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निशांत जैन असिस्‍टेड चैनल के लिए चीफ बिजनेस ऑफिसर की जिम्मेदारी संभालेंगे

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० योगेश भट्ट ०  मुंबई : एंजल वन लिमिटेड ने अपने बिजनेस का पुनर्गठन करने की पहल की है। इसके तहत असिस्‍टेड चैनल से कंपनी का कारोबार एंजल सिक्योरिटीज लिमिटेड के तहत एकीकृत किया जाएगा, जबकि प्रत्यक्ष चैनल के कारोबार को एंजल क्रेस्ट लिमिटेड के तहत रखा जाएगा। एंजल वन ने निशांत जैन को चीफ बिजनेस ऑफीसर के रूप में शामिल करके अपनी नेतृत्व टीम को मजबूत किया है।  जैन असिस्‍टेड चैनल की जिम्‍मेदारी संभालेंगे।  निशांत जैन प्रमुख हितधारकों के साथ सहयोगात्मक साझेदारी बनाने के प्रयासों का नेतृत्व करेंगे, साथ ही सहायता प्राप्त चैनल के रणनीतिक विस्तार के माध्यम से व्यावसायिक प्रदर्शन को बढ़ाएंगे। दो दशक के उल्लेखनीय कॅरियर के साथ आईआईएम-बी के पूर्व छात्र निशांत के पास भारतपे और ज़ोमैटो जैसे भारतीय स्टार्टअप के विकास को बढ़ाने का एक प्रभावशाली ट्रैक रिकॉर्ड है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बहुराष्ट्रीय एफएमसीजी दिग्गज, कोका-कोला में वरिष्ठ नेतृत्व पदों पर कार्य किया है। निशांत की नियुक्ति से कंपनी को इस क्षेत्र में अधिक फोकस स्थापित करने और विकास को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। समय के साथ, एंजल वन ग्रुप एक विविध

साहित्य अब हिन्दी को बचाने की स्थिति में नहीं है

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली.  हिन्दी लोकवृत के भीतर एक उत्सवधर्मिता का माहौल दिखाई देता है। हिन्दी लोकवृत का एक सिरा जश्न के माहौल में दिखता है और यह जश्न इसलिए बनता है क्योंकि हिन्दी एक बहुमत की भाषा है तो हम कह सकते हैं यह एक बहुमत का जश्न है। हिन्दी की स्थिति एक्सेल शीट और बैलेंस शीट के हिसाब से बेहतर दिखाई देती है।  हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में राजकमल प्रकाशन समूह द्वारा इंडिया हैबिटेट सेंटर में ‘हिन्दी को फ़र्क़ पड़ता है!’ विषय पर परिचर्चा ‘सभा’ का आयोजन किया गया।  इस परिचर्चा में सम्पादक व भाषा विशेषज्ञ राहुल देव, इतिहासकार व सिनेमा विशेषज्ञ रविकान्त, स्त्री विमर्शकार सुजाता, आरजे सायमा तथा सम्पादक-प्रकाशक शैलेश भारतवासी से मीडिया विश्लेषक विनीत कुमार ने बातचीत की।  विनीत कुमार ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से खासकर सितम्बर के महीने हिन्दी बरतने वाले लेखक और प्रकाशक जो शुरू हो जाते थे, वो कुछ समय से थम-सा गया है।  हम कह सकते हैं राजस्व के सिरे से हिन्दी की स्थिति बेहतर हुई है इसलिए हम जश्न मनाने की स्थिति में हैं। हिन्दी की कई खिड़कियाँ भी खुल रही हैं और इन खिडकियों का सिरा ओटीटी प्लेटफार्

इंडिया हैबिटैट सेंटर थिएटर फेस्टिवल में भारतीय रंगमंच के चुनिंदा सर्वश्रेष्ठ नाटकों का होगा मंचन

