नवबर्ष में राममंदिर का प्राण प्रतिष्ठा व उद्घाटन की संभावना

० विनोद तकियावाला ० 
नयी दिल्ली - राम भक्तों के लिए नववर्ष 2024 के पहले पखवाड़े में अयोध्या में र्निमाणाधीन राम मंदिर शुभ शुभारम्भ की मिल रहें संकेत से श्रद्घालुओं में खुशी की लहरमर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की पवित्र जन्म भुमि अयोध्या में नव र्निमित राममंदिर को लेकर इस समय बड़ी जानकारी सामने आ रही है।प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल होंगे रामभक्तों के लिए नववर्ष 2024 के पहले पखवाड़े में अयोध्या में र्निमाणाधीन राम मंदिर शुभ शुभारम्भ की मिल रहें संकेत से श्रद्घालुओं में खुशी की लहर

विश्व के सबसे बड़े प्रजातंत्र व सबसे बड़े आबादी वाला हमारा देश भारत हमेशा ही चर्चा के केन्द्र में रहा है।चाहे वह राजनीतिक क्षेत्र हो या आर्थिक क्षेत्र हो ' विज्ञान क्षेत्र हो या अन संसाधन क्षेत्र,धर्म हो या संस्कृति व सभ्यता का क्षेत्र हो। तभी  अनेकता में एकता का देश कहा जाता है।जिसका सबसे बडा प्रमाण हमारा संविधान है।आज हम द्वापर युग में जनकल्याण के हेतु मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम नें आयें व मानव समाज में अनेकों उदाहरण पेश कर लीला की।यही कारण है 

आज भी युग युगांतर बाद आज भी उनकी लीला व संस्मरण साहित्य के रामायण पुज्यनीय है। आज मै इसी के संदर्भ में अपनी लेखनी के माध्यम सें कुछ जानकारी देने का प्रयास किया है।  मंदिर निर्माण समिति के श्रोतों का मानना है कि श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा अगले वर्ष सन 2024 के अनुमानित तिथि

22जनवरी 24 को प्रबल संभावना है।इस संदर्भ में यह क्यास लगाये जा रहे कि 20 से 24 जनवरी के बीच किसी भी दिन स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समारोह में शामिल होगें। उत्तर प्रदेश के अयोध्या नगरी में राम मंदिर के पहले चरण का काम दिसंबर अंत तक पूरा होने की पुरी उम्मीद है। माह नवमी तिथि के दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें श्रीराम की मूर्ति पर पड़ें,ऐसी व्यवस्था की जा रही है।साथ ही गर्भ गृह में दो मूर्तियां हाेंगी-एक चल और एक अचल प्रतिमा होगी।एक श्रीराम की बाल्यावस्था की और दूसरी रामलला की होगी।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के अनुसार ‘भगवान राम चार या पांच साल की उम्र के होंगे और मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच होगी।मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के समारोह में लगभग 10 हजार अति विशिष्ट आमंत्रित सदस्य होंगेIइनमें राम मंदिर निर्माण आंदोलन से जुड़े साधु-संत समाज के लोग और देश,विदेश और खास तौर पर उत्तर प्रदेश के जाने माने लोग भी शामिल होंगे।

 उन्होंनें ने कहा कि मंदिर के भूतल यानी ग्राउंड लेवल का काम निश्चित तौर पर 31दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा।मंदिर निर्माण के ट्रस्ट द्वारा ये निर्णय लिया गया है कि14 जनवरी के बाद मकर सक्रांति के बाद वहाँ पर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित होगा।इस संदर्भ में साधु-संत जो इस विद्या में निपुण हैं,लोगों से राय भी किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव रहे नृपेंद्र मिश्रा ने राम मंदिर के निर्माण के दौरान आई चुनौतियों पर भी चर्चा की।

जैसा कि आप को मालुम है कि देश में अगले वर्ष 24 में लोक सभा के आम चुनाव होने वाली है।उसके पहले पाँच राज्यों में विधान सभा के चुनाव होने वाली है।ऐसे में केन्द्र में सता के सिंधासन पर आसीन भाजपा सरकार अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण व अगले वर्ष 24 में मन्दिर का ना केवल निमार्ण पुरा कर बल्कि शुभ शुभारम्भ व प्राण प्रतिष्ठा की घोषणा कर पाँच राज्यों(राज्यस्थान,मध्यप्रदेश, छतीसगढ़,तेलेगाना व नागालैण्ड के विधान सभा चुनाव व अगले वर्ष 24 में होने वाले लोक सभा के आम चुनाव में अपने हिन्दु मतदाताओ के वोट अपने पक्ष में करने से पीछे नही रहना चाहती है।

भारतीय राजनीति के जानकारों के मानना है कि ऐसा स्वर्णिम अवसर व भाजपा मतदाताओ को अपने पक्ष में करते हुए जताना चाहती है कि भाजपा अपने मतदाताओं से सिर्फ वादा नहीं करती है,बल्कि पुरा भी करती है।कम सें कम धर्म व धार्मिक कार्ड चलने में। ताकि धर्म की आड़ में पार्टी अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक सके। अयोंध्या में नवर्निमित राम मंन्दिर में श्रद्धालाओं को राम लला जी का दिव्य दर्शन करने का स्वर्णिम सौभाग्य प्राप्त करनें मे अभी समय लगेगा।तभी तो किसी नें ठीक ही कहा है कि इंतजार का फल मीठा होता है।

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