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‘नारी शक्ति पुरस्कार 2019’ के लिए आवेदन आमंत्रित

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नयी दिल्ली -महिला और बाल विकास मंत्रालय ने वर्ष 2019 के लिए 'नारी शक्ति पुरस्कार' के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। यह राष्ट्रीय पुरस्कार प्रति वर्ष उन व्यक्तियों, समूहों एवं संस्थानों को दिया जाता है, जो महिला सशक्तिकरण, विशेषकर कमजोर और हाशिए पर पड़ी या अधिकार विहीन महिलाओं के हित में असाधारण योगदान करने के लिए दिया जाता है। 8 मार्च, 2020 को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर लगभग 40 'नारी शक्ति पुरस्कार' प्रदान किए जाएंगे।इससे जुड़े पात्रता मानदंडों और दिशा-निर्देशों का विवरण www.narishaktipuraskar.wcd.gov.in पोर्टल पर उपलब्ध है आवेदनों/नामांकनों को अवश्‍य ही पोर्टल पर ऑनलाइन प्रस्तुत किया जाना चाहिए, ताकि उन पर विचार किया जा सके। आवेदन/नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 7 जनवरी, 2020 है।  महिला और बाल विकास मंत्रालय ही महिलाओं के कल्याण से जुड़ा नोडल या प्रमुख मंत्रालय है। यह महिला सशक्ति‍करण के क्षेत्र में प्रख्यात संगठनों और संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाने वाली विशिष्ट सेवाओं के लिए उन्‍हें नारी शक्ति पुरस्कार के साथ सम्मानित करते हुए हर साल अंतर्राष्ट्

“रिलायंस फाउंडेशन ने 4000 बच्चों के साथ जियोवंडरलैंड-मुंबई के नए फेस्टिव एक्स्ट्रावेगेंजा में स्पेशल प्रिव्यू आयोजित किया”

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मुंबई : रिलायंस फाउंडेशन ने सुविधाओं से वंचित 4000 से अधिक बच्चों को फेस्टिव सीजन की खुशियां प्रदान करते हुए जियोवंडरलैंड की जादुई दुनिया का एक स्पेशल प्रिव्यू देखने का मौका दिया। वार्षिक मेगा आयोजन-एक्स्ट्रावेगेंजा, जियो वंडरलैंड, मुंबई शहर के वार्षिक आयोजनों में से एक बनने के लिए तैयार है। इंटरनेशनल कार्निवाल्स के स्तर के आयोजन, जियोवंडरलैंड ने बच्चों को ड्रोन शो, हिंडोला, मैजिक एक्ट्स, फेरिस व्हील, ट्रैम्पोलिन पार्क जैसे रोमांचक आकर्षणों का एक विशेष प्रिव्यू दिया। इसके साथ ही उन्हें सेंटा  क्लॉज के साथ मिलना और अभिवादन करना, फोटो खिंचवाना और बहुत कुछ करने मौका मिला। हैम्ले फैमिली के प्रतिष्ठित हैम्ले और हैटी भालू सहित एक विशेष कैरेक्टर ने परेड के दौरान बच्चों को खुशियां मनाने का मौका दिया। इस दौरान जहां बच्चों ने अपने पसंदीदा कैरेक्टर्स को देखा और उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। युवाओं ने भी खास यादों को अपने साथ सहेजा और श्रीमति अंबानी और सेंटा ने बच्चों को विशेष उपहार भी दिए। श्रीमति नीता एम.अंबानी, संस्थापक और चेयरपर्सन, रिलायंस फाउंडेशन ने कहा कि ''यह खुशियां मनाने और ल

