संदेश

मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूक करेगें

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उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में रहने वाले युवा पर्वतारोही नितीश सिंह 1 अक्टूबर से माउंट रुद्रगैरा की चढ़ाई शुरू कर चुके हैं ।  युवा पर्वतारोही नितीश  सिंह 2018 में एवरेस्ट के बेस कैंप से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दे चुके है । उसी वर्ष उन्होंने माउंट स्टॉक कांगड़ी ,लदाख जिसकी ऊंचाई लगभग 20,187 फिट है वो उसे भी फतह किया था । इस अभियान के लिए वह पिछले दो महीने से उत्तराखंड में परीक्षण ले रहें थे । इसमें अमन प्रीत मैम ( आईं आर एस) मागदर्शन और Womenite , NGO समर्थन दे रही है। नीतीश का कहना है के इस बार वह अपनी चड़ाई पूरी कर Womenite का बैनर उठा कर मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूक  करेगें एवं भारत और उत्तर प्रदेश का भी झंडा लहराएंगे ।  इस अभियान में इनके साथ पर्वतोरही गौरव रावत और आयुष बिष्ट भी साथ है।

लूट-पाट बढ़ती गई बापू तेरे बाद

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सुषमा भंडारी लूट-पाट बढ़ती गई  बापू तेरे बाद। हिंसा और झूठ अब  होता क्यूं आबाद।। किन्तु------ झूठ की आबादियाँ  होती क्षण भंगूर । सत्य अटल हरदम रहा झूठा होता चूर। । सत्य-अहिंसा आज भी चले है अपने पाँव।  झूठ झुलसता धूप में  गाँव मिले न छाँव। । गांधी की तस्वीर पर चढें सत्य के फूल। सच्ची श्रद्धा है अगर चुनें झूठ के शूल।। सच्चाई की नाव ही जाएगी भव पार। शांत तूफाँ भी हुआ सच की सुनी पुकार।।

SAI भारतीय खेल प्राधिकरण का नया लोगो जारी

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साई शब्द ही विभिन्न हितधारकों के बीच भारतीय खेल प्राधिकरण के परिचित होने के नाते संगठन को पहचान प्रदान करता है। भारतीय तिरंगे और चक्र का नीला रंग राष्ट्रीय उत्साह बढ़ाता है क्योंकि साई से खेल जगत के कुछ सबसे बड़े खिलाडी यही से निकले हैं  और विश्व स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। ” नयी दिल्ली -युवा कार्यक्रम और खेल राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई ) के नए लोगो का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में खेल सचिव रवि मित्तल; भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष, नरिंदर बत्रा और साई के महानिदेशक, संदीप प्रधान ने स्टेडियम में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भाग लिया। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से देश भर से कई प्रतिष्ठित एथलीट, कोच और अन्य खेल प्रेमी इस आयोजन में शामिल हुए। साई के नये लोगो के महत्व के बारे में बोलते हुए रिजिजू ने कहा, “साई खेल पारिस्थितिकी तंत्र में अग्रणी रहा है और खेल उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में प्राथमिक कारक है। इसने एथलीटों को आवश्यक समर्थन दिया है, ताकि उनके पास अपने करियर में आसानी से आगे बढने का अवसर मिल सके।

12 शहरों में बुजुर्गों को 1000 मासिक राईड निशुल्क प्रदान करने के लिए ऊबर ने हैल्पेज इंडिया से हाथ मिलाया

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ऊबर यह फ़्री राईड सुविधाओं से वंचित बुजुर्गों की सर्वाधिक सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए अक्टूबर से दिसंबर 2020 के बीच देगी, ताकि वो स्वास्थ्य, बचाव व राहत के अन्य उपायों का लाभ ले सकें। यह घोषणा हर साल 1 अक्टूबर को मनाए जाने वाले ‘इंटरनेशनल डे ऑफ ओल्डर पर्संस’ (आईडीओपी) की जागरुकता बढ़ा उसमें सहयोग करेगी। गुरुग्राम , ऊबर इंडिया ने हैल्पेज इंडिया के साथ साझेदारी की घोषणा की। यह सुविधाओं से वंचित बुजुर्गों को सेवाएं देने के लिए एक समर्पित एनजीओ है। इस साझेदारी के तहत ऊबर अहमदाबाद, बैंगलुरू, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद, कोच्चि, कोलकाता, लखनऊ और मुंबई में प्रतिमाह 1000 राईडस निशुल्क प्रदान करेगा। ऊबर के प्रयास के बारे में प्रभजीत सिंह, प्रेसिडेंट, ऊबर इंडिया एवं साउथ एशिया ने कहा, ‘‘हम हैल्पेज इंडिया के साथ साझेदारी करके काफी उत्साहित हैं। ऊबर में हम सुविधाओं से वंचित बुजुर्गों का सहयोग करने के लिए समर्पित हैं। यह समुदाय कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इस चुनौतीपूर्ण समय में उनकी सेहत व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, हम उनकी विशेष जरूरतों के प्रति जा

