महान विरासत को आगे बढ़ाने का काम साल दर साल कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गाँधी एवं कांग्रेस नेता राहुल गाँधी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पं. जवाहरलाल नेहरू, स्व. श्रीमती इंदिरा गाँधी, स्व. श्री राजीव गाँधी ने भारत को दुनिया में पहचान दिलाई, किन्तु देश का दुर्भाग्य है कि आज ऐसे लोग केन्द्रीय सत्ता में काबिज हुये हैं जो स्वतंत्रता आन्दोलन में जब कांग्रेस कार्यकर्ता अंग्रेजों से लड़ रहे थे तब ये लोग देश के खिलाफ जाकर अंग्रेजों की मुखबिरि कर रहे थे। उन्होंने कहा कि झूठे जुमले व नारे देकर भाजपा देश की सत्ता पर काबिज हुई, किन्तु सत्ता में आने के बाद इन्होंने केवल देश की सामाजिक समरसता के ताने-बाने तथा बाबा साहब द्वारा दिये गये संविधान पर चोट पहुंचाने के साथ लोकतंत्र को कमजोर करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का नारा दिया है,

 किन्तु देश को कांग्रेस मुक्त तो नहीं कर पाये, लेकिन कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को परेशान हैरान करने का कार्य करने लग गये। उन्होंने कहा कि इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बड़ी गलती हो गई जिसके खामियाजे की कल्पना भी भाजपा ने सपने में नहीं की होगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने इस बार ऐसे व्यक्ति पर कीचड़ उछालने व बदनाम करने की कुचेष्टा की है तथा डराने व धमकाने हेतु संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग कर रहे हैं जिनके साहस व बलिदान का लोहा देश ही नहीं दुनिया मानती है।

डोटासरा ने कहा कि देश में अनेक वर्षों तक कांग्रेस की सरकार रही हैं, किन्तु मोदी को अपने 8 साल के शासन में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों के खिलाफ उंगली उठाने हेतु एक मुद्दा भी नहीं मिला, इसलिये नेशनल हैराल्ड का तथ्यहीन मुद्दा उठाया है जबकि स्वतंत्रता आन्दोलन में देश की जनता की आवाज बनने के साथ आजादी की लड़ाई में प्रमुख भूमिका नेशनल हैराल्ड ने निभाई है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने यूपीए शासन पर झूठे आरोप लगाकर बदनाम किया जिस कारण यूपीए सत्ता से चली गई, लेकिन मोदी सरकार अपने शासनकाल में सुई की नोक बराबर भी कोई आरोप साबित नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि नेशनल हैराल्ड के मुद्दे पर भाजपा की केन्द्र सरकार कांग्रेस नेताओं का बाल बांका भी नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि जिन वादों के आधार पर नरेन्द्र मोदी सत्ता में आये, उन वादों पर सवाल उठने लगे तो देश की जनता का ध्यान बटाने के लिये नये-नये हथकण्डे केन्द्र सरकार अपना रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गाँधी को ईडी का नोटिस देकर आज केवल इस लिये बुलाया गया है कि राष्ट्रपति चुनाव परिणाम की आड़ में भाजपा के षड़यंत्र के विरूद्ध कांग्रेस कार्यकर्ताओं के आक्रोश को मीडिया में दिखाये जाने से रोका जा सके।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने राष्ट्रपति चुनाव में सफलता मिलने पर जश्न मनाने का ऐलान किया है जबकि राष्ट्रपति किसी एक विचारधारा का ना होकर पूरे देश के होते हैं । उन्होंने कहा कि वे तो प्रधानमंत्री को भी पूरे देश का मानते हैं किन्तु देश का दुर्भाग्य है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं को केवल भाजपा का प्रधानमंत्री मानते हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल हैराल्ड समाचार पत्र के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान से देश का बच्चा-बच्चा वाकिफ है, यदि नेशनल हैराल्ड नहीं होता तो स्वतंत्रता सैनानियों की आवाज आमजन तक नहीं पहुँचती तथा देश में क्रांति नहीं होती । उन्होंने कहा कि भाजपा को तकलीफ है देश की आजदी से, देश की सामाजिक समरसता एवं धर्मनिरपेक्षता से। उन्होंने कहा कि भाजपा को तकलीफ है कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा देश की तरक्की के लिये किये गये कार्यों से । उन्होंने कहा कि शर्म आती है जब देश का प्रधानमंत्री अमेरिका जाकर किसी प्रत्याशी का चुनाव प्रचार करे तथा अबकी बार ट्रम्प सरकार का नारा लगाये। उन्होंने कहा कि भाजपा को देश का तिरंगा झण्डा पसंद नहीं है, 

