दिल्ली के मोहन गार्डन क़ब्रिस्तान में एक बार फिर क़ब्रों की तोड़ फोड़ कर माहौल बिगाड़ने की साजिश

० संवाददाता द्वारा ० 
नयी दिल्ली - दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के मोहन गार्डन (विपिन गार्डन) क़ब्रिस्तान में आज एक बार फिर शरारती तत्वों ने क़ब्रों को नुकसान पहुचाकर साम्प्रदायिक सद्भाव के माहौल को ख़राब करने की कोशिश की।  मोहन गार्डन थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विपिन गार्डन कब्रिस्तान ख़सरा न. 112,113, 125 व 136 पर स्थित है जहां सन 2002 से मुस्लिम समुदाय द्वारा तत्कालीन दिल्ली सरकार द्वारा अलाटमेंट की कार्यवाही प्रारभ किये जाने के पश्चात अपने मुर्दो को दफ़न करने की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई थी। जोकि वर्ष 2017 तक बिना किसी रोकटोक जारी रही 

और इस क़ब्रिस्तान में हज़ारों की संख्या में विपन गार्डन, मोहन गार्डन, ककरौला, नवादा, उत्तम नगर व आसपास के अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय के निवासियों की क़ब्रे मौजूद हैं। जिन्हें समय-समय पर कुछ शरारती तत्व भूमाफियाओं की मिली भगत से नुकसान पहुचाने की कोशिश करते रहते हैं। इस क़ब्रिस्तान की देखभाल और रखरखाव करने वाली मुस्लिम कल्चरल सोसाइटी उत्तम नगर ने इन हरकतों की शिकायत पहले भी कई विभिन विभागों व नेतागण से भी की हैं।

याद रहे कि इसी प्रकार की हरकत सन 2020 में असमाजिक तत्वों द्वारा की गई थी, जिसके संबंध में एक प्राथमिकी (FIR No. 0097/2020) थाना मोहन गार्डन में दर्ज है, उस समय भी उपरोक्त संस्था ने की तरह क़ब्रिस्तान के रखरखाव और क़ब्रो की रक्षा करने का प्रयास किया था। परंतु उस समय पुलिस ने मौजूदगी व मौखिक रूप से दरख्वास्त करने के बावजूद शिकायत दर्ज नहीं की। कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लगने की वजह से फिर संस्था पुलिस से संपर्क नहीं कर सकी। जिसका मुक़दमा कोर्ट में जारी है।

एडवोकेट रईस अहमद ने बताया कि आज भी कुछ असमाजिक शरारती तत्व हमेशा की तरह क़ब्रो को नष्ट करके पुरानी क़ब्रो को नुकसान पहुचाकर साम्प्रदायिक सद्भाव के माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे थे। जिसकी सूचना संस्था के अध्यक्ष मोहम्मद हारून के द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम के साथ एक लिखित शिकायत थाने में एफआईआर दर्ज करने के दिलवाई गई है। जिससे जल्द इन असमाजिक तत्वों पर कार्यवाही हो सके, समाज में अमन व भाईचारा क़ायम रहे।

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