दलित बेटी की चिता और बाबरी मस्जिद विध्वंस का फैसला यानी इंसाफ की विदाई

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बाबरी मस्जिद विध्वंस के दृश्य को हजारों–लाखों लोगों ने प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से देश–विदेश में देखा था. इसके बावजूद देश की प्रमुख जांच एजेंसी सीबीआई करीब 28 साल बाद भी उस आपराधिक कृत्य के दोषियों की पहचान कर पाने में असमर्थ रही. लखनऊ . रिहाई मंच ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में हाई कोर्ट द्वारा साक्ष्य के अभाव में सभी आरोपियों के बरी किए जाने के फैसले पर कहा कि यह मात्र निर्णय है न्याय नहीं. मंच ने हाथरस में हुए दलित लड़की के सामूहिक बलात्कार मामले में प्रदेश सरकार की आपराधिक भूमिका पर सवाल उठाते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस के दृश्य को हजारों–लाखों लोगों ने प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से देश–विदेश में देखा था. इसके बावजूद देश की प्रमुख जांच एजेंसी सीबीआई करीब 28 साल बाद भी उस आपराधिक कृत्य के दोषियों की पहचान कर पाने में असमर्थ रही. उसने बेशर्मी के साथ अदालत को अपने निष्कर्ष से अवगत कराया और पूरी तत्परता से हाईकोर्ट ने उसे स्वीकार कर देश के न्यायिक इतिहास में एक और काला पन्ना जोड़ दिया. यह पहला अवसर नहीं है जब

कविता // सत्य अहिंसा का पुजारी,जिसके आगे ताज झुका

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विजय सिंह बिष्ट गांधी बाबा क्या जादू था,       तेरी मीठी बोली में, चोर भी साधू बन जाते थे        आकर तेरी टोली में, आजादी की दुल्हन लाया         सत्याग्रह की डोली में, देशभक्ति का रंग भर दिया,           तूने राष्ट्र रंगोली में, सात लाख संगीने थी,      रोक सकी ना तेरे कदम,            बोलो वंदेमातरम।। निकल पड़ा जब नमक बनाने,     साबरमती का संत महान, हंसी उड़ाने वाले अफसर, देख रहे थे हो खिसियान, पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण,      जागा सारा हिंदुस्तान, सत्ता तब लंदन की डोली,     आया हो जैसे तूफ़ान जंग लड़ी तूने लेकर,     सत्य अहिंसा का परचम,          बोलो वंदेमातरम।। खादी की वो गांधी टोपी,      जिसके आगे ताज झुका, सत्य अहिंसा का पुजारी,      जिसके आगे ताज झुका, चरखे की सरगम को सुनकर,        संगीनों का साज झुका, नन्हीं चिड़िया से डरकर,       घोर शिकारी बाज झुका, पक्का हो ईमान अगर तो,       बन जाता है वह रुस्तम,               बोलो वंदेमातरम। मिलकर रहना,भेद न करना,       सबका मालिक ईश्वर है, हिंदू , मुस्लिम,सिक्ख , ईसाई,      नहीं किसी में अंतर है, सबकी धरती,देश सभी का,      सबको जीने का हक है, द

कविता // बा के बिन गांधी नहीं गाँधी बिन न देश

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सुषमा भंडारी दोहे  सत्य-स्वच्छता से हुआ बापू तेरा नेह। चली अहिंसा राह पर तेरी हल्की देह ।। बापू के व्यक्तित्व- सा मिला न कोई और । तेरे कारण ही मिली  स्वदेशी ये ठौर।। हाथों से धोती बुनी किया देश का मान । खादी के सम्मान से विश्व हुआ हैरान ।। पग- पग सिखलाया हमें राघव राजा राम। शतकों तक यूँ ही रहे बापू तेरा नाम।। राष्ट्रपिता बापू तेरा जन्मोत्सव है आज। स्वच्छता ही सेवा सही किया सदा आगाज।। जब तक जीवित तुम रहे रहे सदा अनमोल। भर स्वदेशी चेतना दी आजादी घोल।। सत्य अहिंसा का हमें सिखलाया था पाठ। वर्ष हुये हैं डेड़ सौ स्वच्छ भारत के ठाठ।  बा के बिन गांधी नहीं गाँधी बिन न देश। पाठ अहिंसा का पढा दिला दिया स्वदेश।। वर्ष डेढ सौ हो गये जन्मे दो आदर्श। आओ मनायें जयन्ती मिला हमें उत्कर्ष।। गाँधी और लाल ने  किया देश का नाम । युग दृष्टा युग पुरुष किये अनोखे काम। । सुषमा भंडारी  

देश का बॉडी मास इंडेक्स बदल गया

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गांधी बाबा क्या जादू था,तेरी मीठी बोली में

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गाँधी तेरे देश में हो रहा अजब कमाल

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बीएसडीयू जयपुर ने मौजूदा और नए छात्रों के लिए 100 फीसदी शुल्क माफी की घोषणा की

