इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा परिषद सेमिनार में होंगे उपराष्ट्रपति धनखड़ मुख्य अतिथि

० आशा पटेल ० 
जयपुर। इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा परिषद की ओर से राष्ट्रीय इलेक्ट्रोपैथी दिवस के उपलक्ष में इलेक्ट्रोपैथी सेमिनार का आयोजन 13 जनवरी को झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर के मुख्य सभागार में होगा। इस राष्ट्रीय सेमिनार के मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ होंगे, वहीं अति विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पधारेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेम कुमार बैरवा कार्यक्रम में शामिल होंगे। 
अशोक क्लब में आयोजित कार्यक्रम में जयपुर सांसद रामचरण बोहरा, सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा एवं इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष हेमंत सेठिया ने सेमिनार के पोस्टर का विमोचन किया। इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष हेमंत सेठिया ने बताया कि इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक काउंट सीजर मैटी के जन्मदिवस को विश्व भर में इलेक्ट्रोपैथी दिवस के रूप में मनाया जाता है। 
इसी अवसर पर जयपुर में 13 जनवरी को इलेक्ट्रोपैथी सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। इस सेमिनार का विषय "रिनल डिजीज एंड इलेक्ट्रोपैथी अप्रोच" है। सेमिनार के दौरान तीन तकनीकी सत्रों में मूत्र रोगों पर इलेक्ट्रोपैथी दावों के प्रभाव पर व्यापक चर्चा होगी तथा पिछले एक वर्ष में क्लीनिकल डेटा तथा रिसर्च के परिणामों को सबके समक्ष रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि परिषद की ओर से प्रतिवर्ष इस प्रकार की सेमिनार आयोजित की जाती है। 

 राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर पर होने वाले सेमिनार में राजस्थान के प्रत्येक जिले तथा अनेक राज्यों से इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सक भाग लेंगे। इस सेमिनार की तैयारी को लेकर जयपुर सहित राजस्थान के अनेक जिलों में स्थानीय चिकित्सकों द्वारा पोस्टर विमोचन के कार्यक्रम संपन्न हुए हैं। सेमिनार से पूर्व राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में ही इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसका उदघाटन राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेम कुमार बैरवा एवं जयपुर सांसद रामचरण बोहरा करेंगे। उदघाटन के बाद प्रदर्शनी जनता के दर्शन के लिए खोल दी जाएगी। इस प्रदर्शनी में इलेक्ट्रोपैथी के उद्धव, विकास, दवाओं के परिणाम, वैज्ञानिक परीक्षण, रिसर्च पेपर,

 न्यायालय के मत, मान्यता के प्रयास, राजस्थान का एक्ट एवं इस पद्धति के विकास में सहायक लोगों सहित अनेक अच्छी जानकारियां प्राप्त होगी। इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति काफी वर्षों से राजस्थान राज्य में प्रचलित है और लगभग सभी जिलों में इसके चिकित्सक श्रेष्ठ चिकित्सा कार्य कर रहे हैं। यह पद्धति केवल वनस्पतियों के रस से बनी है, इसलिए यह सरल, सुरक्षित व सस्ती भी है। वर्ष 2018 में भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही इस पद्धति का एक्ट राजस्थान में बना। अब इस पद्धति का बोर्ड गठित कर सरकार को इलेक्ट्रोपैथी पद्धति का विकास राजस्थान में करना चाहिए।

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