निहार शांति पाठशाला फनवाला का अंग्रेजी साक्षरता कार्यक्रम अब दीक्षा पोर्टल पर उपलब्ध

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली - शिक्षकों को कुशल बनाने और अविकसित इलाकों के विद्यार्थियों की पढ़ने और बोलने की काबिलियत को निखारने के लिए, एनएसपीएफ कार्यक्रम शिक्षकों को विषय-वस्तु का सही ज्ञान देकर सशक्त बनाता है, और एक व्यापक शिक्षण एवं उन्नत दृष्टिकोण देता है मैरिको लिमिटेड के निहार शांति पाठशाला फनवाला प्रोग्राम ने सरकारी संस्थानों की मदद से जमीनी स्तर पर परिवर्तन लाने वाले विकास कार्यों को मजबूत करते हुए अपना अंग्रेजी साक्षरता पाठ्यक्रम दीक्षा पर उपलब्ध करा दिया है।
दीक्षा भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा स्थापित एक राष्ट्रीय शैक्षिक प्लेटफॉर्म है। इस कार्यक्रम की सामग्री फिलहाल झारखंड राज्य में इस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है, जहाँ इसका इस्तेमाल पूरे राज्य में शिक्षकों की अंग्रेजी भाषा में सुधार लाने और अध्ययन के ज्यादा बेहतर व असरदार परिणाम प्रदान करने के लिए किया जा रहा है।

इस उपलब्धि के बारे में मैरिको लिमिटेड के चीफ लीगल ऑफिसर और ग्रुप जनरल काउंसिल तथा सीएसआर कमेटी के सेक्रेटरी अमित भसीन ने कहा निहार नेचुरल्स का मकसद शिक्षा में सुधार लाना और कौशल का विकास करना है। हमारे लिए, निहार शांति पाठशाला फनवाला अभियान केंद्रित प्रयासों की मदद से शिक्षा, सीखने और कौशल संवर्धन के क्षेत्र में होने वाले प्रभाव का ध्वजवाहक है। हमारा अंग्रेजी साक्षरता पाठ्यक्रम दीक्षा प्लेटफॉर्म पर लाइव होने के साथ हमें हर विद्यार्थी और टीचर की विशेष जरूरतों के अनुसार अध्ययन व विकास के अपने विस्तृत और इनोवेटिव दृष्टिकोण की मदद से सीखने की गुणवत्ता में सुधार लाने के सरकार के प्रयासों में अपना योगदान देने की खुशी है

यह पहल निहार शांति पाठशाला फनवाला कार्यक्रम के लिए एक और बड़ी उपलब्धि है, जिसने 2012 में लॉन्च होने के बाद से प्रभावशाली हस्तक्षेपों और तकनीकी आउटरीच की मदद से भारत में बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने के कार्यों को आगे बढ़ाया है। दीक्षा पर मौजूद इस पाठ्यक्रम में एनएसपीएफ ईएलपी कार्यक्रम के पहले दो स्तरों, एलिमेंट्री रीडिंग और एडवांस्ड रीडिंग को कवर किया गया है, जिससे ग्रेड 2 से ग्रेड 5 तक के छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को काफी फायदा होगा। 

इस पाठ्यक्रम को बड़े ध्यान से बनाया गया है, ताकि शिक्षकों को समझने में आसानी हो और वो इसका व्यवहारिक रूप से कार्यान्वयन कर सकें। यह एक व्यापक प्रशिक्षण सत्र से शुरू होता है जिसमें शिक्षकों को फॉलो ऑन सर्टिफिकेशन परीक्षा भी पूरी करनी होती है। झारखंड दीक्षा पर ईएलपी पाठ्यक्रम अपलोड करने की अनुमति देने वाला अग्रणी राज्य बन गया है। इसके बाद एनएसपीएफ का लक्ष्य इस कार्यक्रम को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे अन्य प्रमुख राज्यों तक पहुंचाना है।

 जिससे वे अपने विद्यार्थियों के साथ और भी बेहतर ढंग से जुड़ सकें। यह सही प्रशिक्षण देकर शिक्षकों की क्षमता को बढ़ाने के साथ- साथ अन्य तकनीकी समाधानों का इस्तेमाल कर छात्रों के लिए सीखने के माहौल को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल शिक्षण प्लेटफार्मों और मॉड्यूल जैसे व्हाट्सएप एंटरप्राइज मॉडल पर आधारित शिक्षण कार्यक्रम तक पहुंच भी आसान कर देता है।

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