83 फीसदी महिला कार मालिक चाहती हैं कि सड़कों पर हों अधिक महिला यातायात पुलिस कर्मचारी

० नूरुद्दीन अंसारी ० 
नयी दिल्ली : कार मालिकों के लिए सुपर ऐप पार्क प्लस ने आज भारत के कार मालिकों के साथ किए गए एक सर्वेक्षण के परिणाम जारी किए, इस सर्वेक्षण में यह जानने का प्रयास किया गया कि देश के कार मालिक 2024 लोक सभा चुनाव के दावेदारों से क्या उम्मीदें रखते हैं। सर्वेक्षण में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बैंगलुरू, अहमदाबाद और चेन्नई से 50,000 से अधिक कार मालिकों ने हिस्सा लिया। भारत की सड़कों पर कार चलाने वाले 4.5 करोड़ से अधिक कार मालिक, देश के मध्यम वर्ग से ताल्लुक रखते हैं। इन चुनावों में वे राजनैतिक दलों से बेहतर सड़कों, अनकूल यातायात पुलिस कर्मी, बेहतर यातायात प्रबन्धन की उम्मीद रखते हैं।

सर्वेक्षण के मुख्य परिणाम 98 फीसदी कार मालिकों का कहना है कि बेहतर सड़कों को सबसे ज़्यादा प्राथमिकता दी जानी चाहिए। देश के 81 फीसदी कार मालिक सड़कों पर अधिक अनुकूल यातायात पुलिस कर्मियों की उम्मीद रखते हैं (पुरूष और महिला दोनों)। 61 फीसदी का कहना है कि यातायात पुलिस कर्मियों को रोड रेज और खतरनाक ड्राइविंग जैसे मुद्दों का बेहतर प्रबन्धन करना चाहिए। 83 फीसदी महिला कार मालिक चाहते हैं कि राजमार्गों एवं मुख्य सड़कों पर अधिक महिला यातायात कर्मचारी होने चाहिए। 72 फीसदी कार मालिकों का कहना है कि मानसून के दौरान सड़कों पर जलभराव बड़ी समस्या है।

 दिल्ली-एनसीआर के कार मालिकों की तीन मांगेंः अनुकूल यातायात पुलिस कर्मचारी, बेहतर सड़कें, ऑफिस ऑवर्स के दौरान बेहतर यातायात प्रबन्धन मुंबई के कार मालिकों की तीन मुख्य मांगेंः जलभराव की समस्या, पीक ऑफिस आवर्स के दौरान यातायात प्रबन्धन और सड़कों पर अवैध पार्किंग जैसे मुद्दां को हल किया जाए  बैंगलुरू के कार मालिकों की तीन मुख्य मांगें: रोड रेज के लिए सख्त नियम, अवैध पार्किंग का समाधान और ऑफिस ऑवर्स के दौरान बेहतर यातायात प्रबन्धन अहमदाबाद के कार मालिकों की तीन मुख्य मांगें: बेहतर सड़कें, अधिक यातायात पुलिस कर्मचारी, ऑफिस ऑवर्स के दौरान बेहतर यातायात प्रबन्धन चेन्नई के कार मालिकों की तीन मुख्य मांगें: ऑफिस ऑवर्स के दौरान बेहतर यातायात प्रबन्धन, रोड रेज के लिए सख्त नियम, सड़कों पर अवैध पार्किंग का समाधान।

सर्वेक्षण के परिणामों पर बात करते हुए अमित लाखोटिया, सीईओ एवं संस्थापक, पार्क प्लस ने कहा, ‘‘पार्क प्लस में हमारा उद्देश्य कार मालिकों को कार चलाने का बेहतर अनुभव प्रदान करना है। देश भर में किया गया यह सर्वेक्षण इसी दिशा में एक कदम है, जिसके द्वारा हमने कार मालिकों को समस्याओं को समझने और सभी हितधारकों को एक मंच पर लाकर इन्हें हल करने का प्रयास किया है। सर्वेक्षण इस बात पर रोशनी डालता है कि भारत के कार मालिकों को 2024 के लोक सभा चुनाव की दावेदार पार्टियों से क्या उम्मीदें हैं। आज देश की सड़कों पर 4.5 करोड़ से अधिक लोग कार चलाते हैं, 

यह वर्ग देश के मध्यम वर्ग से ताल्लुक रखता है और वे राजनैतिक दलों से बेहतर सड़कों, अनुकूल यातायात पुलिस कर्मचारियों, बेहतर यातायात प्रबन्धन की मांग करते हैं। पार्क प्लस में हम अपने 1.5 करोड़ यूजर्स की मुख्य समस्याओं को समझने और इन्हें प्रासंगिक हितधारकों तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं।’इन परिणामों पर बात करते हुए अखिलेश श्रीवास्तव, रोड़ सेफ्टी अम्बेसडर-आईआरएफ, आईटी अडवाइज़र, आईटीडीए और प्रेज़ीडेन्ट, आईटीएस, इंडिया फोरम ने कहा, ‘‘भारतीय सड़कों पर कार चलाना सबस खतरनाक और तनावपूर्ण होता है। हम ड्राइविंग के बुनियादी मूल्यों का पालन नहीं करते, 

रोड रेज यहां आम है, हमारे यातायात पुलिस कर्मियों पर ज़रूरत से ज़्यादा दबाव है, सड़कों की बुनियादी स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है, इसमें सुधार की ज़रूरत है। यह सर्वेक्षण इस बात पर रोशनी डालता है कि देश के कार मालिक यातायात के बेहतर प्रबन्धन, महिला यातायात पुलिस कर्मियों, अधिक अनुकूल यातायात पुलिस कर्मचारियों की मांग करते हैं। मुझे उम्मीद है कि यह सर्वेक्षण राजनैतिक दलों को इन समस्याओं को हल करने और भारतीय सड़कों को अधिक सुरक्षित एवं स्मार्ट बनाने में योगदान देगा। सरकारी अधिकारियों, कार मालिकों एवं संबंधित हितधारकों के सहयोग प्रयास इन समस्याओं को हल करने के लिए अनिवार्य हैं।’’

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