उसकी याद मिटाने हेतु भाजपा ने अपना झण्डा दो रंगा रखा। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार चली गई व मोदी सरकार आ गई तो भाजपा ने अपना झण्डा व टोपी भगवा कर ली जिसका स्पष्ट संदेश है कि देश की सामाजिक समरसता पर प्रहार कर धर्म के आधार पर लोगों को बाटने एवं प्रताड़ित करने का काम भाजपा करेगी तथा सत्ता प्राप्ति के लिये सीबीआई, ईडी का दुरूपयोग होगा। डोटासरा ने कहा कि केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने के पश्चात् उनके कार्यों का आंकलन करते हुये श्री राहुल गाँधी ने भाजपा के रोजगार देने, मंहगाई कम करने, किसानों की आय दुगुनी करने, महिलाओं का उत्थान करने के वादों को पूरा करने में विफल रहने पर सवाल उठाया तथा जनता की आवाज बनकर 70 साल का हिसाब मांगने वाली भाजपा से 5 साल एवं 8 साल का हिसाब मांगना शुरू किया तो भाजपा की केन्द्र सरकार ने हमारे नेताओं को प्रताड़ित करने हेतु संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग करना प्रारम्भ कर दिया।

 उन्होंने कहा कि जब किसी राज्य में भाजपा चुनाव जीतने में विफल हो जाती है तो लोकतंत्र की हत्या कर हॉर्स ट्रेडिंग करते हुए दूसरों दलों की सरकारों को गिराने का षड़यंत्र भाजपा करती है। उन्होंने कहा कि जिन नेताओं से भाजपा को खतरा महसूस होता है तथा उनका मुकाबला करने में सक्षम नहीं होती है उन नेताओं को निशाना बनाने हेतु संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग केन्द्र सरकार करती है। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष के नेताओं के सवालों का जवाब देने में भाजपा सक्षम नहीं होती है तो ईडी, सीबीआई के माध्यम से सवाल करने वाले विपक्षी नेताओं को प्रताड़ित किया जाता है। उन्होंने केन्द्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ता बहादुर हैं। आरएसएस के कार्यकर्ताओं की तरह डरपोक नहीं है जो माफ मांगकर अंग्रेजों से पेंशन लेते थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने अंग्रेजों के अत्याचार सहे, जेल गये, किन्तु बिना झुके देश के लिये लड़ते रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इस महान् विरासत एवं विचारधारा को मानने वाले नेता ईडी, सीबीआई से नहीं डरते हैं।

