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भीम ज्ञान चर्चा एवं महिलाओं की जाग्रति तथा उत्थान के लिए प्रोग्राम का आयोजन किया गया 

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नयी दिल्ली -कबीर आश्रम जन कल्याण परिषद,राजनगर।।,पालम कालोनी, नयी दिल्ली के तत्वावधान में भीम ज्ञान चर्चा एवं महिलाओं की जाग्रति तथा उत्थान के लिए विशेष प्रोग्राम का आयोजन किया गया।  प्रोग्राम में गाजियाबाद से आये ,मा. रमेश गौतम जी-भीम मिशन के प्रचारक एवं समाज सेवक,मा.भीम रत्न शकुन बौद्ध जी-संस्थापक प्रबुद्ध सेवा संस्थान(गाजियाबाद),एवं सुप्रसिद्ध समाज सेविका। .मा.ज्ञान दीपक पूनम बौद्ध जी -भीम मिशनरी। मा.मंजू गौतम -भीम मिशनरी। द्वारका से:मा.एडवोकेट आर.वी.सिंह जी-सुप्रसिद्ध समाज सेवी एवं भीम मिशनरी। राजनगर।।,पालम से,.मा.वी.पी.सिंह अध्यक्ष(कबीर आश्रम जन कल्याण परिषद) राजनगर।।,पालम। मा.एम.एस. पुष्कर सदस्य(अम्बेडकर समाज संघ),राजनगर।।,पालम। .आर.के.बौद्ध महासचिव(कबीर आश्रम जन कल्याण परिषद),राजनगर।।,पालम। प्रोग्राम में उपस्थित रहे सभी महिलाओं, बच्चों एवं पुरुषों को उपरोक्त सभी प्रबुद्ध लोगों ने अपने-2 विचारों से अवगत कराते हुए, अपने महापुरुषों के द्वारा बताये गए रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया , खासकर महिलाओं के लिए अंधविश्वास एवं पाखणवाद से निजात दिलाने के लिए बहुत सारे टिप्स दिए गए।

7वां हम सब साथ साथ सोशल मीडिया मैत्री सम्मेलन एवं सम्मान समारोह भीलवाड़ा में होगा

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नयी दिल्ली - हम सब साथ साथ और सहयोगी संस्थाओं द्वारा प्रत्येक वर्ष पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण देश/नेपाल के अलग-अलग स्थानों पर सोशल मीडिया मैत्री सम्मेलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया जाता रहा है। इसमें प्रत्येक वर्ष देश-विदेश की विभिन्न कला क्षेत्रों की उत्कृष्ट चयनित प्रतिभाएं शामिल होकर अपनी कला का उत्कृष्ट प्रदर्शन करती हैं और विश्व बंधुत्व की भावना को प्रबल करती हैं।  इस वर्ष 7वां हम सब साथ साथ सोशल मीडिया मैत्री सम्मेलन एवं सम्मान समारोह विनायक विद्यापीठ, भीलवाड़ा (राज.) के सौजन्य से विद्यापीठ के मनोरम वातावरण में 24-25 दिसम्बर,2019 को प्रस्तावित है।  इसमें प्रदर्शन एवं सम्मान हेतु पहले आओ, पहले पाओ आधार पर साहित्य, संगीत (गायन, वादन, नृत्य), प्रदर्शन कला (चित्र, मूर्ति/क्राफ्ट कला आदि), सामाजिक लघु फ़िल्म, समाज सेवा आदि विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी उत्कृष्ट प्रतिभाओं (विशेषकर, उत्कृष्ट छिपी प्रतिभाएं) की प्रविष्टियां उनके प्रमुख (1 या अधिकतम 2 क्षेत्र, जिसमें सिद्धहस्त हों) प्रदर्शन क्षेत्र के विवरण/प्रमाणों सहित नीचे दिए गए मेल पर आमन्त्रित हैं। प्रविष्टियां स्वयं/किसी