NEG 300 चयनित छात्रों को देगा पूर्ण छात्रवृत्ति

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नयी दिल्ली - अपने उद्देशय को प्राप्त करने के लिए एनईजी छात्रवृत्ति परीक्षा आयोजित कर रहा है जिसमे लगभग 300 चयनित छात्रों को पूर्ण छात्रवृत्ति के साथ सम्मानित किया जाएगा और अन्य योग्य छात्रों को 2000 लैपटॉप और 3000 टैबलेट देंगे और कुछ छात्रों को आंशिक छात्रवृति से भी सम्मानित किया जाएगा। प्रदूषण मुक्त भारत और इकोफ्रेंडली इंडिया की पहल करते हुए उन्होंने छात्रों को लगभग 50 साइकिल वितरित की है। इनका उद्देश्य वर्ष 2025 तक 1,00,000 छात्रों के जीवन को चमकाना है। "शिक्षा भविष्य का पासपोर्ट है और अपने कल को सवांरने के लिए आज ही तैयारी करनी होगी, शिक्षा हर व्यक्ति का अधिकार है जिसे प्राप्त करने के लिए हमे निरंतर प्रयत्नशील रहना होता है, शिक्षा के माध्यम से ही आज के युवा आगे बढ़ सकते है बशर्ते उन्हें एक ऐसा संस्थान मिले जो उनका मार्गदर्शन कर पाए, आज महानगरों में तो कई संस्थान है जो बारहवीं के बाद कई कोर्स की कोचिंग देकर छात्रों को तैयार करते है, लेकिन देश में कई ऐसी जगह है जहाँ युवाओ को सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है यह कहना है निज़ामिया एजुकेशन ग्रुप (एनईजी) के निदेशक मक़सूद अहमद का जो छात्रों

रोहतांग दर्रे के नीचे बनी सुरंग का नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया

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8.8 किलोमीटर लंबी यह सुरंग 3000 मीटर की ऊंचाई पर बनायी गयी दुनिया की सबसे लंबी सुरंग है। इससे सड़क मार्ग से मनाली से लेह की दूरी 46 किलोमीटर कम हो जाएगी।  साथ ही इससे परिवहन का खर्च भी कई करोड़ रूपए कम हो जाएगा। यह 10.5 मीटर चौडी दो लेन वाली सुरंग है। इसमें आग से सुरक्षा के सभी उपाय मौजूद हैं साथ ही आपात निकासी के लिए सुरंग के साथ ही बगल में एक और सुरंग बनायी गयी है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान के सम्‍मान स्‍वरूप रोहतांग दर्रे के नीचे बनी रणनीतिक महत्‍व की सुंरग का नाम उनके नाम पर रखने को मंजूरी दे दी है। सुरंग को नया नाम 25 दिसंबर 2019 को वाजपेयी की जंयती के अवसर पर दिया गया , रोहतांग दर्रे के नीचे रणनीतिक महत्‍व की सुरंग  बनाए जाने का ऐतिहासिक फैसला  3 जून 2000 को लिया गया था जब वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे। सुंरग के दक्षिणी हिस्‍से को जोड़ने वाली सड़क की आधारशिला 26 मई 2002 को रखी गई थी।  इसके निर्माण के दौरान सीमा सड़क संगठन को कई तरह की भौगोलिक और मौसब संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। खासतौर से सेरी नाला फॉल्‍ट जोन के 587 मीटर क्षेत्र में निर्माण कार्य का

अटल भूजल योजना 7 राज्यों के 8350 गांवों में लोगों तक पहुँचाया जाएगा

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नयी दिल्ली - अटल जल योजना पर प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि जल का विषय वाजपेयी जी के लिए बहुत महत्वपूर्ण और उनके हृदय के बहुत निकट था। हमारी सरकार उनके विजन को कार्यान्वित करने का प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल जल योजना या जल जीवन मिशन से संबंधित दिशा-निर्देश 2024 तक देश के प्रत्येक घर में पानी पहुंचाने के संकल्प की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होंने कहा कि यह जल संकट एक परिवार, एक नागरिक और एक देश के रूप में हमारे लिए बहुत चिंताजनक है और यह विकास को भी प्रभावित करता है। नवीन भारत को हमें जल संकट की प्रत्येक स्थिति से निपटने में तैयार करना है। इसके लिए हम एकजुट होकर पांच स्तरों पर कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि जल शक्ति मंत्रालय ने जल को वर्गीकृत दृष्टिकोण से मुक्त किया और एक व्यापक तथा समग्र दृष्टिकोण पर बल दिया। हमने देखा है कि जल शक्ति मंत्रालय से समाज की तरफ से जल संरक्षण के लिए कितने व्यापक प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ जल जीवन मिशन प्रत्येक घर में पाइप जलापूर्ति पहुंचाने की दिशा में कार्य करेगा और दूसरी ओर अटल जल योजना उन क्षेत्र

