भारत ने जी20 अध्यक्षता के तहत वैश्विक अर्थव्यवस्था में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों द्वारा निभाई गमहत्वपूर्ण भूमिका

० आशा पटेल ०
भारत ने अपनी जी20 अध्यक्षता के तहत वैश्विक अर्थव्यवस्था में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को पहचाना है और उन्हें बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एमएसएमई नवाचार को बढ़ावा देने वाली अर्थव्यवस्थाओं की रीढ़ हैं, ये नौकरियां पैदा करते हैं और समग्र आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। मंत्री ने कहा कि विकास के नए रास्ते खोलने के लिए वैश्विक व्यापार में एमएसएमई की समान पहुंच और भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
जयपुर। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा
मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि जी20 में शामिल देशों के व्यापार और निवेश मंत्रियों की बैठक (टीआईएमएम) में अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश में बाधाओं को कम करने तथा उत्पादकता और आउटपुट को बढ़ावा देने में मदद कर सभी के लिए आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ाने पर फोकस रहेगा।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में टीआईएमएम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री ने जी20 और अन्य आमंत्रित देशों के मंत्रियों से कहा कि ठोस, निर्णायक और सामूहिक रूप से ऐेसे काम किए जाएं जो परिणाम दे सकें। पीयूष गोयल ने कहा कि टीआईएमएम में बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली, समावेशी व्यापार को आसान बनाने से जुड़े मुद्दों पर साझा परिणाम प्राप्त करने पर फोकस रहेगा। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर भारत की जी20 अध्यक्षता में आयोजित चार व्यापार और निवेश कार्य समूह (टीआईडब्ल्यूजी) की बैठकों में विचार-विमर्श किया गया है।
गोयल ने बताया कि टीआईएमएम में (1) वैश्विक विकास और समृद्धि के लिए बहुपक्षीय व्यापार, (2) समावेशी और लचीले व्यापार तथा (3) पेपरलेस ट्रेड के लिए तकनीक का लाभ उठाने जैसे विषयों पर सत्र होंगे। वणिज्य मंत्री ने कहा कि टीडब्लूआईजी बैठकों में पांच प्राथमिकता वाले मुद्दों जैसे (1) विकास और समृद्धि के लिए व्यापार, (2) रेजिलिएंट ट्रेड और ग्लोबल वेल्यू चेन्स (जीवीसी), (3) सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) को विश्व व्यापार से जोड़ने (4) व्यापार के लिए लॉजिस्टिक्स और (5) विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में सुधार पर जी20 तथा अन्य आमंत्रित देशों के बीच गहन चर्चा की गई है। .उन्होंने कहा कि आज की आपस में जुड़ी दुनिया में ग्लोबल वेल्यू चेन्स की अवधारणा ने राष्ट्रों के व्यापार और निवेश में शामिल होने के तरीके में क्रांति ला दी है।

मंत्री ने कहा कि समावेशी विकास को बढ़ावा देने की साझा प्रतिबद्धता हमारी पारंपरिक व्यवस्थाओं की सीमाओं से भी आगे की बात है। अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए सुचारू लॉजिस्टिक्स के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि सीमा पार लेनदेन को सुव्यवस्थित करने, प्रशासनिक देरी को कम करने और व्यापार संचालन में गति बढ़ाने की दिशा में पेपरलैस ट्रेड एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में सुधारों के साथ ही अधिक गतिशील और समावेशी व्यापार का माहौल का होना भी जरूरी है। श्री गोयल ने कहा कि इन सुधारों से उभरते वैश्विक आर्थिक परिदृश्य की तस्वीर दिखनी चाहिए

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