शुरुआत में लापरवाही का नतीजा हैं कोविड–19 के भयावह आंकड़े
कोरोना पॉज़िटिव रोगियों की संख्या में सबसे बड़ी उछाल 75,760 के साथ भारत ने ब्राज़ील के 69,074 और अमरीका के 75,682 एक दिन के सर्वाधिक रिकार्ड को पीछे छोड़ दिया। आंकड़े जारी करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अधिक जांच ने प्रभावी उपकरण का काम किया है, संक्रमण दर में कमी आई है। हालांकि संक्रमण की रफ्तार के हिसाब से पिछले कुछ समय से भारत सबसे आगे है। इससे निबटने के प्रयासों से अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, बेरोज़गारी बढ़ी है, गरीब जनता की आय घटी है, शिक्षा प्रभावित हुई है और सामान्य रोगियों के इलाज में बाधा आई है। देश में कई तरफ से कोविड–19 से लड़ने के सरकार के तौर तरीकों की आलोचना की जा रही थी। आलोचना के प्रमुख बिंदु थे कि जहां भी संक्रमण पाया जाए, जांच को व्यापक किया जाए और संक्रमित व्यक्तियों के दूसरे स्थानों तक जाने पर रोक लगे ताकि संक्रमण से बचे क्षेत्रों तक महामारी न फैले। यह काम भी एक समय सीमा के अंदर करना था क्योंकि लम्बे समय तक सब कुछ रोक पाना न तो आसान था और न ही भारत की आर्थिक स्थिति, गरीबी, अशिक्षा और प्रवासियों, खासकर प्रवासी मज़दूरों की समस्याओं को देखते हुए यह