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली -  इंडिया हैबिटेट सेंटर थिएटर फेस्टिवल देश भर से चुने हुए 13 उत्कृष्ट नाटकों के साथ एक बार फिर दर्शकों को लुभाने के लिए तैयार है। फेस्टिवल 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक दिल्ली में चलने वाला है। थिएटर फेस्टिवल 16 और 17 सितंबर को अभिनेता, नाटककार और फिल्म निर्माता मानव कौल द्वारा लिखित और निर्देशित "तुम्हारे बारे में" नाटक का मंचन होगा। इंडिया हैबिटेट सेंटर में रंगमंच की समृद्ध विरासत ने दो दशकों से अधिक समय से दर्शकों को बांधे रखा है और भारत की विविध नाट्य विरासत के पथप्रदर्शक के रूप में काम करना जारी रखा है। यह फेस्टिवल हमेशा ही पूरे भारतवर्ष से थिएटर के बेहतरीन क्यूरेटेड चयन लेकर आता है, जिसमें विविध रंग शामिल रहते हैं। क्लासिक्स, अनुवाद, रूपांतरण और मूल रूप से तैयार की गई स्क्रिप्ट--यह व्यापक मिश्रण भारतीय रंगमंच की बहुमुखी प्रकृति को दर्शाता है जो साझा इतिहास पर आधारित है और दिलचस्प सामाजिक-राजनीतिक वास्तविकताओं से जुड़ा है। सुश्री विद्युन सिंह, क्रिएटिव हेड प्रोग्राम्स, हैबिटेट वर्ल्ड, इंडिया हैबिटेट सेंटर ने कहा, " थियेटर फेस्टिवल को ना

डिजिटल क्रांति से हिंदी को मिली नई पहचान

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० डॉ संजय द्विवेदी ० नयी दिल्ली - मातृभाषा वैयक्तिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि का बोध कराती है। समाज को स्वदेशी भाव-बोध से सम्मिलित कराते हृए वैश्विक धरातल पर राष्ट्रीय स्वाभिमान की विशिष्ट पहचान दिलाती है। किसी भी देश का विकास तभी संभव है, जब उसके पास एक सशक्त भाषा हो। हिंदी एक सशक्त भाषा है। इसकी ताकत पूरा विश्व मानता है। वर्तमान में 40 से अधिक देशों के विश्वविद्यालयों में हिंदी के पाठ्यक्रम के तहत भाषा के अलावा, भारतीय संस्कृति, इतिहास, समाज आदि के बारे में पढ़ाया जाता है। उत्तरी अमेरिका में 125 से ज्यादा हिंदी पढ़ाने वाले केंद्र हैं, जबकि रूस में 7 हिंदी शोध संस्थान हैं।  अमेरिका के येन विश्वविद्यालय में वर्ष 1815 से हिंदी पढ़ाई जाती है। इसका मतलब है कि विश्व मंच पर हिंदी सदियों पहले से ही विराजमान है। हिंदी भारत की अत्यंत प्राचीन भाषा ‘संस्कृत’ की उत्तराधिकारिणी है। विश्व के लगभग सौ से भी ज्यादा देशों में हिंदी का या तो जीवन के विविध क्षेत्रों में प्रयोग होता है अथवा उन देशों में हिंदी के अध्ययन एवं अध्यापन की सम्यक व्यवस्था है। चीनी भाषा के बाद हिंदी विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाती है,

Delhi साध नगर, न पीने का पानी, सीवर भी जाम वर्षों पुरानी कालोनी पिछड़े गांवों से भी बदतर : रणबीर सोलंकी

