नरेला तक मैट्रो रुट को मंजूरी नहीं तो आगामी लोकसभा चुनाव में वोट भी नहीं

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली - रिठाला बरवाला बवाना नरेला मैट्रो रुट संघर्ष समिति की एक मीटिंग नरेला के नंदी राम धर्मशाला में संघर्ष समिति के संयोजक हेमराज बंसल की अध्यक्षता एवं दिल्ली आदर्श मूल ग्रामीण समाज के अध्यक्ष एवं संघर्ष समिति की कोर कमेटी के सदस्य दयानंद वत्स भारतीय, प्रदीप मंगल, एन.डी अरोड़ा,  अब्बास अली, सरदार राजिंद्र सिंह पद्म, जोगिंदर दहिया, मोहित गौतम, राजेन्द्र सिंघल, डॉ रजनीश, किशन दास, भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं दिल्ली नगर निगम के मनोनीत पार्षद मुकेश मान,

 रियासत अली सहित बड़ी संख्या में बवाना और नरेला विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने भाग लिया। मीटिंग में उपस्थित सभी लोगों ने एक स्वर से एक बार फिर से केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी से निवेदन किया है कि वे इसी चौथे फेज की बची हुई तीन लंबित मैट्रो लाईनों में रिठाला बरवाला बवाना नरेला मैट्रो रुट को भी मंजूरी दें अन्यथा इस बार क्षेत्र के लोगों ने मन बना लिया है कि मैट्रो नहीं तो वोट नहीं।

रिठाला बरवाला बवाना नरेला मैट्रो रुट के लिए पिछले 23 सालों से संघर्ष कर रहे बरवाला निवासी शिक्षाविद् दयानंद वत्स भारतीय ने कहा कि मैट्रो के पहले ही फेज मे शाहदरा से बरवाला तक का रुट स्वीकृत था। जिसे बाद में चौथे फेज तक लटकाया जाता रहा‌। संघर्ष समिति के प्रदीप मंगल ने कहा कि पिछले दिनों केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी के साथ अगस्त में हुई संघर्ष समिति की बैठक में मंत्री पुरी ने प्रतिनिधि मंडल को कहा था कि आपका काम हो गया है जाओ जाकर नरेला में मिठाई बांटो। मैं खुद उद्घाटन करने नरेला आऊंगा। 

लेकिन शहरी विकास मंत्रालय फिर से इस रुट को मंजूरी देने में आनाकानी कर रहा है। संघर्ष समिति को आशंका है कि सरकार चौथे चरण में भी रिठाला नरेला रुट को मंजूरी देने के मूड में नहीं है और इसी लिए इस रुट को नरेला से हरियाणा के कुंडली तक विस्तार देने की घोषणा मैट्रो ने की। यह सब इस लाईन को डिले करने की कवायद का हिस्सा है।

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