दिल्ली में न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने की एकतरफा घोषणा से व्यापारी नाराज़
नयी दिल्ली - दिल्ली के व्यापारियों ने इस न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि जो बेहद अन्यायपूर्ण, मनमानी और एकतरफा है जो दिल्ली के व्यापार को बहुत बड़ा धक्का पहुंचाएगी ! सरकार ने ऐसी मजदूरी तय करते समय न्यूनतम मजदूरी को अखिल भारतीय मूल्य सूचकांक श्रृंखला, 2001 के साथ जोड़कर यह कदम उठाया है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या सरकार ने इसी मूल्य सूचकांक के आधार पर दिल्ली में व्यापार के विकास का भी आकलन किया है ! क्या सरकार ने दिल्ली के व्यापारियों और नियोक्ताओं पर उक्त वृद्धि के वित्तीय प्रभावों का आकलन किया है। मजदूरी में इस तरह की वृद्धि से वित्त और रोजगार के मामले में दिल्ली का व्यापार बुरी तरह प्रभावित होगा। कैट ने इस मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल से मिलने का समय माँगा है ! दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा दिल्ली में न्यूनतम मजदूरी की दरों में बेतहाशा वृद्धि पर दिल्ली के व्यापारियों ने कड़ा विरोद दर्ज़ कराते हुए कहा की दिल्ली सरकार के इस कदम से दिल्ली के व्यापारियों और नियोक्ताओं पर एक बड़ा वित्तीय बोझ पड़ेगा जिसको वर्तमान व्यापारिक हालातों में सहना बेहद मु