आखर-आखर गीत’ के आवरण का ऑनलाइन लोकार्पण
नयी दिल्ली - भोजपुरी के लोकप्रिय रचनाकार जयशंकर प्रसाद द्विवेदी की तीसरी पुस्तक ‘आखर-आखर गीत’ के आवरण का ऑनलाइन लोकार्पण ‘सर्व भाषा ट्रस्ट’ के आभासी मंच पर लाइव किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत डाॅ. रजनी रंजन द्वारा सरस्वती वंदना के हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता सर्वभाषा ट्रस्ट के अध्यक्ष अशोक लव ने की जबकि मुख्य अतिथि सुभास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव रहे थे। कार्यक्रम का सफल व प्रभावी संचालन डाॅ. सुमन सिंह द्वारा संपन्न हुआ जबकि मुख्य वक्ता के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डाॅ. मुन्ना के पाण्डेय, घाटशिला, झारखंड से डाॅ. रजनी रंजन, सर्वभाषा ट्रस्ट के समन्वयक केशव मोहन पाण्डेय और सुविख्यात भोजपुरी लोकगायिका संजोली पाण्डेय ने शिरकत की। सरस्वती वंदना के उपरांत आवरण विमोचन हेतु पुस्तक से गीतों पर आधारित एक विडियो को प्रस्तुत किया गया तत्पश्चात रचनाकार जे पी द्विवेदी जी ने अपनी काव्य-यात्रा से जुड़े कुछ रोचक संस्मरण सुनाये और साथ ही भोजपुरी भाषा के उत्थान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता सबके समक्ष रखी। उसके उपरांत आखर-आखर गीत’ में संकलित ‘बरसेला मेघ जलधार हो’ को लोकगायिका