वी-ट्रांस का 2026 तक 3000 करोड़ रुपये के कारोबार का लक्ष्य

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली : लॉजिस्टिक्स क्षेत्र की वी-ट्रांस ने तेज विकास के लिए अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं, जिसके तहत वर्ष 2026 तक 3000 करोड़ रुपये के टर्नओवर का लक्ष्य रखा गया है। इस इंडस्ट्री में अपनी अग्रणी स्थिति के लिए मशहूर इस कंपनी ने, लाभप्रदता को टिकाऊ बनाने के लिए भूतल परिवहन पर ध्यान केंद्रित करने तथा प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने को लेकर एक व्यापक रणनीति की रूपरेखा बनाई है।

वी-ट्रांस की विकास योजना के मुख्य आकर्षण : मूलभूत क्षमता पर रणनीतिक फोकस: वी-ट्रांस अपनी मूलभूत क्षमता के क्षेत्र- भूतल परिवहन में विकास करने को प्राथमिकता देगी, साथ ही वायु और सड़क परिवहन के तालमेल सहित, अपने मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स वाले संचालनों का भी विस्तार करेगी।
 फुल ट्रकलोड (एफटीएल) सेगमेंट: 120 बिलियन डॉलर के एफटीएल बाजार का लाभ उठाना और इस लाभदायक सेगमेंट में अपनी मौजूदगी बढ़ाकर ज्यादा बड़ा हिस्सा हासिल करना कंपनी का लक्ष्य है।

 हम खरीद से लेकर भुगतान विधि तक की पूरी प्रक्रिया में ज्यादा कार्यकुशलता और पारदर्शिता लाने के लिए इस कार्यपद्धति का डिजिटलीकरण कर रहे हैं। एक केंद्रित बाजार के रूप में उत्तरी भारत: कुल राजस्व का 30% हिस्सा उत्तरी भारत से आने के चलते, वी-ट्रांस इस क्षेत्र में शाखाओं, गोदामों और बुनियादी ढांचे का विस्तार करने के लिए पर्याप्त निवेश करेगी।

उत्तरी क्षेत्र में विस्तार: हम हरियाणा के धारूहारा और रालियावास में मौजूद बड़े गोदामों के अलावा, गाजियाबाद और जीरकपुर में स्थित नई ट्रांसशिपमेंट इकाइयों की ओर बढ़ रहे हैं, जो पहले से ही चालू हैं। कंपनी पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के 3 व 4 श्रेणियों वाले शहरों में नई शाखाएँ खोलकर ज्यादा विस्तार करने की योजना बना रही है।

 प्रौद्योगिकी का एकीकरण: प्रौद्योगिकी की भूमिका को अंगीकार करते हुए, वी-ट्रांस ने एक नई ईआरपी प्रणाली में निवेश किया है, जो निर्बाध सूचना प्रवाह के लिए सरकारी पोर्टलों, ग्राहकों और विक्रेताओं के साथ उन्नत कार्यक्षमता और एपीआई के एकीकरण को सुनिश्चित करता है। साथ ही पारदर्शिता और अनुपालन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता मजबूत करते हुए, यह कंपनी पूरे समूह के लिए अपनी वित्तीय प्रणाली को स्टैंडर्ड ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर ले जा रही है।

थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स ऑपरेशन: उत्तरी क्षेत्र में वी-लॉगिस ब्रांड के तहत, वी-ट्रांस अपने थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स ऑपरेशन का विस्तार कर रही है, जो रोजगार के अवसर और विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करता है। टिकाऊपन की पहलें: उपकरणों को यथासंभव बेहतरीन बनाकर, ट्रकों का यथोचित उपयोग करके, मार्ग-निर्धारण को न्यायसंगत रूप देकर और चालकों को जागरूक बनाकर कंपनी अपना कार्बन फुटप्रिंट कम करने की ओर अग्रसर है। हमारे सभी बड़े केंद्रों में पहले से ही लगे सौर पैनल हमारी बिजली की खपत काफी घटा चुके हैं।

 वी-ट्रांस (इंडिया) लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक महेंद्र शाह ने कहा, “वी-ट्रांस में, हमारी दृष्टि लॉजिस्टिक्स से आगे निकल जाती है; इस विजन में एक ऐसे भविष्य का निर्माण करना शामिल है जहां विकास टिकाऊ हो, प्रौद्योगिकी परिवर्तनकारी हो और हमारा पारिस्थितिकी तंत्र फलता-फूलता रहे। वर्ष 2026 तक 3000 करोड़ रुपये के कारोबार का लक्ष्य, न केवल हमारी महत्वाकांक्षा बल्कि एक जिम्मेदार और असरदार यात्रा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। हम केवल माल का परिवहन ही नहीं कर रहे; हम अवसर पैदा कर रहे हैं, नवाचार को अपना रहे हैं और हरित कल बनाने में अपना योगदान दे रहे हैं।“ 

 उन्होंने कहा- “मुझे टीम के समर्पण पर गर्व है, और मैं अपने ग्राहकों, भागीदारों और हितधारकों को आश्वासन देता हूं कि लॉजिस्टिक्स उद्योग में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए वी-ट्रांस सबसे आगे रहेगी। साथ मिलकर, हम सिर्फ सामान ही नहीं ढोते; बल्कि हम विकास को बढ़ावा दे रहे हैं, नवाचार को मजबूत बना रहे हैं और एक ऐसे भविष्य का निर्माण कर रहे हैं जो उम्मीदों से भी बढ़कर हो।"

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