 उन्होंने केन्द्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी तथा कांग्रेस नेता श्री राहुल गाँधी के गिरेबान पर हाथ डालने की कोशिश केन्द्र सरकार करेगी उस दिन देश में ऐसी क्रांति होगी कि श्रीलंका की तरह भाजपा नेताओं को देश छोड़कर भागना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अनर्गल आरोप लगाना भाजपा नेताओं की आदत बन गया है। भाजपा नेताओं के झूठे आरोपों से कांग्रेस नेता डरने वाले नहीं है तथा भाजपा का राजनैतिक वैमनस्य किसी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी एवं कांग्रेस नेता श्री राहुल गाँधी पर आंच आई तो राजस्थान के कांग्रेस कार्यकर्ता ईंट से ईंट बजा देंगे तथा देश की जेलों को भर देंगे। उन्होंने कहा कि कानून के मुताबिक 65 अथवा 70 वर्ष के वृद्ध महिलाओं से ईडी को जाकर बयान लेना चाहिये किन्तु प्रताड़ित करने के लिये नोटिस देकर श्रीमती सोनिया गाँधी को बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि 55 से 60 घण्टे श्री राहुल गाँधी से पूछताछ करने के बावजूद ईडी को उनके खिलाफ कोई तथ्य नहीं मिला, उलटे श्री राहुल गाँधी द्वारा पूछे गये सवालों के जवाब ईडी अधिकारी नहीं दे पाये।

उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी एवं सोनिया गाँधी की सत्यता पर देश की जनता को पूर्ण विश्वास है, उनकी छवि धूमिल करने हेतु भाजपा की केन्द्र सरकार झूठे आक्षेप लगा रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा की पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा किये गये कार्यों को प्रदेश की जनता ने देखा है तथा वर्तमान में राजस्थान की कांग्रेस सरकार के गुड गर्वनेन्स से जनता तुलना कर रही है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के दौरान केन्द्र सरकार से सहयोग नहीं मिलने के बावजूद राजस्थान सरकार ने प्रदेश के सभी वर्गों की सेवा की जिसकी प्रशंसा पूरे देश में होना भाजपा की केन्द्र सरकार को नागवार लग रहा है, इसलिये कांग्रेस के खिलाफ भाजपा नेता षड़यंत्र कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस के नेता पर्दे के पीछे छिपकर कांग्रेस को बदनाम करने का षड़यंत्र करते हैं जबकि 20 करोड़ की रिश्वत मांगते हुये आरएसएस के नेता का चेहरा जनता ने देखा है।

 उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के समर्पण, बलिदान एवं विचारधारा का मुकाबला आरएसएस नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि देश को सुरक्षित रखने एवं बचाने के लिये सभी कांग्रेस कार्यकर्ता अपने-अपने स्वार्थों को भूलकर जुट जायें ताकि 2024 में केन्द्र से मोदी सरकार का सूपड़ा साफ हो सके। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता ना सिर्फ कांग्रेस से डरते हैं बल्कि स्वयं की पार्टी के नेताओं से भी उन्हें भय है, इसीलिये इजराईल से जासूसी करने के लिये केन्द्र सरकार पैगासस सॉफ्टवेयर लेकर आई तथा देश में नियम-कानून के विरूद्ध नेताओं की जासूसी करवा रही है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि देश को तोड़ने वाली फासीवादी विचारधारा से राष्ट्र को बचाने हेतु सभी कांग्रेस कार्यकर्ता पूरी ताकत से एकजुट होकर वर्ष 2023 में राजस्थान में पुनः कांग्रेस सरकार बनाने तथा 2024 में केन्द्र से मोदी सरकार को हटाने के लिये जुट जायें।

धरने को राजस्थान सरकार के मंत्री लालचंद कटारिया, महेन्द्रजीत सिंह मालवीया, प्रतापसिंह खाचरियावास, विधायक रफीक खान, जगदीश जांगिड़, मनोज मेघवाल, गायत्री त्रिवेदी, कृष्णा पूनियां, आरटीडीसी के चेयरमेन धर्मेन्द्र सिंह राठौड़, सीकर जिलाध्यक्ष सुनीता गठाला, प्रदेश कांग्रेस सचिव गजेन्द्र सिंह सांखला ने भी सम्बोधित किया। धरने में राजस्थान सरकार के मंत्रीमण्डल के सदस्यगण, पार्टी के विधायकगण, विधायक प्रत्याशीगण, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारीगण, निगम/बोर्डों के चेयरमेन, सांसद प्रत्याशीगण, नगर निकायों एवं पंचायत राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधिगण सहित हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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