पितृ तो वटवृक्ष हैं

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।। पितृ देवो भव ।। पितृ तो वटबृक्ष हैं, उनकी जड़ हैं हम। उनके सुयोग्य कर्मो के, फलों से उत्पन्न हैं हम।।   जिनकी शाखाओं में हम झूले। जड़ चेतन से बढ़े कदम। पितृ तो वटबृक्ष हैं उनकी जड़ें है हम।। पितृ ऋण तो चुका न पायें, श्रद्धासुम चढ़ायें हम। स्मृति पटल पर चित्र तम्हारे। विस्मित न कर पायें हम।। अर्चन पूजा जब करनी थी, भूल भुलैया में थे हम। आशीष तुम्हारा सदा मिले, प्यार मिले हरदम।। मौसम आते जाते हैं, पितृ पक्ष का अनूठा दर्शन। सदा कृपा दृष्टि बनी रहे, समस्त पित्रो को कोटि-कोटि नमन।

प्रदीप पांडे चिंटू की फिल्‍म 'नायक' बनी बॉक्‍स की सेंसेनल हिट

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मुंबई - सुपर स्‍टार प्रदीप पांडे चिंटू और तेलगु की खूबसूरत अदाकारा पावनी स्‍टारर फिल्‍म 'नायक' भोजपुरी बॉक्‍स ऑफिस की सेंसेनल हिट बन चुकी है। पहले मुंबई और बिहार में धमाका करने के बाद इस फिल्‍म ने यूपी में भी सफलता के झंडे गाड़ लिये हैं। ट्रेड पंडितों के अनुसार, रमना मोगली निर्मित और निर्देशित यह फिल्‍म अब रिकॉर्ड की ओर आगे बढ़ रही है। दर्शकों के बीच चिंटू की इस फिल्‍म का क्रेज काफी देखने को मिल रहा है, जिसे आने वाले दिनों में फिल्‍म के करोबार को आगे और बढ़ने की संभावना है। फिल्‍म की सफलता से उत्‍साहित रमना मोगली ने कहा कि हमने एक प्रयोग किया था - दो डिफरेंट भाषा और कल्‍चर को मिक्‍स किया था। हमारा प्रयोग सफल रहा है और हमारी फिल्‍म दर्शकों को पसंद आ रही है। इसकी एक वजह है कि फिल्‍म में नयापन बहुत देखने को मिले। तकनीशियन से लेकर ऑन स्‍क्रीन के कलाकारों के चेहरे भी नये थे। फिल्‍म की सबसे मजबूत बात कहानी थी, जिसके पात्रों को चिंटू, पावनी और प्रभाकर जैसे कलाकारों ने जीवंत कर दिया। यही वजह है कि फिलम सेंसेनल हिट साबित हुई है। अभी फिल्‍म को और जगहों पर रिलीज होना बांकी है। हमें उम्‍म

भोजपुरी में पहली बार बायोपिक ‘मुकद्दर का सिकंदर’

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मुंबई - वसीम खान की पहचान इंडस्‍ट्री में लीक से अलग हटकर फिल्‍में प्रोड्यूस करने वाले प्रोड्यूसर की है। तभी वे अब भोजपुरी सिनेमा इंडस्‍ट्री से बायोपिक का सूखा खत्‍म करने को तैयार हैं। उनकी बायोपिक 'मुकद्दर का सिकंदर' में सुपर स्‍टार दिनेशलाल यादव और आम्रपाली दुबे मुख्‍य भूमिका में हैं। हालांकि अभी तक इस बात का खुलासा नहीं किया गया है। इस बारे में वसीम खान और फिल्‍म के पीआरओ संजय भूषण पटियाला ने कहा कि बायोपिक 'मुकद्दर का सिकंदर' किस शख्‍स की कहानी है, इसका खुलासा फिल्‍म रिलीज से कुछ वक्‍त पहले किया जायेगा। हालांकि उन्‍होंने इस बात की ओर इशारा किया कि फिल्‍म बड़ी बजट की है। बॉलीवुड में मैरी कॉम, एम एस धोनी, संजय दत्त जैसे कई दिग्‍गज सेलिब्रिटी की बायोपिक आ चुकी है और कईयों की आने वाली है, लेकिन आज तक भोजपुरी सिनेमा में एक भी बायोपिक देखने को नहीं मिला है। जबकि अक्‍सर देखा गया है कि बायोपिक को दर्शक खूब पसंद करते हैं। ऐसे में अब तैयार हो जाईये भोजपुरी सिनेमा की पहली बायोपिक 'मुकद्दर का सिकंदर' के लिए, जिसे लेकर आ रहे हैं निर्माता वसीम एस खान। उन्‍होंने कहा कि फिल

