मीडिया पोल-चेक एकेडमी ने दी इलेक्शन कवरेज व डेटा टूल्स की जानकारी

० आशा पटेल ० 
जयपुर । गूगल न्यूज इनिशिएटिव इंडिया ट्रेनिंग नेटवर्क ने डेटालीड्स और इन ओल्ड न्यूज़ के सहयोग से पिंक सिटी प्रेस क्लब जयपुर में पोल चेक इलेक्शन एकेडमी द्वारा
 इस सत्र में राजस्थान के विभिन्न संस्थानों से आए पत्रकारों को चुनाव रिपोर्टिंग कौशल में हुए नवाचारों से अवगत करवाया गया. पोल-चेक इलेक्शन एकेडमी 2023 एक प्रशिक्षण श्रृंखला है जो भारत में आगामी चुनावों को कवर करने वाले पत्रकारों और न्यूज़ रूम को गुगल की तकनीक और कौशल के साथ जोड़ रही है । यह आने वाले समय में पांच चुनावी राज्यों तेलंगाना, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में आयोजित की जा रही है ।

 इन राज्यों में चुनाव से संबंधित डेटा संग्रहण और सत्यापन की महती आवश्यकता है और इसी दिशा में एकेडमी के सत्र में संवाद हुआ. अनुभवी पत्रकारिता विशेषज्ञों के नेतृत्व में हो रही यह श्रृंखला ऑनलाइन सत्यापन, वीडियो स्टोरीटेलिंग, डिजिटल सुरक्षा, समाचार के लिए यूट्यूब, मीडिया साक्षरता, डेटा पत्रकारिता जैसे विषयों पर केंद्रित है.

 पिंक सिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष राधारमण शर्मा,महासचिव रामेन्द्र सोलंकी ने गुगल न्यूज इनिशिएटिव और डेटा लीड्स के प्रयासों की सराहना की और कहा आज इस तरह की ट्रेनिंग के जरिए वो अनिवार्यताएं पत्रकार पूरी कर,ट्रेनिंग से लैस होकर चुनावी कवरेज में उतरेंगे तो पत्रकारिता की साख और विश्वसनीयता स्थापित होगी और लोगों को भी अधिकृत और वेरिफाइड सूचनाएं मिलेंगी. कार्यक्रम में एकेडमी और प्रेस क्लब के बीच समन्वयक के रूप में प्रेस क्लब की ओर से पंजाब केसरी टीवी- डिजिटल एडिटर विशाल सूर्यकांत ने काम किया.

प्रशिक्षण कार्यशाला की शुरुआत चुनावों के लिए वीडियो स्टोरीटेलिंग पर एक सत्र के साथ हुई, जिसका नेतृत्व इन ओल्ड न्यूज के सह-संस्थापक मैनन वर्चोट ने किया, जिन्होंने चुनाव कवरेज में मोबाइल पत्रकारिता के महत्व पर प्रकाश डाला । द क्विंट की कार्यकारी संपादक शेली वालिया ने अगले सत्र में पत्रकारों के लिए डिजिटल जांच और सत्यापन पर चर्चा की ।

 यूट्यूब शॉर्ट्स में कंटेंट पार्टनरशिप मैनेजर आस्था मल्होत्रा ने न्यूज के लिए यूट्यूब पर अपने सत्र के दौरान चुनावों के लिए लघु-फॉर्म वीडियो के अवसरों का पता लगाया। भरत कंचर्ला, लीड-न्यूज़रूम, फैक्टली ने चुनाव डेटा पर रिपोर्ट कैसे करें विषय पर दो सत्रों के साथ कार्यशाला का समापन किया, जिसमें डेटा-संचालित अंतर्दृष्टि और पत्रकारों के लिए डिजिटल सुरक्षा पर आधारित रिपोर्टिंग के महत्व पर जोर दिया गया । 

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