टैबलेट मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए हिमाचल प्रदेश के बद्दी में नई फैसिलिटी का किया अधिग्रहण

० योगेश भट्ट ० 
वित्त वर्ष 2023 में भारतीय फार्मास्युटिकल बाजार में साल-दर-साल लगभग 5% की वृद्धि देखी गई, जो इस वित्त वर्ष में $49.78 बिलियन तक पहुंच गई है। 2024 तक इस इंडस्ट्री के 65 बिलियन डॉलर और 2030 तक 130 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इसी वृद्धि के अनुसार एकम्स अपनी विस्तार योजनाओं को अमल में ला रहा है। एकम्स के पास मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी का एक नेटवर्क है। ये सभी फैसिलिटीज विभिन्न चिकित्सीय सेगमेंट में कई डोजेज फॉर्म्स के फार्मास्युटिकल फॉर्मूलेशन बनाती हैं।

 नई दिल्ली : 'एकम्स ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड ("Akums") ने हिमाचल प्रदेश के बद्दी में स्थित एक नई फॉर्मूलेशन फैसिलिटी के अधिग्रहण की घोषणा की है। यह एकम्स के तहत 12वीं और बद्दी में दूसरी फॉर्मूलेशन फैसिलिटी है, जो एकम्स की मैन्यूफैक्चरिंग क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से अधिग्रहित की गई है। लगभग 6 एकड़ में फैली बद्दी स्थित यह नई फैसिलटी वर्तमान में अपग्रेड हो रही है और इसके वर्ष 2024 में चालू होने की उम्मीद है। एक बार चालू होने के बाद यह OSD फार्मास्युटिकल फॉर्मूलेशन फैसिलिटी के रूप में काम करेगी, जो एकम्स की टैबलेट मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को काफी हद तक बढ़ाएगी।

एकम्स के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर श्री संजीव जैन ने इस अधिग्रहण के बारे में बताते हुए कहा, "फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री काफी तेजी से उन्नति कर रही है। इस दौरान बद्दी फैसलिटी का अधिग्रहण करना हमारी कंपनी की योजनाबद्ध दूरदर्शिता और सक्रिय दृष्टिकोण का एक स्पष्ट संकेत है। चूंकि इंडस्ट्री विकास के दौर से गुजर रही है, इसलिए हमारा उद्देश्य न केवल भारतीय बाजार में योगदान देना है बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी एक स्थायी पहुंच स्थापित करने का प्रयास करना है।

 एक बार इस फैसिलिटी के चालू होने के बाद हमारी मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता काफी बढ़ जाएगी, जिससे हम अपने ग्राहकों की विभिन्न जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकेंगे। इनोवेशन, सस्टेंबिलिटी और क्वॉलिटी के सिद्धांतों पर आधारित यह विस्तार हेल्थकेयर को आगे बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए हमारे समर्पण को दर्शाता है।"

 विभिन्न चिकित्सीय क्षेत्रों में एकम्स की टैबलेट निर्माण क्षमता बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा इससे ग्राहकों की सेवा करने, समय-समय पर बाजार में सुधार करने और बढ़ते भारतीय फार्मास्युटिकल बाजार की जरूरतों को पूरा करने की एकम्स की क्षमता को और भी ज्यादा बढ़ाएगी। एकम्स के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर संदीप जैन ने मार्केट ट्रेंड के मद्देनजर इस विस्तार के महत्व पर प्रकाश डाला है। उन्होंने इस बारे में कहा, "बद्दी में दूसरी मैन्यूफैक्चरिंग साइट का अधिग्रहण करना हमारे उद्देश्यों के अनुसार है क्योंकि हमारा लक्ष्य अलग अलग जगहों पर अपनी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करके समाज के समग्र स्वास्थ्य और कल्याण पर पर्याप्त प्रभाव डालना है।

एक्सीलेंस (उत्कृष्टता) के प्रति एकम्स की प्रतिबद्धता प्रभावकारिता, सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों के प्रति इसके कड़े समर्पण में निहित है। यह प्रतिबद्धता कंपनी की अलग अलग अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करने से मेल खाती है, जो इंडस्ट्री स्टैंडर्ड (उद्योग मानकों) के पालन का एक प्रमाण है। कंपनी का ध्यान API प्लांट के माध्यम से पिछड़े एकीकरण को प्राप्त करने तक फैला हुआ है। अपने ग्राहकों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध एकम्स निरंतर डेवलपमेंट और इनोवेशन (विकास और नवाचार) का रास्ता अपनाता है।

 यह दृष्टिकोण न केवल देश के विकास को बढ़ाता है बल्कि इंडस्ट्री में एकम्स की स्थिति को भी मजबूत करता है। एकम्स का मैनेजमेंट फार्मास्युटिकल कंपनियों द्वारा मानवता की भलाई में निभाई जाने वाली मूलभूत भूमिका को पहचानता है, और बद्दी फैसिलिटी का अधिग्रहण इस दिशा में समय के अनुसार और महत्वपूर्ण कदम साबित होने की उम्मीद है।

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