सरकार हाथ से मैला साफ करने की प्रथा को पूरी तरह समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध
मंत्रालय ने सीवर और सेप्टिक टैंकों की यांत्रिक सफाई के लिए कुशल प्रणालियों, प्रक्रियाओं और प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लगातार प्रयास किये हैं। मंत्रालय ने सतत स्वच्छता के लिए पारिस्थितिकी तंत्र बनाये के लिए कई पहल की हैं- सीवरेज़ और सीवेज़ ट्रीटमेंट सिस्टम (2013) पर सीपीएचईईओ मैनुअल के रूप में दस्तावज़ों का प्रकाशन और सीवर और सेप्टिक टैंक (2018) की सफाई के लिए मानक संचालन प्रक्रिया या वैश्विक प्रौद्योगिकी चुनौती का आयोजन इन प्रयासों में शामिल हैं। नयी दिल्ली - केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. थावर चंद गहलोत ने कहा कि सरकार हाथ से मैला साफ करने वाले मेहतर के रूप में नियुक्ति निरोध एवं उनका पुनर्वास अधिनियम 2013 के माध्यम से हाथ से मैला साफ करने की प्रथा का उन्मूलन करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। वे दिल्ली में सामाजिक न्याय और अधिकारिता तथा आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा सतत स्वच्छता पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला एवं प्रदर्शनी के अवसर पर बोल रहे थे। आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी इसी मंत्रालय के सचिव