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली। पालम विधान सभा क्षेत्र के साध नगर वार्ड में विकास का नामोनिशान नहीं है। वर्षों पुरानी अनधिकृत कालोनी की ऐसी दुर्दशा है जो किसी पिछड़े गांव से भी बदतर लग रहा है। टूटी फूटी सड़कें सीवर जाम,खासकर बरसात के दिनों में चलना दूभर हो जाता है। साध नगर निवासी सुनील सोलंकी ने बताया कि गली न -9 में आठ साल से पानी नहीं आ रहा है। 2021 में जल बोर्ड द्वारा पानी की लाइन डाली गई थी जिसे अभी तक मुख्य पाईप लाईन में जोड़ा नहीं गया है  जिससे पेय जल की आपूर्ति नहीं हो रही है । समाज सेवी विष्णु पंडित ने बताया कि गली न -16 में सीवर लाइन जाम है। यहां पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है, बच्चे हमेशा गिरते रहते है एवम बुजुर्गों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लोगों ने बताया कि यहां की जनता जनप्रतिनिधियों से काफी नाराज़ है एवम चुनाव आने पर उन्हें सबक सिखाना चाहती है। यहां के लोगों की शिकायत पर फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के चेयरमैन रणबीर सिंह सोलंकी ने मुख्यमंत्री एवम जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती से निवेदन किया है कि वर्षों पुरानी इस कालोनी की दुर्दशा

लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर " जेपी अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार " का आयोजन होगा

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली - लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र के तत्वावधान में ,न‌ई दिल्ली में आगामी 11 अक्टूबर  को भारतीय स्वाधीनता संग्राम सेनानी एवं संपूर्ण क्रांति के महानायक लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती समारोह के अवसर पर " जेपी अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार " के आयोजन की तैयारी समिति की एक आवश्यक बैठक प्रबुद्ध समाज सेवी एवं लोकशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राम नगीना सिंह की अध्यक्षता में हुई ।   बैठक को संबोधित करते हुए लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिन्हा ने कहा कि पिछले 22 वर्षों से यह संस्था लोकनायक जयप्रकाश नारायण सहित देश के अन्य महापुरुषों के जीवन दर्शन एवं आदर्शों के अनुरूप कार्य करता रहा है। स्मरणीय है कि हर वर्ष 11 अक्टूबर को जेपी जयंती समारोह , 5 जून को संपूर्ण क्रांति दिवस एवं अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस , 8 अप्रैल को " जेपी आंदोलन दिवस " एवं 8 अगस्त को अगस्त क्रांति दिवस का आयोजन किया जाता रहा है ।  इसके अलावा सामाजिक , सांस्कृतिक , रचनात्मक कार्य संगठन के द्वारा संचालित किया गया है । इस अवसर

राजस्थान सरकार के कार्यकाल के पौने पांच साल पूर्ण, जनता से किये 94 प्रतिशत वायदे पूरे

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० संवाददाता द्वारा ०   लोकतंत्र में हर सरकार को अपने कार्यों का बहीखाता जनता के समक्ष सार्वजनिक करना चाहिये क्योंकि जिस सरकार के पास दिखाने को कुछ होता है, वही सरकार अपना बहीखाता सार्वजनिक करती है, किन्तु जिस सरकार के पास दिखाने को कुछ नहीं होता, ऐसी केन्द्र की भाजपा सरकार रोज नये विवाद उत्पन्न करती है।  जयपुर। राजस्थान सरकार के कार्यकाल के पौने पांच साल पूर्ण होने पर प्रदेश की जनता से किये गये 94 प्रतिशत वादे राजस्थान की लोककल्याणकारी सरकार ने वैश्विक महामारी, लॉक डाउन, चरमराती अर्थव्यवस्था के बावजूद पूरे कर लिये, जिस कारण पूरी विनम्रता एवं गर्व के साथ जनता के बीच सरकार के कामों का बहीखाता प्रस्तुत किया जा सकता है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया एवं पब्लिसिटी विभाग के चेयरमेन पवन खेड़ा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, जयपुर पर सम्बोधित करते हुये व्यक्त किये।  उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर सरकार को अपने कार्यों का बहीखाता जनता के समक्ष सार्वजनिक करना चाहिये क्योंकि जिस सरकार के पास दिखाने को कुछ होता है, वही सरकार अपना बहीखाता सार्वजनिक करती है, किन्तु जिस सरकार के पास दिखाने को