कारवां फाऊंडेशन का "नेकी की दीवार" का बढ़ता कारवां

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नयी दिल्ली - धार्मिक एकता की मिसाल बन चुकी कारवां फाऊंडेशन द्वारा पश्चिमी दिल्ली के चाणक्य प्लेस में एक और नेकी की दिवार की शुरुवात की गई है। गौरतलब है कि मधुविहर, महावीर एन्कलेव और पालम के बाद चाणक्य प्लेस में यह चौथी नेकी की दिवार की शुरुआत की गई है।  इसकी शुरुआत कारवां फाऊंडेशन व दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग सलाहकार समिति सदस्ये रईस अहमद ने समाजसेवी अख्लाक़ अहमद खान व रज़्ज़ाक खान के साथ की। इस मोक़े पर रईस अहमद ने बताया कि पिछ्ली तीन नेकी की दिवारों से एक महिने में दौ हज़ार से ज़्यादा कपड़े जरुरतमंद लोगों द्वारा ले जाये जा चुके हैं। कारवां फाऊंडेशन की तरफ से यहाँ गर्म कपड़े मुहय्या कराये जा रहे हैं। जिन्हें ज़रूरत होती है वो अपने लिए कपड़े ले जाते हैं और जिनके पास ज़रूरत से ज़्यादा हो वो लाकर रख देते हैं। जबकि रज़्ज़ाक खान ने बताया कि इस क्षेत्र में काफी गरीब जरुरतमंद लोग रहते हैं बढ़ती ठंड में इस दिवार की बहुत ज़रूरत थी, इस तरह की दिवार आने वाले वक़्त में बहुत कारगर साबित होगी।  इस मौक़े पर दीन दयाल गिरि, राकेश अग्रवाल, सुरेश सिंघल, एस. के. मुमताज, गुलाम सरवर, राशिद जमाल, सुहैल मन्सूरी, जमील त्या

इतिहास बनते नहीं बनाये जाते हैं

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लेखक > विजय सिंह बिष्ट  महाभारत और रामायण की रचना वेद व्यास और तुलसीदास जी की एक अमूल्य रचनाएं हैं। जो हमारे देश ही नहीं विश्व में अपनी प्रसिद्ध को बनाए रखती हैं। रामचंद्र जी सतयुग में और कृष्ण त्रेता में पैदा हुए थे। लेकिन तुलसी की रामचरितमानस पंद्रहवीं शताब्दी में लिखी गई। रामायण के समस्त पात्रों का चित्रण तुलसीदास जी अपनी अभिव्यक्ति है। जिसको उन्होंने अपनी लेखनी से सादृश्य रूप में संजीव चित्रित किया है।वह पाठक और श्रोता पर आज भी राम लीला मंचन की तरह  चित्रों को उकेर देता है। इसी प्रकार महाभारत में समस्त पात्रों और योद्धाओं का चित्रण  चित्रपट और टीवी पर चित्रित किया जाता है। सूरदास जी रचित सूरसागर के पात्र भी कृष्ण लीलाओं का वर्णन उनकी दिव्य चक्षुहीन कल्पनाओं का अंकन करता है। उनके उद्भव भी गोपियों की विरह लीला कल्पना की उत्प्रेष्ठा को ही आमंत्रित करती हैं। पृथ्वीराज रासो चंद्र बरदाई भाट , मृगनयनी की कथा वस्तु लेखक की अपनी कल्पना और उनके कृतित्व को उल्लेखित करता है।आधुनिक हिंदी साहित्य के सृजन में मुंशी प्रेमचंद की कहानियां अपना अमूल्य छाप ही नहीं छोड़ती वरन तात्कालिक समय का जीता ज