द रियल वूमन अवार्ड्स : महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना और सशक्त बनाना

० आनंद चौधरी ० 
नई दिल्ली। ऐसे युग में जहां निर्माण उद्योग लैंगिक समावेशिता की दिशा में एक अभूतपूर्व बदलाव देख रहा है, ऐसे में आयोजित द रियल वुमन अवार्ड्स इस परिवर्तन के प्रमाण के रूप में सामने आया है। भव्यता और महत्व से चिह्नित इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम ने न केवल निर्माण क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाया, बल्कि पारंपरिक रूप से पुरुष-प्रधान क्षेत्र के विकसित परिदृश्य पर भी प्रकाश डाला गया।

 पुरस्कार समारोह में निर्माण उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों में 25 महिलाओं के असाधारण योगदान को मान्यता दी गई। आर्किटेक्चर, इंटीरियर डिजाइन, लैंडस्केप डिजाइन और ग्रीन बिल्डिंग कंसल्टेंसी जैसे क्षेत्रों में प्रतिष्ठित ये महिलाएं निर्माण में एक नए युग की अगुवाई का प्रतिनिधित्व करती हैं। वैश्विक निर्माण उद्योग में महिलाओं की भागीदारी में क्रमिक लेकिन स्थिर वृद्धि देखी गई है। अंतर्राष्ट्रीय श्रम आँकड़ों के अनुसार, महिलाएँ अब निर्माण कार्यबल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनती जा रही हैं,

 जो विविध दृष्टिकोण और नवाचार लाती हैं। भारत में भी प्रवृत्ति समान है, जहां 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसी सरकारी पहल और लैंगिक विविधता को बढ़ावा देने वाली कॉर्पोरेट नीतियों द्वारा समर्थित अधिक महिलाएं इस क्षेत्र में प्रवेश कर रही हैं। ऐसी पहल वैश्विक अध्ययनों के अनुरूप हैं जो दर्शाती हैं कि विविध नेतृत्व वाली कंपनियां अक्सर अधिक नवीन और लाभदायक होती हैं।

इस कार्यक्रम में सुश्री मिली मजूमदार, रेजा काबुल, मुकेश जेटली, सुश्री सोनाली रस्तोगी, डॉ. नैन्सी जुनेजा, सुश्री संगीता मेहता, सुश्री शोरमिष्ठा घोष, ललित सहित निर्माण जगत के दिग्गज उपस्थित थे। इस वर्ष एक महत्वपूर्ण पहलू ISHRAE शक्ति के साथ साझेदारी थी, जहां लंबे समय तक चलने वाले प्रभावशाली संबंध बनाने के लिए ISHRAE और रियल वुमन ग्लोबल कम्युनिटी के बीच सहयोग समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए थे।

 यह सहयोग निर्माण क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को समर्थन देने और बढ़ाने के सामूहिक प्रयास को रेखांकित करता है। इस तरह के तालमेल के माध्यम से उद्योग व्यापक समर्थन प्रणाली बना सकता है, जिसमें परामर्श और नेटवर्किंग के अवसर शामिल हैं, जो निर्माण क्षेत्र में महिलाओ की अगली पीढ़ी के लिए आवश्यक हैं।

संस्थापक विजय दलवानी और शीतल भीलकर ने कार्यक्रम में निर्माण उद्योग में महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने में इस आयोजन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इस परंपरा को जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई, जिसका लक्ष्य अधिक महिलाओं को इस क्षेत्र में शामिल होने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना और सशक्त बनाना है।

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