भारत को पुनः शिक्षा धर्म आध्यात्म के क्षेत्र में विश्वगुरु बना सकते हैं

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली। वेद निधि स्थापना समारोह तालकटोरा स्टेडियम में धूमधाम से मनाया गया ।अवसर था ठाकुर बिक्रम सिंह के 81 वें जन्मदिन पर वेद निधि कोष के लिए धन संग्रह करना । जिससे भारत वर्ष में चल रहे गुरुकुलों की माली हालत को एकदम दुरस्त रखना । आर्य समाज के अधीन चल रहे गुरुकुलों को (भामाशाह) ठाकुर बिक्रम सिंह अथाह आर्थिक सहयोग करते रहते हैं। आयोजित वेद निधि स्थापना समारोह में हजारों की संख्या में देश भर से गुरुकुलों के बिद्यार्थियो सहित शिक्षक अभिभावक सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि आए हुए थे ।
इस अवसर पर आनलाइन पतंजलि बिद्यापीठ हरिद्वार के बाबा रामदेव भी जुड़े हुए थे । आर्य समाज के देश भर से आए संगठनों के प्रतिनिधियों सहित संस्थान की ओर से बाबा रामदेव से आग्रह किया गया कि अपने वायदे को वह पूरा करें जिससे सारे गुरुकुल संगठित होकर एक सूत्र में आ सकें । ओर वह इसका प्रतिनिधि कर सकें ।बाबा रामदेव ने सहयोग बतौर कहा जितनी राशि की कमी है उसे हमारा संस्थान देगा इसके अलावा जो भी आदेश होगा उसका पालन किया जायेगा । आयोजक मंडल का पुरजोर बाबा को इसका प्रतिनिधित्व करने का रहा ।
ठाकुर बिक्रम सिंह ने आर्य समाज की महत्ता के बारे में बताते हुए कहा यहां से निकले विश्व स्तर पर भारत का नाम रोशन करने वाले भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में महानुभावों में महर्षि दयानंद . हीरो कम्पनी के मालिक मुंजाल सहित दर्जनों सख्शियत है। जिनसे प्रेरणा लेकर हम प्राचीन समय से चले आ रहे गुरुकुलों को पुनर्जीवित करके हम भारत को पुनः शिक्षा धर्म आध्यात्म के क्षेत्र में विश्वगुरु बना सकते हैं ।

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