इन दिनों झूठ की मेन्युफेक्चरिंग हो रही है,समूची राजनीति घृणा और द्वेष के इर्द-गिर्द घूम रही है:उदय प्रकाश

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जयपुर - देश   भर   के  26  प्रदेशों   से   लगभग   छह   सौ   लेखकों   ने   इस   सम्मेलन   में   भाग   लिया। सम्मेलन में तमिल, तेलूगु, कन्नड़, मलयालम, मराठी, बंगाली, गुजराती, उड़िया, असमिया, डोगरी, मैथिली, भोजपुरी, पंजाबी, राजस्थानी आदि विभिन्न भाषाओं के लेखकों के शामिल होने से भारतीय भाषाओं का एक अनूठा संगम लेखकों के इस सम्मेलन में देखने को मिला है।   प्रलेस के राष्ट्रीय सम्मेलन   का   प्रारम्भ   अभिव्यक्ति   के   खतरे   उठाने   ही   होंगे   सत्र   से   हुआ ,  जहां   जाने माने   चिंतक   और   भाषाविज्ञ   गणेश   एन .  देवी   ने   सम्मेलन   का   उद्घाटन   किया।   उन्होंने   मजबूती   से   कहा   कि   अब यह समय आ गया है कि समान विचारधारा के सभी लेखकीय और गैर लेखकीय संगठनों को अपने समूचे मतभेद भूलाते हुए एकजुट होकर आवाज़ उठानी होगी कि हम दुनिया को बदलना चाहते हैं। शब्दों   का   एक   अनूठा   संसार।   यहां   एक   ओर   विश्व   पटल पर प्रभाव डालने वाले   महत्वपूर्ण   लेखकों   फै़ज़   अहमद   फ़ैज़  |  मैक्सिम   गोर्की  |  सिमॉन   द   बोउआर  |  चेखव  |  पुश्किन  |  भीष्म   साहनी  |  हरिशंकर   परसाई

अंजना टंडन एवं जोशना बैनर्जी को 'दीपक अरोड़ा स्मृति सम्मान

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जयपुर । बोधि प्रकाशन की 'दीपक अरोड़ा स्मृति पांडुलिपि प्रकाशन योजना' के चौथे वर्ष में चयनित-प्रकाशित दो काव्य पुस्तकों का लोकार्पण बोधि सभागार में हुआ। इस दौरान योजना में चयनित कृतियों की रचनाकार अंजना टंडन एवं जोशना बैनर्जी को 'दीपक अरोड़ा स्मृति सम्मान-2019' प्रदान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवि एवं दूरदर्शन के पूर्व निदेशक कृष्ण कल्पित थे एवं अध्यक्षता प्रसिद्ध कथाकार तथा जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण ने की। कार्यक्रम का संयोजन फिल्मकार और प्रतिष्ठित लेखक अविनाश त्रिपाठी ने किया। इस दौरान दिल्ली से पधारे कवि एवं आलोचक रवीन्द्र कुमार दास ने दीपक अरोड़ा के रचनाकर्म पर विस्तार से चर्चा की। योजना के निर्णायक मंडल के सदस्य गोविन्द माथुर ने पांडुलिपियों की चयन प्रक्रिया पर अपना वक्तव्य दिया। मुख्य अतिथि कृष्ण कल्पित ने कवि दीपक अरोड़ा को याद करते हुए कहा कि वे बेहद प्रतिभावान कवि थे। उनका असमय चले जाना साहित्य की क्षति है। उन्होंने चयनित पुस्तकों पर अपनी पारखी टीप भी दी। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण ने चयनित पु