राजस्थान के आर्थिक एवं राजनैतिक परिदृश्य पर परिचर्चा

आशा पटेल 0

जयपुर, । राजस्थान चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री, जयपुर द्वारा राजस्थान के आर्थिक एवं राजनैतिक परिदृश्य पर सदस्यों के साथ परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा में राजस्थान चैम्बर के अध्यक्ष डॉ. के. एल. जैन ने कहा कि राजस्थान विकास के पथ पर अग्रसर है। राज्य नवीन निवेश को आकर्षित कर रहा है तथा स्थिर राजनैतिक माहौल के कारण राजस्थान अग्रिम पंक्ति का राज्य बन गया है।

राज्य में राजनैतिक स्थिरता होने से सकारात्मक आर्थिक माहौल बनता है। निर्धनता उन्मूलन, रोजगार सृजन, डेयरी विकास से राजस्थान देश का प्रथम पंक्ति का राज्य बन गया है। राजस्थान में विकास की प्रक्रिया निरंतरता की और बढ़ रही है हालांकि जिन नीतियों को लागू किया गया है उनके क्रियान्वयन की गति धीमी है तथा साथ ही

समय-समय पर उनका अवलोकन किया जाना भी आवश्यक है। निसंदेह सरकार का उद्योग जगत से संवाद कम ही रहा है। खासकर उद्योग संबंधी नीति बनाने के पूर्व औद्योगिक संगठनों से निरंतर वार्तालाप हो तो नीति और उसका क्रियान्वयन और अधिक उत्तम तरीके से संभव हो सकेगा।

डॉ के एल जैन ने कहा की राज्य में निवेश का माहौल है, परंतु निवेशकों से निरंतर संपर्क की आवश्यकता है, फिर भी राजस्थान में निवेश निरंतर बढ़ रहा है। साथ ही वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोत भी बढ़ रहे हैं और राज्य वैकल्पिक ऊर्जा का एक विशेष क्षेत्र बन गया है। राज्य में बिजली पेट्रोल डीजल की कीमतें अन्य पड़ोसी प्रदेशों की तुलना में काफी अधिक है,

जिससे विपणन और समय पर भुगतान के साथ सुगमता संभव हो सके। राजनीतिक स्थिति क्या रहेगी, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है और भविष्य में कौन सी पार्टी विजयश्री हासिल करेगी वह केवल भविष्य ही बता सकता हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में औद्योगिक व सामाजिक संसाधन राज्य को विकसित बनाने में संपूर्णता लिए हुए हैं और प्रदेश का भविष्य उज्जवल है।

इस अवसर पर राजस्थान चैम्बर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आर.एस. जैमिनी, उपाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश, उपाध्यक्ष एवं जयपुर एयरपोर्ट अथोरिटी के विष्णु मोहन झा, मानद महासचिव डॉ. अरुण अग्रवाल, आनन्द महरवाल, एन. के. जैन, मानद सचिव सीए विजय गोयल, अतिरिक्त सचिव बसंत जैन, अशोक पाटनी, मानद संयुक्त सचिव प्रभात गुप्ता, 

हार्डवेयर मर्चेन्ट एसोसिएशन के भूपत राय और चैम्बर के सचिव दिनेश कुमार कानूनगो परिचर्चा में उपस्थित रहे तथा सभी ने राज्य में विकास एवं निवेश पर अपने विचार रखे। परिचर्चा का संचालन वैश्य भारती के अरुण कूलवाल ने किया।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

हस्तशिल्प आर्टीजंस के प्रमोशन हेतु हुआ फ्लो जयपुर चैप्टर का ' जयपुर आर्ट फेयर

“द ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार 2024“ का आयोजन 5 से 7 मई जयपुर में

वाणी का डिक्टेटर – कबीर