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जयपुर - भारतीय स्किल डवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) जयपुर की स्पाॅन्सर बाॅडी राजेंद्र और उर्सुला जोशी चैरिटेबल ट्रस्ट (आरयूजेसीटी) ने सत्र 2020-21 के लिए बी. वोक और एम. वोक कार्यक्रमों में नामांकित विश्वविद्यालय के सभी मौजूदा छात्रों के लिए ट्यूशन फीस माफी की घोषणा की है।   बीएसडीयू के प्रेसिडेंट डॉ. अचिन्त्य चैधरी  संकट के इस दौर में राजेंद्र और उर्सुला जोशी चैरिटेबल ट्रस्ट के इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा है कि हालांकि भारत के पास दुनिया के कुछ बहुत अच्छे शैक्षणिक संस्थान हैं, लेकिन पिछले कुछ दशकों से कुछ खास बदलाव नहीं आया है। उन्होंने आगे कहा कि ट्यूशन फीस में माफी, निश्चित रूप से इच्छुक छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ाएगी, साथ ही उनके माता-पिता को भी सहारा मिलेगा जो कोविड-19 के चलते आर्थिक समस्याआंे से जूझ रहे हैं।   बीएसडीयू ने कहा कि विश्वविद्यालय ने नया प्रवेश लेने वाले बी.वोक के ऐसे छात्रों के लिए 100 फीसदी ट्यूशन फीस माफी नीति को भी आगे बढ़ाया है, जिनके माता-पिता की वार्षिक आय रुपए चार लाख से अधिक नहीं है। छात्रों द्वारा जिन वित्तीय कठिनाइयों का सामना किया जा रहा है, उन्हें देखत

कविता // बुढ़ापे के पायदान पर

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मौत को स्वीकारें, लम्बी यात्रा से थके-हारे, झील के किनारे, दीवार के सहारे, सांझ और सकारे, बैठे रहते हैं अनेकों बृद्ध, अनेकों पार्को में या सड़क के किनारे। श्वेत वस्त्र धारे, श्वेत केशों का पहने मुकुट, बगुले भगत  बने हैं  सब अनुभवी प्रबुद्ध, अतीत में खोई धूमिल आंखें, उदासी के कोहरे से घिरी, मधुमयी रोशनी तलाशती, थोड़ी सी भी मिल जाए कहीं से, सहानुभूति किसी अपने पराये से, शब्दों की मधुर चासनी में नहाई हुई।। बस अब इतना ही काफी है, उजड़ चुकी है मधुशाला, कोई नहीं अब साकी है। अब अतीत को जीते हैं, बीती यादों का रस पीते हैं, यादों के झरोखे समेटे हैं। चेहरे का रंग उतरने लगा है, चस्में का नम्बर बदलने लगा है, रिश्तों की गरमाहट शीतल हो रही है, मिलने जुलने की चाहत घटने लगी है, प्रश्नों का भंडार बढ़ने लगा है, उत्तर खो गये,घनी विस्मृतियों में, भावनाओं का मेला छंटने लगा है, बासी हंसी हंसते हैं अपने पराये, झूठ कहकर खुद को छलते हैं, गांठ के दाम गवांकर, बाजार को देख तरसते हैं।।

आईआईएम उदयपुर ग्लोबल एफटी एमआईएम रैंकिंग में लगातार शामिल होने वाला सबसे युवा बी.स्कूल

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इंडियन इंस्टीयूट आॅफ मैनेजमेंट का गुणवत्ता और प्रवीणता का गौरवशाली रिकाॅर्ड रहा है। आईआईएम उदयपुर इसी स्थापित परम्परा को आगे बढ़ा रहा है। आईआईएम, उदयपुर विश्वस्तरीय रिसर्च और छात्रों की पढ़ाई का तरीका बदलने  की दिशा में फोकस करते हुए नवाचार कर रहा है। उदयपुर ,  इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ मैनेजमेंट, उदयपुर को इसके दो वर्षीय एमबीए पाठयक्रम के लिए प्रतिष्ठित एफटी मास्टर्स इन मैनेजमेंट- 2020 की ग्लोबल रैकिंग मंे 72वीं रैंक मिली है। एफटी एमआईएम दुनिया भर के श्रेष्ठ 90 मास्टर्स इन मैनेजमेंट पाठयक्रमों की रैंकिंग करता है। आईआईएमयू वर्ष 2019 की रंैकिंग के मुकाबले इस बार चार रैंक उपर चढ़ा है। पिछली बार इसकी रैंकिंग 76 थी। इतना ही नहीं, आईआईएम अहमदाबाद, कोलकाता और बैंगलौर के बाद के बाद यह चैथा आईआईएम है, जिसे इस वर्ष इस रैंकिंग में जगह मिली है। एफटी रैंकिंग में मैनेजमेंट संस्थानों का कई मापदण्डों पर आकलन किया जाता है। इनमें एलुमनाई कॅरियर प्रोग्रेस और स्कूल डायवरसिटी और रिसर्च शामिल है। आईआईएम, उदयपुर ने अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के मामले में प्रभावशाली 78 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं और सम्पूर्ण संतुष्टि